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कुछ बच्चे पूंछ के साथ क्यों पैदा होते हैं? जानें इसका कारण और इलाज

छोटी सी पूंछ के साथ जन्म लेने वाले बच्चों को आज भी भारत जैसे देश में भगवान का अवतार समझा जाता है, लेकिन यह एक दुलर्भ मेडिकल कंडीशन हैं।
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कुछ बच्चे पूंछ के साथ क्यों पैदा होते हैं? जानें इसका कारण और इलाज


बच्चे का जन्म एक अनमोल अनुभव होता है, लेकिन कुछ दुर्लभ मामलों में, नवजात शिशु पूंछ जैसी संरचना के साथ जन्म ले सकते हैं। पूंछ के साथ जन्म लेने वाले शिशुओं को भारत के कई हिस्सों में आज भी भगवान या किसी देवता का रूप मान लिया जाता है। लेकिन यह एक दुर्लभ मेडिकल कंडीशन है। इसे कॉग्निटिव टेल (Congenital Tail) या "मानव पूंछ" कहा जाता है। पूंछ के साथ जन्म लेने वाले बच्चे भी आम बच्चों की तरह ही होते हैं।

आज इस लेख में हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ बच्चे कॉग्निटिव टेल के साथ क्यों पैदा होते हैं और इसका इलाज क्या है। इस विषय पर लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण आनंद ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर कर जानकारी दी है।

 

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कॉग्निटिव टेल क्या है?- What is the cognitive tail?

डॉ. तरुण आनंद के अनुसार, मानव पूंछ एक दुर्लभ जन्मजात विसंगति है जो लुम्बर साक्रोकोक सेजिया क्षेत्र से निकलती है। कुछ लेखकों ने इस दुर्लभ और जिज्ञासु स्थिति को मानव वंश या अन्य जानवरों के साथ संबंध के प्रमाण के रूप में माना है, जबकि कुछ लोग इसे अंधविश्वास के साथ जोड़कर देखते हैं। किसी भी बच्चे के पूंछ के साथ जन्म लेने की स्थिति तब होती है, जब गर्भ में विकास के दौरान, रीढ़ की हड्डी के निचले हिस्से में अतिरिक्त मांस या हड्डी जैसी संरचना विकसित हो जाती है। यह संरचना आमतौर पर त्वचा, मांसपेशियों, नसों से बनी होती है।

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कॉग्निटिव टेल के प्रकार क्या-क्या हैं?- What are the types of cognitive tales?

कॉग्निटिव टेल सिर्फ एक प्रकार की नहीं होती है, बल्कि विभिन्न जन्मजात शिशुओं में अलग-अलग होती है।

1. सच्ची पूंछ (True Tail) : यह वह स्थिति है, जब नवजात की पूंछ में सिर्फ त्वचा, मांसपेशियां और नसें होती हैं। पूंछ में किसी प्रकार की हड्डी नहीं देखी जाती है।

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2. छद्म पूंछ (Pseudo Tail): इस प्रकार की पूंछ के साथ जन्म लेने वाले शिशुओं में रीढ़ की संरचना फैट युक्त गांठ नजर आ सकती है। यह आमतौर पर किसी अन्य शारीरिक समस्या जैसे कि स्पाइनल बिफिडा (Spina Bifida) या ट्यूमर के साथ जुड़ी होती है। 

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बच्चों में कॉग्निटिव टेल होने का कारण- Causes of Cognitive Tail in Children

बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ के अनुसार, जब शिशु का गर्भ में विकास हो रहा होता है, तब एक छोटी सी पूंछ होती है, जिसे "एम्ब्रायोनिक टेल" कहते हैं। यह पूंछ आमतौर पर भ्रूण के बढ़ने के साथ ही गायब होती चली जाती है। लेकिन कुछ गंभीर मामलों में बच्चा पूंछ के साथ पैदा हो जाता है। बच्चों के पूंछ के साथ पैदा होने का एक कारण जीन में म्यूटेशन का भी होना है। अगर परिवार में किसी को यह स्थिति रही हो, तो बच्चे में इसका खतरा बढ़ सकता है। 

बच्चों में कॉग्निटिव टेल का इलाज क्या है?

डॉ. तरुण आनंद का कहना है कि एक दौर था जब पूंछ के साथ जन्म लेने वाले बच्चों को भगवान का अवतार और अन्य अंधविश्वास से जोड़कर देखा जाता था। ऐसा इसलिए होता था, क्योंकि उस समय बच्चों में कॉग्निटिव टेल का इलाज संभव नहीं था। लेकिन वर्तमान में सच्ची पूंछ को हटाने के लिए सर्जरी सबसे प्रभावी और सुरक्षित तरीका है।  जन्म के कुछ महीनों बाद या जब बच्चा थोड़ा बड़ा हो जाए, तब डॉक्टर इस पूंछ को सर्जरी के माध्यम से कटवा सकते हैं और बच्चे को एक साधारण जीवन दे सकते हैं।

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निष्कर्ष

बच्चों का पूंछ के साथ जन्म लेना दुर्लभ है, लेकिन यह आमतौर पर कोई गंभीर समस्या नहीं है। यह सिर्फ एक मेडिकल कंडीशन है। अगर आपके घर में कोई बच्चा पूंछ के साथ पैदा होता है, तो माता-पिता और परिवार के सदस्यों को डरने की जरूरत नहीं है। इस स्थिति में आप डॉक्टर की सलाह पर सही इलाज करवा करके, बच्चे को एक सामान्य जीवन दे सकते हैं।

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