
आज की तेज रफ्तार जिंदगी में हम सब एक ऐसी चीज की तलाश में रहते हैं जो जल्दी बने, आसानी से मिले और समय भी बचाए। यही वजह है कि डिब्बाबंद (canned) फूड्स हमारे किचन का हिस्सा बनते जा रहे हैं। ऑफिस से देर से लौटने पर झटपट बनने वाली कैन सूप, पिकनिक पर जाते वक्त कैन्ड स्वीट कॉर्न या फिर सलाद में इस्तेमाल होने वाले टिन्ड बीन्स, ये सब हमारी रोजमर्रा की आदतों में शामिल होते जा रहे हैं लेकिन क्या सुविधा के इस दौर में हम अपने स्वास्थ्य के साथ कोई बड़ा समझौता तो नहीं कर रहे? इस लेख में पारस हेल्थ, गुरुग्राम के इंटरनल मेडिसिन विभाग के एचओडी, डॉ आरआर दत्ता (Dr. RR Dutta, HOD, Internal Medicine, Paras Health, Gurugram) से जानिए, कैन्ड फूड के नुकसान क्या हैं?
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कैन्ड फूड के नुकसान क्या हैं? - Canned Food Health Risks
डॉ आरआर दत्ता बताते हैं कि किसी भी फूड को अधिक समय तक सुरक्षित रखने के लिए उसे सील बंद कैन में भरकर गर्म किया जाता है। इस प्रोसेस में माइक्रोब्स खत्म हो जाते हैं और भोजन 1-2 साल तक भी सुरक्षित रह सकता है। कई डिब्बाबंद प्रोडक्ट्स में प्रिजर्वेटिव्स, फ्लेवर एन्हांसर्स और सोडियम की मात्रा ज्यादा होती है ताकि भोजन लंबे समय तक खराब न हो। विशेष रूप से, कई कैन के अंदर BPA (Bisphenol A) नामक प्लास्टिक-लाइनिंग होती है जो भोजन में मिल सकती है। यह केमिकल हार्मोनल बैलेंस को प्रभावित कर सकता है और लंबे समय में स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
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- ब्लड प्रेशर बढ़ाता है
- हार्ट डिजीज का जोखिम बढ़ाता है
- किडनी पर दबाव डालता है
डॉक्टर के अनुसार, जो लोग रोजाना कैन फूड्स का सेवन करते हैं, उनके सोडियम का इनटेक कई गुना अधिक हो जाता है। यह स्थिति लंबे समय में हाइपरटेंशन का कारण बन सकती है।

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क्या कैन्ड फूड बैक्टीरिया का खतरा बढ़ाते हैं?
अधिकतर कैन सुरक्षित होते हैं, लेकिन यदि कैन हल्का फूला हुआ, टूटा हुआ या जंग लगा हो, तो उसमें Botulism नामक खतरनाक बैक्टीरिया पनप सकता है। यह एक गंभीर विषाक्तता है, जो तुरंत इलाज न होने पर घातक भी हो सकती है।
डॉक्टर की सलाह
डॉ आरआर दत्ता सलाह देते हैं कि लेबल पढ़ें और Low Sodium या BPA Free विकल्प चुनें। कैन खोलने के बाद फूड को धो लें ताकि अतिरिक्त नमक और सिरप कम हो जाए। रोजाना की जगह हफ्ते में सिर्फ 1-2 बार ही सेवन करें। इसके अलावा ताजा, फ्रोजन और घर का खाना ही प्राथमिकता दें।
निष्कर्ष
डिब्बाबंद फूड्स खराब नहीं होते, लेकिन रोजाना सेवन करने पर वे लंबे समय में स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। हाई सोडियम, BPA, प्रिजर्वेटिव्स और कम पोषण इन्हें केवल कभी-कभार का विकल्प बनाते हैं। यदि आप इन्हें सीमित मात्रा में और सही विकल्प चुनकर खाते हैं, तो जोखिम कम हो सकता है, लेकिन हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए ताजा भोजन हमेशा बेहतर माना जाता है।
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Nov 23, 2025 14:03 IST
Published By : Akanksha Tiwari