बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों का दर्द होना एक आम बात है, लेकिन आजकल कि भागदौड़ भरी जिंदगी के बीच हर कोई इसका शिकार हो रहा है। जोड़ों के दर्द में से एक है घुटनों का दर्द जो आपको काफी दर्द दे सकता है साथ ही आपके चलने-फिरने की प्रक्रिया को बुरी तरह से प्रभावित करता है। घुटनों का दर्द ऐसा है जिससे ज्यादातर लोग पीड़ित हैं और इससे छुटकारा पाने की कोशिश करते रहते हैं। लेकिन इससे छुटकारा आपको तभी मिल सकता है जब आप घुटनों के दर्द के पीछे के कारण को समझ पाएं।
आजकल आपको कई ऐसे नौजवान भी मिल जाएंगे जो अपने घुटनों के दर्द से परेशान रहते हैं। घुटनों के दर्द के कारण ये आपको उठने-बैठने और चलने-फिरने जैसी कई समस्याएं हो सकती है। घुटने का दर्द जरूरी नहीं हर किसी के लिए एक जैसा हो, कई मामलों में ये कुछ दिनों तक ही परेशान करता है और कुछ मामलों में ये कई सालों तक बना रहता है। ऐसे में इसका इलाज करवाना और इससे राहत पाना बहुत जरूरी होता है। आइए इसके इलाज से पहले इसके कारणों को जान लें।
घुटनों के दर्द का कारण (Causes Of Knee Pain In Hindi)
ऑस्टियोआर्थराइटिस: घुटनों में दर्द, सूजन, और हड्डियों की स्थिति बिगड़ने के कारण ये समस्या होती है।
टन्टीनाइटिस: किसी भी जगह चढ़ते या उतरते समय घुटनों में दर्द के कारण टेन्टीनाइटिस की समस्या होती है। यह समस्या साइकिल चलाने वालों में ज्यादा देखी जाती है।
बर्साइटिस: घुटनों के दर्द की ये स्थिति बार-बार लगने वाली चोट के कारण और ज्यादा चलने-फिरने वाले लोगों में होती है।
गाउट: गाउट की स्थिति घुटनों में यूरिक एसिड बनने के कारण होती है।
मेनिस्कस टियर: घुटनों या किसी भी जोड़ों के कार्टिलेज में एक या उससे ज्यादा बार टूट-फूट होने के कारण ये स्थिति पैदा होती है, जिसके कारण आपके घुटनों में दर्द होना शुरु हो जाता है।
किन लोगों को है घुटनों के दर्द का ज्यादा खतरा? (Which People Are At Greater Risk Of Knee Pain)
- जो लोग अधिक वजन या मोटापे से ग्रस्त हैं, वे घुटने की समस्याओं के लिए ज्यादा खतरे में हैं। आपकी ओर से ज्यादा वजन वाले प्रति पाउंड के लिए, आपके घुटने को अतिरिक्त 4 पाउंड अवशोषित करना चाहिए जब आप चलते हैं, दौड़ते हैं, या सीढ़ियों पर चढ़ते हैं तो दबाव का स्रोत। इसके अलावा इन लोगों को भी खतरा हो सकता है, जैसे:
- आयु।
- पिछली या पुरानी चोट।
- एथलेटिक गतिविधि या शारीरिक व्यायाम करने वाले लोग।
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बचाव (Preventions)
फिजिकल एक्टिविटी
शारीरिक रूप से सक्रिय होने से आपके टिश्यू के स्वास्थ्य को बढ़ावा मिलता है, व्यायाम शरीर को जोड़ों के समर्थन के तरीके को भी मजबूत करता है। पैर की मांसपेशियों को मजबूत करना घुटनों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
वेट लॉस एंड डाइट
अतिरिक्त वजन उठाने से जोड़ों को ज्यादा काम करना पड़ता है। इसे खोने से गठिया के कारण होने वाले दर्द समेत लंबे समय तक घुटने के दर्द को कम करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही आपको अपने वजन पर नियंत्रण रखना बहुत जरूरी है। वहीं, आपके लिए एक बेहतर डाइट भी जरूरी है जो आपकी हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत करने का काम करती हो। आपको सभी पोषक तत्वों को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए।
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मसाज
आपको नियमित रूप से अपने घुटनों और बाकि जोड़ों की मसाज करनी चाहिए, जिससे कि आपकी मांसपेशियां और हड्डियां स्वस्थ रहें। आप मसाज के लिए चाहें तो सरसों का तेल हल्का सा गर्म करके मालिश कर सकते हैं। आपको रोजाना मालिश करने की जरूरत नहीं है आप हफ्ते में एक या दो बार मालिश कर सकते हैं। इसके साथ ही आप गर्म पानी से सिकाई कर सकते हैं।
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