Atopic Dermatitis Treatment in Hindi: एटोपिक डर्मेटाइटिस एक गंभीर स्किन कंडीशन है, जिसकी वजह से त्वचा पर खुजली और सूजन होने लगती है। इस स्थिति में त्वचा ड्राई और रूखी हो जाती है। यह आमतौर पर बचपन में होता है। लेकिन कुछ मामलों में यह समस्या जिंदगी भर में रह सकती है। आपको बता दें कि जिन लोगों की त्वचा का रंग हल्का होता है, उनकी त्वचा पर रेडनेस नजर आ सकती है। वहीं, डार्क स्किन वाले लोगों में ग्रे या ब्राउन रैशेज नजर आ सकते हैं। यह हाथ, उंगलियों, पैर, पलकों और होंठों को प्रभावित कर सकता है। कहा जाता है कि एटोपिक डर्मेटाइटिस का कोई इलाज नहीं है। लेकिन कुछ दवाइयों, थेरेपी और उपायों की मदद से इसके लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। फैमिली फिजिशियन ऑफ इंडिया के डॉक्टर रमन कुमार से जानें एटोपिक डर्मेटाइटिस का इलाज-
एटोपिक डर्मेटाइटिस का इलाज- Atopic Dermatitis Treatment Options in hindi |
1. त्वचा को मॉइश्चराइज करें
एटोपिक डर्मेटाइटिस के लक्षणों से राहत पाने के लिए आपको अपनी त्वचा को नियमित रूप से मॉइश्चराइज जरूर करना चाहिए। मॉइश्चराइज करने से त्वचा की ड्राईनेस और खुजली में आराम मिलता है। इससे त्वचा मुलायम बनती है और रेडनेस भी कम होती है।
2. दवाइयों का सेवन
एटोपिक डर्मेटाइटिस के इलाज के लिए डॉक्टर कुछ दवाइयां भी लिख सकते हैं। इसके लिए एंटीबायोटिक दवाइयां असरदार साबित हो सकती हैं। दवाइयां सूजन और खुजली में आराम दिला सकती हैं। लेकिन एटोपिक डर्मेटाइटिस का इलाज करने के लिए आपको डॉक्टर की सलाह पर ही दवाइयों का सेवन करना चाहिए।
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3. लाइट थेरेपी
जब क्रीम या दवाइयों की मदद से एटोपिक डर्मेटाइटिस के लक्षणों में आराम नहीं मिलता है, तो डॉक्टर लाइट थेरेपी करवाने की सलाह दे सकते हैं। लेकिन लंबे समय तक लाइट थेरेपी लेने से बचना चाहिए। क्योंकि इससे एजिंग के लक्षण नजर आ सकते हैं। साथ ही, हाइपरपिग्मेंटेशन और स्किन कैंसर का जोखिम भी बढ़ता है।
4. वेट ड्रेसिंग
एटोपिक डर्मेटाइटिस के लक्षणों को कम करने के लिए वेट ड्रेंसिग का भी सहारा लिया जा सकता है। इसके त्वचा पर पहले क्रीम लगाई जाती है। फिर गीला कपड़ा या पट्टियां लगाई जाती हैं। इससे त्वचा का रूखापन कम होता है और स्किन सॉफ्ट बनती है।
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आपको बता दें कि एटोपिक डर्मेटाइटिस का कोई इलाज नहीं है। लेकिन कुछ दवाइयों और थेरेपी की मदद से डॉक्टर इसके लक्षणों को कम करने की कोशिश करते हैं। इसके अलावा, आप भी कुछ उपायों को अपना सकते हैं।
- त्वचा को सुबह और रात में सोते समय मॉइश्चराइज करें। इसके लिए क्रीम या तेल का इस्तेमाल कर सकते हैं।
- फ्रेगनेंस और कैमिकल फ्री प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें।
- एंटी-इचिंग क्रीम का इस्तेमाल करें। इससे आपको खुजली से राहत मिलेगी।
- प्रभावित त्वचा को खरोचने से बचें। इससे त्वचा खराब हो सकती है।
- ओट्स के पानी से नहाना फायेदमंद हो सकता है।
- तनाव कम करें और खुश रहने की कोशिश करें।
- समय पर सोएं और पूरी नींद लें।
- दिनभर में 8 से 10 गिलास पानी जरूर पिएं।
- योग, मेडिटेशन और प्राणायाम का अभ्यास करें।