Ayurvedic Beauty Secrets in Hindi: आयुर्वेद में जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल तरह-तरह की समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है। इसके अलावा अगर त्वचा की समस्याओं को भी कम करने के लिए जड़ी-बूटियों को उपयोग किया जा सकता है। आयुर्वेद में भी स्किन की खूबसूरती को बढ़ाया जा सकता है। अगर आप कैमिकल युक्त उत्पादों का उपयोग नहीं करना चाहते हैं, तो आप आयुर्वेदिक टिप्स की मदद से अपनी त्वचा पर निखार ला सकते हैं। तो चलिए, जानते हैं कुछ आयुर्वेदिक ब्यूटी सीक्रेट्स के बारे में-
ग्लोइंग स्किन के लिए आयुर्वेदिक ब्यूटी सीक्रेट्स- Ayurvedic Beauty Secrets for Glowing Skin in Hindi
1. दोष को पहचानें
आयुर्वेद में आपको अपनी सेहत के बारे में जानना हो या फिर स्किन के बारे में, सभी के लिए सबसे पहले अपने दोष को जानना जरूरी होता है। आपको बता दें कि हमारे शरीर में वात, पित्त और कफ होता है। लेकिन प्रत्येक व्यक्ति के शरीर में एक दोष प्रधान होता है। व्यक्ति के दोष के बारे में उसके स्वास्थ्य और त्वचा को देखकर पता लगाया जा सकता है। वात, पित्त और कफ सभी लोगों की स्किन टाइप भी अलग-अलग होती है। जिन लोगों में पित्त अधिक होता है, उनकी त्वचा पर रेडनेस, चकत्ते और रोजेशिया की समस्या नजर आ सकती है। वहीं कफ वाले लोगों की स्किन ऑयली और मोटी होती है, जिसमें ब्लैकहेड्स और ओपनपोर्स की समस्या हो सकती है। वात वाले लोगों की स्किन पतली और ड्राई होती है। अपने दोष के आधार पर ही आपको ब्यूटी प्रोडक्ट्स का चुनाव करना चाहिए। इससे आपकी स्किन हमेशा चमकदार, खूबसूरत और निखरी हुई बनी रहेगी।
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2. मौसम का ध्यान रखें
जिस तरह सही स्वास्थ्य के लिए हम सभी मौसम के अनुसार अपनी जीवनशैली तय करते हैं, मौसम के अनुसार ही खान-पान खाते हैं। उसी तरह स्किन को भी मौसम के अनुसार ही देखभाल की जरूरत पड़ती है। सर्दियों और बरसात में स्किन को अधिक देखभाल की जरूरत होती है। सर्दियों में स्किन ड्राई होने लगती है, ऐसे में ज्यादा मॉइश्चराइज करना जरूरी होता है। वहीं, बरसात में बैक्टीरिया और इंफेक्शन की वजह से स्किन की ज्यादा केयर करनी पड़ती है। लेकिन गर्मी के मौसम में पित्त वाले लोगों की स्किन पर फोड़े-फुंसियां हो सकती हैं। त्वचा पर लाल चकत्ते और खुजली हो सकती है। इसलिए आपको सिर्फ अपने दोष को ही नहीं, बल्कि मौसम को भी ध्यान में रखकर ही अपनी त्वचा की देखभाल करनी चाहिए।
3. ऑयल पुलिंग करें
आयुर्वेद में ऑयल पुलिंग की प्रैक्टिस को काफी अहम माना गया है। ऑयल पुलिंग करने से गले में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस नष्ट हो जाते हैं। इसके अलावा स्किन के लिए भी ऑयल पुलिंग करना फायदेमंद होता है। ऑयल पुलिंग करने से आपकी स्किन से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं। इसके लिए आप नारियल के तेल को मुंह में डालें और फिर 5-7 मिनट के लिए इसे मुंह में ही इधर-उधर घुमाएं। फिर इसे बाहर निकाल लें। ध्यान रखें इसे तेल को निगलना नहीं है। इससे आपके शरीर में जमा सारे विषाक्त पदार्थ बाहर निकल जाएंगे। आपको निखरी और खूबसूरत त्वचा मिलेगी।
4. ऑयल मसाज करें
आयुर्वेद में ऑयल मसाज को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। अगर आपको जोड़ों, हड्डियों में दर्द होता है, तो आयुर्वेद में शरीर की तेल से मालिश करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही अगर त्वचा पर निखार चाहते हैं, तो भी ऑयल मसाज बहुत जरूरी होता है। आप नारियल के तेल से चेहरे या पूरे शरीर की मालिश कर सकते हैं। इससे आपकी स्किन मुलायम बनेगी, त्वचा पर निखार आएगा और रंगत में भी सुधार होगी।
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5. शरीर पर ब्रश या यूज करें
अगर आपके शरीर में पित्त और वात दोष प्रधान है, तो आप घरशाने के ग्लव्स का यूज कर सकते हैं। यह सेंसिटिव स्किन वाले लोगों के लिए काफी अच्छा होता है। वहीं, अगर कफ दोष प्रधान है, तो नैचुरल ब्रिसल वाले सूखे ब्रश का यूज करें।
इसके अलावा अगर आपको कोई त्वचा से जुड़ी समस्या है, तो आप आयुर्वेदिक डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर दवाइयां और क्रीम की मदद से आपकी समस्या को ठीक कर सकते हैं।
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