हमारे जीवन में योग का बड़ा महत्व है, योग के नियमित अभ्यास से आपका शरीर न सिर्फ स्वस्थ रहता है बल्कि बीमारियों से बचाव भी होता है। इंसान के मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी नियमित योगाभ्यास बहुत उपयोगी होता है। लेकिन कई लोगों के साथ ऐसा होता है कि उनकी परिस्थितियां इस काम में बाधक बनती हैं। दिव्यांग जनों को योगाभ्यास करने में कई कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है वहीं बूढ़े लोगों के लिए भी योगाभ्यास करना बहुत मुश्किल भरा होता है। डिसएबिलिटी के शिकार लोग या उम्र की वजह से शारीरिक गतिविधियों में अक्षम लोग योग का अभ्यास करने के लिए कुछ व्हील चेयर योग का अभ्यास कर सकते हैं। व्हील चेयर योग उन लोगों के लिए ही है जो दिव्यांग हैं किसी कारण से सामान्य रूप से योगाभ्यास करने में सक्षम नहीं है। आइये जानते हैं इसके बारे में।
दिव्यांग और बूढ़े लोगों के लिए व्हील चेयर योग (Wheel Chair Yoga For Disabled Persons)
व्हील चेयर योगासन ऐसे योग के आसन हैं जिनका अभ्यास आप बैठे-बैठे कर सकते हैं। इन आसनों को बूढ़े लोग जिनकी शारीरिक स्थिति ठीक नहीं है और दिव्यांग लोगों के लिए बहुत उपयोगी माना जाता है। व्हील चेयर योग का नियमित अभ्यास आपको मानसिक और शारीरिक रूप से फिट रखने का काम करता है। ये कुछ व्हील चेयर योगासन हैं जिनका अभ्यास आप बैठे-बैठे आसानी से कर सकते हैं।
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1. काऊ पोज (Seated Cow Pose)
शरीर के अपर बॉडी को फोकस कर काऊ पोज का अभ्यास किया जाता है। इसके अभ्यास से शरीर के ऊपरी हिस्से के अंगों जैसे फेफड़े, हृदय आदि को विशेष फायदा मिलता है। काऊ पोज का अभ्यास करने से आपके मानसिक स्वास्थ्य को बहुत फायदा मिलता है। आप इस योग आसन को आसानी से बैठे-बैठे कर सकते हैं। दिव्यांग और बूढ़े लोग काऊ पोज का अभ्यास करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें।
- सबसे पहले आप व्हील चेयर पर आराम से बैठें।
- इसके बाद अपने दोनों हाथों से व्हील चेयर के साइड वाले आर्म्स को पकड़ लें।
- अब आराम से सांस अंदर की तरफ खींचते हुए सिर को ऊपर की तरफ ले जाएं।
- थोड़ी देर के लिए सिर को आगे रखते हुए शरीर को इसी पोजीशन में रखें।
- अब सांस छोड़ते हुए सामान्य स्थिति में आयें।
इस योगासन का अभ्यास आप शुरुआत में 5 से 7 बार कर सकते हैं। उसके बाद एक्सपर्ट की सलाह लेकर इसकी संख्या बढ़ा सकते हैं।
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2. उत्तानासन या फॉरवर्ड बेंड (Seated Forward Bend)
फॉरवर्ड बेंड पोज, उत्तानासन का ही एक रूप है। इस आसन को आसानी से बैठे-बैठे किया जा सकता है। पेट, पीठ, गर्दन और शरीर के आंतरिक अंगों के लिए इस योगासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। फॉरवर्ड बेंड पोज का अभ्यास करने के लिए आप इन स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं।
- आराम से व्हील चेयर पर बैठें और गहराई से सांस अंदर लें।
- इसके बाद हाथों को जितना हो सके ऊपर की तरफ ले जाएं।
- अब अपने दोनों हाथों को नीचे की तरफ सांस छोड़ते हुए लाएं और शरीर को जितना नीचे ले जा सकें ले जाएं।
- कुछ देर तक इसी पोजीशन में रहें और उसके बाद सीधे बैठ जाएं।
इसका अभ्यास आप 4 से 5 बार करें। आप आसानी से व्हीलचेयर पर बैठे रहकर इस आसन का अभ्यास कर सकते हैं। जिन लोगों का पेट ज्यादा निकला है उनके लिए इसका अभ्यास थोड़ा कठिन हो सकता है।
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3. साइड बेंड (Seated Side Bend)
साइड बेंड योग का अभ्यास भी आप आसानी से व्हील चेयर पर बैठे-बैठे कर सकते हैं। इसके अभ्यास से आपका मानसिक स्वास्थ्य सही रहता है और शरीर के ऊपरी हिस्से की स्ट्रेचिंग आसानी से हो जाती है। साइड बेंड का अभ्यास करने के लिए आप इन स्टेप्स को फॉलो करें।
- व्हील चेयर पर बैठे-बैठे अपने हाथों को साइड में फैलाएं।
- इसके बाद बाएं हाथ को मोड़कर जमीन की ओर रख लें।
- इसके बाद दाहिने हाथ को छत की ओर रखें।
- अब धीरे-धीरे अपना सिर घुमाएँ और दाहिने हाथ की उंगलियों को देखें।
- कुछ देर इस स्थिति में रहकर सामान्य मुद्रा में आ जाएं।
- इसके बाद दूसरी तरफ से भी यही अभ्यास करें।
4. इगल पोज व्हील चेयर योग (Seated Eagle Pose)
व्हील चेयर पर बैठे-बैठे आसानी से ईगल पोज यानी गरुड़ासन का अभ्यास किया जा सकता है। यह शरीर के ऊपरी हिस्से खासकर कन्धों और पीठ के लिए बहुत उपयोगी आसन है। इसका अभ्यास करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें।
- व्हील चेयर पर बैठे-बैठे अपने हाथों को आपस में ट्विस्ट करें।
- इसके बाद हाथों को अपवर्ड डायरेक्शन ले जाएं और इस दौरान सांस अंदर को लें।
- इसके बाद सांस छोड़ते हुए हाथों को सामान्य मुद्रा में लाएं।
- इसका अभ्यास 4 से 5 बार करें।
5. लेग स्ट्रेच (Leg Stretch)
शरीर के निचले हिस्से यानी लोअर पार्ट के लिए इस योगासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है। पैरों को मजबूती देने और मांसपेशियों को मजबूत करने के लिए लेग स्ट्रेच का अभ्यास करना चाहिए। इसका अभ्यास करने के लिए इन स्टेप्स को फॉलो करें।
- अपने बाएं पैर को ऊपर की ओर ले जाएं।
- घुटने को बैंड करते हुए पैर के तलवे को व्हील चेयर पर रखें।
- थोड़ी देर इस पोजीशन में रहें और उसके बाद इसी प्रक्रिया को दूसरे पैर से दोहराएं।
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ऊपर बताये गए योगासनों का अभ्यास बूढ़े लोगों और दिव्यांग जनों के लिए बहुत उपयोगी होता है। लेकिन इसका अभ्यास करते समय जरूरी सावधानियों का ध्यान रखना चाहिए। किसी भी प्रकार की समस्या होने पर इन योगासनों का अभ्यास नहीं करना चाहिए। दिव्यांग और बूढ़े लोगों को इसका अभ्यास किसी व्यक्ति की देखरेख में करना चाहिए।
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