माता-पिता बनना इस दुनिया में सबसे सुखद पलों में से एक होता है। बच्चा होने के बाद पेरेंट्स इस बात को लेकर काफी परेशान हो जाते हैं कि वे अपने बच्चे का ध्यान कैसे रखें. ऐसे में वे अपने मां या सांस की मदद लेते हैं। आज की पेरेंटिग और पहले की पेरेंटिंग में काफी अंतर है। पहले समय के लोग बच्चे को स्वस्थ रखने के लिए कुछ ऐसे ट्रेडिशनल चीजों को अपनाते थे, जो अनजाने में उनकी सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकते हैं। ऐसे में आइए गयनेकोलॉजिस्ट और प्रसूति विशेषज्ञ डॉ. चांदनी सहगल से जानते हैं कि नवजात शिशुओं के साथ क्या गलतियां करने से बचना चाहिए?
नवजात शिशुओं पर न आजमाएं दादी-नानी के ये 8 नुस्खे
1. घुट्टी पिलाना
जन्म के तुरंत बाद शिशुओं को अक्सर शहद या चीनी के पानी की घुट्टी पिलाई जाती है। शहद में क्लोस्ट्रीडियम बोटुलिनम हो सकते हैं, जो 1 साल से कम उम्र के शिशुओं में बोटुलिज्म का कारण बन सकते हैं। जबकि चीनी का पानी शिशुओं में इंफेक्शन का कारण बन सकते हैं।
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2. शिशुओं के निप्पल को दबाना
कई लोग शिशुओं की मालिश करते समय उनके निप्पल को निचोड़ते हैं, जिसमें से दूध जैसा पदार्थ निकलता है। लेकिन, आप ऐसा करने से बचें, क्योंकि ये शिशुओं को निप्पल्स में रेडनेस, दर्द औऱ जलन का कारण बन सकते हैं। इसके साथ ही, यह उनके निप्पल के अंदर इंफेक्शन को बढ़ा सकते हैं।
3. काजल लगाना
काजल में अक्सर सीसा होता है, जो आंखों में इंफेक्शन या आंसू नलिकाओं के बंद होने का कारण बन सकते हैं। इसलिए, शिशुओं को काजल लगाने से बचना चाहिए।
4. टैल्कम पाउडर का उपयोग करना
शिशुओं के शरीर पर पेरेंट्स टैल्कम पाउडर का इस्तेमाल करते हैं, जो सांस लेने के दौरान उनके शरीर में लिया जा सकता है, जिससे सांस से जुड़ी बीमारियां या फेफड़ों की समस्याएं हो सकती है।
5. नाक या कान में तेल डालना
प्राचीन समय से दादी-नानी शिशुओं के नाक और कान में तेल डालती आ रही हैं। लेकिन ऐसा करने से नाक और कान की नलिकाओं पर बाधा आ सकती है, जो इंफेक्शन का काऱण बन सकता है।
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6. नाक या कान में हवा भरना
बच्चे की मालिश के दौरान कई बार दाई या दादी-नानी बच्चे के कान या नाक को साफ करने के लिए फूंक मारकर हवा भरती हैं। इससे कान के परदे को नुकसान, संक्रमण या सांस लेने में समस्या हो सकती है।
7. ग्राइप वॉटर का उपयोग करना
ग्राइप वॉटर में अक्सर अल्कोहल, चीनी या हानिकारक जड़ी-बूटियां होती हैं, जो बच्चे के विकसित हो रहे पाचन तंत्र को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
8. बेसन का पेस्ट लगाना
शिशुओं के स्किन पर मौजूद अनचाहे बालों को हटाने के लिए कई बार बेसन के पेस्ट को उनकी त्वचा पर लगाया जाता है। लेकिन, बेसन बच्चे की नाज़ुक त्वचा को परेशान कर सकता है, चकत्ते का कारण बन सकता है।
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निष्कर्ष
दादी-नानी के जमाने की इन प्रथाओं से बचना आपके बच्चे के स्वास्थ्य और सुरक्षा के लिए बहुत जरूरी है। इसलिए आप अपने बच्चे के साथ कोई भी नई चीज ट्राई करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट कर लें, ताकि शिशु को किसी भी स्वास्थ्य समस्या से सुरक्षित रखा जा सके।
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