मिश्री खाने से आंखों की रौशनी बढ़ती है? आर्युवेद के मुताबिक अगर आप मिश्री पाउडर का सेवन करें तो आंखों की रौशनी बढ़ सकती है, बादाम, सौंफ और मिश्री पाउडर का मिश्रण आंखों की रौशनी बढ़ाने में मदद करता है। मिश्री को रिफाइन नहीं किया जाता इसलिए ये चीनी से ज्यादा हेल्दी मानी जाती है और टेस्ट में भी मिश्री का कोई जवाब नहीं। आप इसे किसी भी मीठी डिश को बनाने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं। आर्युवेद में मिश्री को दवा के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स मानते हैं कि मिश्री हमारी बॉडी के लिए बहुत हेल्दी होती है। मिश्री के सेवन से कई बीमारियां दूर होती हैं जैसे ये गले की खराश, खांसी, स्ट्रेस या तनाव दूर करने में हमारी मदद करती है। आर्युवेद में कई दवाओं के साथ भी मिश्री दी जाती है जिससे दवा शरीर में जल्दी असर करे क्योंकि हमारा शरीर मीठी चीजें जल्दी एब्सॉर्ब करता है। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
1. आंखों की रौशनी बढ़ाए मिश्री
आंखों की रौशनी (eyesight) बढ़ाने के लिए मिश्री का इस्तेमाल किया जाता है। आप मिश्री के पाउडर में सौंफ मिलाकर रोजाना दूध के साथ लें। ये मिश्रण आंखों के लिए फायदेमंद होता है। दूसरा तरीका है मिश्री पाउडर, बादाम पाउडर और सौंफ पाउडर को मिलाकर मिश्रण तैयार करें और उसे रोज रात को सोने से पहले पानी के साथ एक चम्मच खाएं। आर्युवेदा में कई तरह के काढ़े या दवाओं के साथ मिश्री खाने की सलाह दी जाती है। जब कोई दवा आप मिश्री या शहद जैसी मीठी चीजों के साथ लेते हैं तो वो बॉडी उसे जल्दी एब्सॉर्ब कर लेती है।
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2. गले की खराश दूर करे मिश्री
मौसम बदलने के कारण हमारे गले में अक्सर इंफेक्शन हो जाता है जिसके चलते गले में खराश, सूजन आदि की समस्या होती है। इससे बचने के लिए आप मिश्री का इस्तेमाल कर सकते हैं। मिश्री से गले की खराश दूर होती है। कई गायक रियाज़ करने के बाद मिश्री का सेवन करते हैं ताकि उनके गले में किसी तरह से खराश न बने। आप मिश्री को गले की खराश दूर करने के लिए काली मिर्च पाउडर और घी में मिलाएं और रात के समय लें, सुबह तक आपको फर्क महसूस होगा।
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3. स्ट्रेस या तनाव महसूस करें तो खाएं मिश्री
मिश्री को स्ट्रेस कम करने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है। अगर आप तनाव (stress) हो रहा है या महसूस कर रहे हैं तो मिश्री के दानों का सेवन कर सकते हैं। जो मां बच्चे को ब्रेस्टफीड करवाती हैं उनके लिए भी ये एक अच्छा उपाय है। मिश्री के सेवन से ब्रेस्टफीड करवाने वाली मां स्ट्रेस फ्री रहेगी और ब्रेस्ट मिल्क का मात्रा बढ़ सकेगी। आप इसे घी या दूध, दही के साथ ले सकते हैं। कई घरों में पूजा के दौरान पंचामृत बनता है जिसमें मिश्री, दूध, घी, दही और शहद डाला जाता है।
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4. उमस भरे मौसम में ताजगी और लू से बचने के लिए इस्तेमाल करें मिश्री
मिश्री से शरीर को ठंडक मिलती है। इस समय चिपचिपी गर्मी भरे मौसम में शरीर की ताजगी के लिए आप मिश्री का इस्तेमाल कर सकते हैं। मिश्री, ग्लूकोज के फॉर्म में एनर्जी देती है जिससे आप गरम तापमान की मार झेल लेते हैं। आप मिश्री का पाउडर बना लें और उसे पानी में डालें और नींबू का रस मिलाकर पिएं। इससे आपको ताजगी भी मिलेगी और आप काफी समय तक थकेंगे नहीं। मिश्री से बनी ड्रिंक पीने से आपको लू (loo) लगने की समस्या भी नहीं होगी।
बाजार में मिश्री आपको हल्के ग्रे रंग, सफेद रंग और पीले रंगे में मिलेगी। अगर मिश्री बहुत ज्यादा सफेद है तो उसे न खरीदें क्योंकि असली ज्यादा सफेद नहीं होती है।
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