प्रेगनेंसी में जिंक की कमी से मां और बच्चे की सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। जानते हैं, इसकी कमी के लक्षण और फूड सोर्स
प्रेगनेंसी में एक गर्भवती महिला को पोषक तत्वों से भरपूर भोजन की आवश्यकता होती है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में विटामिन्स और मिनरल्स की आवश्यकता होती है। ऐसा ही एक आवश्यक पोषक तत्व है - जिंक। यह हमारे इम्यून सिस्टम (Immune System) को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अलावा, नये सेल्स के निर्माण, घाव भरने और उम्र से संबंधित कुछ बीमारियों के जोखिम को कम करने में भी जिंक आवश्यक होता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ (NIH) के अनुसार, एक वयस्क महिला को रोजाना 8mg जिंक का सेवन करना चाहिए। वहीं, गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान एक महिला को सामान्य से अधिक मात्रा में जिंक की जरूरत होती है। NIH केअनुसार, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को प्रतिदिन 11-12 मिलीग्राम जिंक का सेवन करना चाहिए। प्रेगनेंसी के दौरान शरीर में जिंक की कमी (Zinc Deficiency During Pregnancy In Hindi) के कारण मां और शिशु के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए, गर्भावस्था के दौरान डाइट में पर्याप्त मात्रा में जिंक से भरपूर फूड्स (Zinc Rich Foods) को शामिल करना जरूरी है। आइए जानते हैं प्रेगनेंसी में जिंक की कमी के लक्षण और फूड सोर्स -
दालों में पर्याप्त मात्रा में जिंक और अन्य पोषक तत्व मौजूद होते हैं। बींस, चने, मटर, मूंग और राजमा जैसी सभी दालों में पर्याप्त मात्रा में जिंक मौजूद होता है। जिंक की रोजाना जरूरत पूरा करने के लिए आप दालों को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। ये प्रोटीन और फाइबर जैसे कई पोषक तत्वों से भरपूर होती हैं।
काजू सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले ड्राई फ्रूट्स में से एक है। काजू पोषक तत्वों से भरपूर होता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन के, जिंक, फोलेट, पॉलिअनसैचुरेटेड फैटी एसिड्स और कॉपर जैसे पोषक तत्व मौजूद होते हैं। केवल 28 ग्राम काजू का सेवन करने से आपको 1।6 मिग्रा तक ज़िंक प्राप्त हो सकता है। यह दिल के स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। काजू का सेवन करने से ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है और इम्यून सिस्टम मजबूत होता है।
राजगिरा का इस्तेमाल आमतौर पर व्रत में किया जाता है। इसे रामदाना के नाम से भी जाना जाता है। राजगिरा में प्रोटीन, जिंक, मैग्नीशियम, फाइबर, आयरन मैंगनीज आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। आप राजगिरा को अलग-अलग तरीकों से अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं।
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शरीर में जिंक की कमी को पूरा करने के लिए आप अपनी डाइट में तिल शामिल कर सकते हैं। तिल में भरपूर मात्रा में जिंक पाया जाता है। इसके साथ ही यह कैल्शियम, आयरन और फाइबर का भी समृद्ध स्त्रोत है। आप अपनी डाइट में काला तिल या सफेद तिल शामिल कर सकते हैं।
बाजरे का सेवन स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, जिंक, फाइबर, कैल्शियम, आयरन आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं। बाजरे का सेवन करने से भूख खुलकर लगती है और पेट संबंधी समस्याओं में भी काफी लाभ होता है। आप जिंक से भरपूर बाजरे की रोटी या बाजरे की खिचड़ी का सेवन कर सकते हैं।
मशरूम में भरपूर मात्रा में प्रोटीन के साथ जिंक भी पाया जाता है। यह विटामिन डी का भी एक अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है मशरूम में कैलोरी की मात्रा कम होती है, जिससे वजन घटाने में मदद मिलती है।
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प्रेगनेंसी में मां और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए जिंक बहुत जरूरी पोषक तत्व है। प्रेगनेंसी में जिंक की कमी होने पर शरीर में कई लक्षण नजर आ सकते हैं। जिंक की कमी से बचने के लिए आप अपनी डाइट में जिंक से भरपूर फूड्स को शामिल करें।
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