अल्जाइमर डिजीज एक उम्र के साथ होने वाली बीमारी है। उम्र बढ़ने के साथ महिला और पुरुषों में अल्जाइमर बीमारी का जोखिम बढ़ जाता है, जो एक दिमाग से जुड़ी समस्या है। इस बीमारी में व्यक्ति धीरे-धीरे याददाश्त खोने लगती है, सोचने की क्षमता कमजोर और व्यवहार में भी बदलाव होने लगता है। डिमेंशिया के सबसे आम प्रकार में अल्जाइमर है। इस बीमारी का सबसे ज्यादा असर बुजुर्गों पर पड़ता है। लेकिन, क्या आपको पता है उम्र के साथ-साथ अल्जाइमर का जोखिम लिंग यानी जेंडर को भी अलग-अलग तरह से प्रभावित करता है। जी हीं, ऐसा माना जाता है कि अल्जाइमर का जोखिम पुरुषों से ज्यादा महिलाओं को होता है। आइए जयपुर के नारायणा अस्पताल के कंसल्टेंट- न्यूरोलॉजी के डॉ. वैभव माथुर (Dr. Vaibhav Mathur, Consultant - Neurology, Narayana Hospital, Jaipur) से जानते हैं कि अल्जाइमर का खतरा महिला या पुरुष किसे ज्यादा होता है?
महिला या पुरुष, अल्जाइमर का खतरा किसे ज्यादा है? - Are males or females more prone to Alzheimer's in Hindi?
डॉ. वैभव माथुर के अनुसार, अल्जाइमर डिजीज महिला और पुरुष दोनों को प्रभावित करता है, लेकिन महिलाओं में इसके होने की संभावना ज्यादा होती है। NCBI की एक स्टडी के अनुसार, 65 साल से ज्यादा उम्र के लोगों में महिलाओं में अल्जाइमर डिजीज की दर पुरुषों की तुलना में ज्यादा होती है। महिलाओं में अल्जाइमर डिजीज के ज्यादा मामलों के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जिनमें एक बड़ा कारण महिलाओं का ज्यादा उम्र तक जीवित रहना है। अल्जाइमर डिजीज का जोखिम उम्र के साथ बढ़ता है और क्योंकि महिलाएं आमतौर पर पुरुषों की तुलना में ज्यादा जीवित रहती हैं, इसलिए उन्हें ये बीमारी होने का खतरा ज्यादा होता है। इस अध्ययन से पता चलता है कि 80 साल की उम्र के बाद महिलाओं में अल्जाइमर बीमारी की दर पुरुषों की तुलना में ज्यादा तेजी से बढ़ती है। लेकिन, इसके अलावा महिलाओं में अल्जाइमर होने का जोखिम पुरुषों से ज्यादा क्यों है इसके बारे में ज्यादा रिसर्च की जरूरत है।
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अल्जाइमर से बचाव के उपाय
अल्जाइमर दिमाग से जुड़ी एक ऐसी बीमारी है, जो आपके याददाश्त, सोचने-समझने और चलने-फिरने के तरीके को भी प्रभावित करता है। ऐसे में आप इससे बचाव के लिए इन उपायों को फॉलो कर सकते हैं। जैसे-
- हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं, जिसमें संतुलित आहार, नियमित रूप से एक्सरसाइज और पर्याप्त नींद लेना जरूरी है।
- मानसिक रूप से खुद को एक्टिव रखने की कोशिश करें, जिससे पढ़ने, दिमाग से जुड़े खेल खेलना और पहेलियां हल करना शामिल हो।
- सोशल कनेक्शन बनाए रखें, जिसमें लोगों से मिलना-जुलना और इमोशनल तरीके से जुड़े रहना शामिल है।
- अपनी सेहत को लेकर सतर्क रहे और नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच करवाएं, जिससे डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर आदि चीजों की नियमित जांच शामिल हो।
- खुद को तनाव से दूर रखने की कोशिश करें, जिसके लिए ध्यान, योग और मेडिटेशन नियमित रूप से करें।
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निष्कर्ष
महिलाओं में अल्जाइमर का जोखिम पुरुषों की तुलना में ज्यादा होता है और इसके एक बड़ा कारण महिलाओं का पुरुषों से ज्यादा जीवित रहना है। इसलिए, अगर आपको अल्जाइमर से बचाव करना है तो ऊपर बताएं उपायों को अपने लाइफस्टाइल में शामिल कर सकते हैं।
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FAQ
अल्जाइमर रोग कैसे होता है?
अल्जाइमर डिजीज दिमाग सेल्स को नुकसान पहुंचाने वाले प्रोटीन के जमा होने के कारण होता है, जो धीरे-धीरे दिमाग में सिकुड़न और सेल्स को मारने के कारण होता है।भूलने की बीमारी किसकी कमी से होती है?
भूलने की बीमारी दिमाग के डैमेज या कुछ नर्व से जुड़ी समस्याओं के कारण होती है। लेकिन शरीर में विटामिन बी12 की कमी और विटामिन बी1 की कमी से भी भूलने की समस्या हो सकती हैभूलने की बीमारी कब गंभीर होती है?
भूलने की बीमारी तब गंभीर हो जाती है, जब ये आपके रोजमर्रा के जीवन को प्रभावित करने लगता है। इसलिए, जब रोज के हिसाब-किताब, साफ-सफाई और अन्य कामों को करने में आपको परेशानी होती है, तो ये बीमारी गंभीर हो सकती है।
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Sep 21, 2025 17:38 IST
Published By : Katyayani Tiwari