Stretching Exercise in Hindi: उम्र बढ़ने के साथ स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं भी बढ़ने लगती है। 35 की उम्र के बाद कमर में दर्द, शरीर का लचीलापन कम होना या जोड़ों में दर्द की समस्या बढ़ने लगती है। लेकिन अपने डेली फिजिकल रूटीन में कुछ ऐसी एक्सरसाइज शामिल करनी चाहिए, जो आपके शरीर को बेहतर रखने में मदद कर सकते हैं। उम्र बढ़ने के शारीरिक लक्षणों से राहत पाने में स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज काफी फायदेमंद माने जाते हैं। ऐसे में 35 साल की उम्र के बाद अपने शरीर के लचीलेपन को बढ़ाने और स्वस्थ रहने के लिए आप हेल्थ और फिटनेस एक्सपर्ट मयूर कार्तिक के बताएं इन स्ट्रेचिंग एक्सरसाइजों रोजाना सिर्फ 10 मिनट अपने रूटीन (Is it good to stretch 10 minutes a day) में शामिल कर सकते हैं।
रोज कौन सी स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज करनी चाहिए?
1. पैर की उंगलियों को धकेलना और खींचना
एक शांत जगह पर आराम से बैठ जाएं और फिर अपने पैरों की उंगलियों को 10 बार अपने पीछे की ओर धकेले और फिर उन्हें 10 बार अपनी ओर वापस खींचें। रोजाना यह एक्सरसाइज करने से पैर के दर्द को दूर करने में मदद मिलती है और पैर मजबूत होते हैं।
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2. एड़ी घुमाना
अपनी एड़ियों को क्लॉकवाइज और एंटीक्लॉकवाइज दोनों दिशाओं में 5-5 बार घुमाएं। इससे एड़ी की गतिशीलता में सुधार होता है और ब्लड सर्कुलेशन को भी बढ़ावा मिलता है।
3. घुटने मोड़ना
अपने पैर के घुटनों को बारी-बारी मोड़ें और 10 बार इस प्रक्रिया को दोहराएं। इस एक्सरसाइज को करने से आपके घुटने के दर्द को कम करने और जांघे मजबूत करने में मदद मिलती है।
4. हिप ओपनिंग
हिप ओपनिंग एक्सरसाइज करने के लिए आप अपने एक पैर को मोड़ लें और दूसरे पैर को सीधा रखें। इसके बाद अपने मोड़े हुए पैर को हिलाएं। दोनों पैर पर एक-एक करके 10 बार इस एक्सरसाइज को दोहराएं। नियमित रूप से इस एक्सरसाइज को करने से पेल्विक फ्लोर से जुड़ा तनाव कम होता है और हिप मोबिलिटी बढ़ाने में मदद मिलती है।
5. सिर घुमाना
अपने सिर को 5 बार क्लॉकवाइज़ और 5 बार एंटी-क्लॉकवाइज दोनों दिशाओं में घुमाएं। ऐसा करने से सर्वाइकल के दर्द को कम करने और गर्दन की मोबिलिटी को बढ़ाने में मदद मिलती है।
6. आर्म रोटेशन
आर्म रोटेशन एक्सरसाइज करने के लिए आप अपने दोनों हाथों को 5 बार क्लॉकवाइज और 5 बार एंटी-क्लॉकवाइज घुमाएं। इस एक्सरसाइज को करने से आपकी छाती खुलती है, कंधे और गर्दन की अकड़न को कम करने में मदद मिलती है।
7. आसान फॉरवर्ड बेंड
आसान फॉरवर्ड बेंड एक्सरसाइज करना आपके स्पाइन के लिए काफी फायदेमंद होता है, फॉरवर्ड बेंड पॉजिशन में आए और 5 लंबी सांस लेने तक इस स्थिति में बने रहे और फिर वापस ऊपर आए।
8. बैठकर स्पाइनल ट्विस्ट
बैठकर स्पाइनल ट्विस्ट एक्सरसाइज करने से आपके पेट के आंगों, रीढ़ और पीठ की मांसपेशियों को मसाज करने में मदद मिलती है। आप 5-5 बार दोनों ओर इस इस एक्सरसाइज को दोहराएं।
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9. कोबरा पोज
कोबरा पोज भी आपके सेहत के लिए फायदेमंद होता है। इस मुद्रा को करने से सांस लेने में आसानी होती है और रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने में मदद मिलती है। कोबरा पोज में आप अपनी सांसे 5-5- सेकेंड के लिए होल्ड करें और दोबारा इस प्रक्रिया को 5 बार दोहराएं।
10. सपोर्टेड लेग लिफ्ट
10 सेकेंड सपोर्टेड लेग लिफ्ट पोज में बने रहें। इस एक्सरसाइज को करने से ब्लड फ्लो में सुधार होता है और शरीर को फिर से एक्टिव करने में मदद मिलती है।
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इन स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज को अपने फिजिकल रूटीन में शामिल करने से आपके शरीर का लचीलापन बढ़ता है और ओवरऑल हेल्थ में सुधार होता है।
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