Is Janam Ghutti Good for Babies in Summer Season : भारत में नवजात शिशु को शारीरिक तौर पर मजबूत बनाने के लिए सदियों से जन्म घुट्टी देने की परंपरा चली आ रही है। जन्मघुट्टी कई प्रकार की जड़ी-बूटियों का हर्बल मिश्रण होता है। ऐसा कहा जाता है कि नवजात शिशु को जन्म के बाद जन्म घुट्टी पिलाई जाए, तो यह पाचन प्रक्रिया को सुधारने, भूख बढ़ाने और इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करती है। बच्चों को जन्म घुट्टी देने वाले ज्यादातर पेरेंट्स इस बात को मानते हैं कि ये सिर्फ सर्दियों में ही फायदेमंद होती है। गर्मियों में बच्चों को जन्म घुट्टी देने से नुकसान हो सकता है।
जन्म घुट्टी क्या है?- What is Janam Ghutti
गुरुग्राम स्थित सीके बिड़ला अस्पताल के नियोनेटोलॉजी और पीडियाट्रिक्स विभाग की कंसल्टेंट डॉ. श्रेया दुबे (Dr Shreya Dubey, Consultant- Neonatology and Paediatrics, CK Birla Hospital Gurugram) के अनुसार, जन्म घुट्टी एक प्रकार का हर्बल काढ़ा है। इसे बनाने के लिए छोटी इलायची, सौंफ, अजवाइन, तुलसी, गिलोय और हरड़ जैसी जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। वहीं कुछ कंपनियां जन्मघुट्टी में शहद भी मिलाती हैं, ताकि इसके स्वाद को बैलेंस किया जा सके।
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बच्चों को जन्म घुट्टी देने के फायदे- Benefits of Janam Ghutti for Kids
- जन्मघुट्टी में कई प्रकार की हर्बल जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। यह शिशुओं के नाजुक पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है।
- इसमें मौजूद सौंफ, अजवाइन और शहद जैसे तत्व शिशुओं को गैस, पेट के दर्द और अपच की समस्या से राहत दिलाने में सहायक होते हैं।
- जन्म घुट्टी के शामिल किए गए गिलोय और हरड़ नवजात शिशुओं का इम्यून सिस्टम मजबूत बनाने में मदद करती है, जिससे संक्रमण और बीमारियों का खतरा कम होता है।
- गर्मी के कारण बच्चों का भूख लगना कम हो जाता है। ऐसे में जन्मघुट्टी में कुछ घटक जैसे पिप्पली और वायविडंग भूख बढ़ाने में मदद करते हैं।
- गर्मी के कारण बेचैनी बढ़ सकती है। अश्वगंधा और बाला जैसे जड़ी-बूटियां बच्चों को शांत रखने में सहायक होती हैं।
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क्या गर्मियों में बच्चों को जन्म घुट्टी पिलाना सही है- is janam ghutti good for babies in summer Season in Hindi
डॉ. श्रेया दुबे का कहना है कि जन्मघुट्टी में कई प्रकार की जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। यही कारण है कि इसकी तासीर गर्म मानी जाती है। गर्मी के तपस, लू अधिक होती है और नवजात शिशुओं की त्वचा व आंतरिक प्रणाली बहुत सेंसेटिव होती है। ऐसे में बच्चों को जन्म घुट्टी पिलाई जाए, तो कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। गर्मी के मौसम में बच्चों को जन्म घुट्टी पिलाने से डायरिया, दस्त और उल्टी की परेशानी हो सकती है।
गर्मियों में बच्चों को जन्मघुट्टी देने के नुकसान- Side Effects of Janam Ghutti in Summer
डॉ. श्रेया दुबे बताती हैं जन्म घुट्टी में कई प्रकार की आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। जिसकी वजह से जन्म घुट्टी की तासीर गर्म हो जाती है। अगर बच्चों को गर्मी में जन्म घुट्टी दी जाए, तो इससे उन्हें कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
1. जन्म घुट्टी में मौजूद सौंठ, पिप्पली और दालचीनी जैसे तत्व तासीर से गर्म माने जाते हैं। ये गर्मियों में बच्चों के शरीर में और अधिक गर्मी पैदा कर सकते हैं। इसके कारण शरीर पर दानें और खुजली की परेशानी हो सकती है।
2. गर्म चीजें पसीने को बढ़ावा देती हैं, जिससे बच्चे जल्दी डिहाइड्रेट हो सकते हैं।
3. गर्मियों में त्वचा संवेदनशील होती है और अगर जन्मघुट्टी की किसी सामग्री से एलर्जी हो, तो बच्चे को रैशेस या उल्टी-दस्त हो सकते हैं।
4. गर्मी के मौसम में बच्चे का पाचन तंत्र पहले से ही संवेदनशील होता है। जन्म घुट्टी यदि बिना किसी डॉक्टरी सलाह के दी जाए तो ये स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकती है।
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गर्मियों में गर्म हवाओं के कारण नवजात शिशु के शरीर में पानी की कमी हो सकती है। ऐसे में उन्हें जन्मघुट्टी या कोई भी अन्य आयुर्वेदिक और हर्बल काढ़ा पिलाने से त्वचा संबंधी परेशानी हो सकती है। इसलिए गर्मियों में शिशु को जन्म घुट्टी नहीं पिलानी चाहिए।
गर्मियों में बच्चों को जन्म घुट्टी देते वक्त सावधानियां
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि यूं तो गर्मियों में बच्चों को जन्म घुट्टी देना सुरक्षित नहीं है, लेकिन जो पेरेंट्स ऐसा कर रहे हैं, तो उन्हें कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- अगर जन्म घुट्टी देने के बाद शिशु को उल्टी, दस्त की समस्या होती है, तो उसे न दें।
- नवजात शिशु और बच्चों का पाचन तंत्र कमजोर होता है। ऐसे में उन्हें एलर्जी जल्दी होती है। अगर आपके बच्चे को किसी प्रकार की एलर्जी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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निष्कर्ष
भारतीय समाज में कई पारंपरिक प्रथाएं पीढ़ियों से चली आ रही हैं, लेकिन जरूरी है कि उन्हें वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखा जाए। यदि जन्मघुट्टी देने की परंपरा का पालन करना है, तो मौसम और शिशु के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए बदलाव आवश्यक हैं। सिर्फ परंपरा के नाम पर नवजात की सेहत से खिलवाड़ नहीं होना चाहिए। गर्मी या किसी भी अन्य मौसम में बच्चों को जन्मघुट्टी देने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
FAQ
क्या जन्मघुट्टी हर बच्चे को दी जानी चाहिए?
गर बच्चा स्वस्थ है और मां का दूध ठीक से पी रहा है, तो घुट्टी की जरूरत नहीं होती है।क्या जन्मघुट्टी से किसी प्रकार के साइड इफेक्ट हो सकते हैं?
छोटे बच्चों को अगर बिना डॉक्टरी सलाह के जन्मघुट्टी दी जाए, तो इससे कई प्रकार के साइड इफेक्ट हो सकते हैं। जन्मघुट्टी देने से बच्चों को एलर्जी, उल्टी, दस्त, पेट दर्द, या स्किन रैशेस हो सकते हैं।जन्मघुट्टी देने का सही समय क्या है?
आमतौर पर सुबह के समय खाली पेट बहुत थोड़ी मात्रा में दी जाती है, ताकि उसका असर पाचन पर सकारात्मक हो। लेकिन बच्चों को जन्मघुट्टी देते समय पर डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।