
डॉक्टरों को भगवान का अवतार माना जाता है क्योंकि वे दुर्लभ बीमारियां होने पर भी आपको मौत के मुंह से बाहर निकाल लाते हैं। ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (AIIMS) के डॉक्टरों ने भी कुछ ऐसा कमाल कर दिखाया है, जिसके बाद से लोग उनकी सराहना करते नहीं थक रहे हैं। दरअसल, एम्स के डॉक्टरों ने एक 5 साल की बच्ची के बिना एनेस्थीसिया के ब्रेन की सर्जरी करके उसके सिर से ट्यूमर निकाला है। आइये जानते हैं पूरे मामले के बारे में।
बिना बेहोश किए की सर्जरी
आमतौर पर ऐसी बड़ी सर्जरी के लिए मरीज को पहले एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया जाता है, लेकिन इस मामले में बच्ची की सर्जरी बिना बेहोशी के की गई है। इस 5 वर्षीय बच्ची के जज्बे को लोग सलाम कर रहे हैं। दरअसल, ऑपरेशन थिएटर में बच्ची की खोपड़ी खोलकर उसमें औजार डालकर उसका ऑपरेशन किया जा रहा था। चीखने, चिल्लाने के बजाय बच्ची किलाकारियां मारके हंस रही थी, जिसे देखकर डॉक्टर भी हैरान थे। इस दौरान वह हंसकर डॉक्टरों की हर बात का जवाब दे रही थी।
4 घंटे तक चली सर्जरी
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बच्ची की सर्जरी 4 घंटे तक चली थी। 7 डॉक्टरों की टीम ने सफलतापूर्वक इस सर्जरी को पूरा किया। एक्सपर्ट्स की मानें तो बिना बेहोश किए वह भी 5 साल 10 महीने यानि इतनी कम उम्र की बच्ची की ब्रेन सर्जरी होने का यह देश में पहला ऐसा मामला है। एम्स के न्यूरो सर्जरी विभाग के प्रोफेसर डॉ. दीपक गुप्ता, एनेस्थीसिया विभाग के डॉ. मिहिर पांड्या समेत 7 डॉक्टरों ने मिलकर इस सर्जरी को अंजाम दिया।
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खोपड़ी के दोनों तरफ लगे 16 इंजेक्शन
न्यूरोएनेस्थीसिया विभाग के डॉ. मिहिर पांड्या के मुताबिक बच्ची अक्षिता यादव काफी बहादुर थी। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन के लिए तैयार करने के दौरान बच्ची की खोपड़ी के दोनों तरफ 16 इंजेक्शन लगाए गए। इंजेक्शन के दर्द को कम करने के लिए बच्ची को पहले ड्रॉप दी गई थी ताकि उसे दर्द का एहसास कम हो। बच्ची को लेफ्ट पेरिसिल्वियन इंट्राक्सियल ब्रेन ट्यूमर था।
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