योग का नियमित अभ्यास शरीर को हेल्दी और फिट बनाने के अलावा बीमारियों से मुक्त रखने का भी काम करता है। आज के समय में जहां लोग 9 घंटे की लगातार बैठने वाली जॉब में होते हैं उनके लिए योग बहुत जरूरी होता है। जो लोग नियमित रूप से शारीरिक गतिविधि या वर्कआउट नहीं कर पाते हैं उनके शरीर मं अतिरक्त चर्बी जमने का खतरा रहता है। शरीर में अतरिक्त चर्बी जमने से न सिर्फ शरीर बेडौल दिखने लगता है बल्कि सेहत से जुड़ी कई कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ता है। शरीर पर जमा अतिरक्त चर्बी को हटाने के लिए, सायटिका, ब्लड प्रेशर और पाचन से जुड़ी समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप कपोतासन का अभ्यास कर सकते हैं। आइये जानते हैं इसके बारे में।
कपोतासन का अभ्यास करने के फायदे (Pigeon Pose Kapotasana Benefits)
कपोतासन को अंग्रेजी में Pigeon Pose के नाम से जाना जाता है। यह योगासन शरीर से अतिरक्त चर्बी कम करने और कई गंभीर समस्याओं को दूर करने में उपयोगी होता है। इसे लोग कबूतर मुद्रा के नाम से भी जानते हैं। कपोतासन शब्द संस्कृत भाषा के से लिया गया है जिसका अर्थ भी कबूतर जैसी मुद्रा है। इस योगासन के अभ्यास में आपी मुद्रा कबूतर जैसी होती है। कपोतासन के कई प्रकार या वेरिएशन भी हैं। योग विज्ञान में कपोतासन को शरीर के लिए बहुत उपयोगी आसन माना गया है। कपोतासन का नियमित रूप से अभ्यास करने से आपको ये फायदे मिलते हैं।
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1. कपोतासन का रोजाना सही ढंग से अभ्यास करने से आपको सायटिका के दर्द से राहत मिलती है। इस आसन के अभ्यास से रीढ़ की हड्डी, कंधों और पिंडलियों के दर्द में फायदा मिलता है। हाथों में लचीलापन बनाए रखने के लिए भी ये योगासन बहुत उपयोगी माना जाता है। कपोतासन का रोजाना अभ्यास करने से सायटिका की समस्या दूर होती है।
2. शरीर के अलग-अलग हिस्सों में जमा अतिरिक्त चर्बी को दूर करने के लिए नियमित रूप से कपोतासन का अभ्यास बहुत उपयोगी होता है। इसके अभ्यास से आपके पूरे शरीर को स्ट्रेच मिलता है और मांसपेशियों में लचीलापन बना रहता है। असंतुलित खानपान और शारीरिक गतिविधियों में कमी के कारण शरीर में जमा एक्स्ट्रा फैट खत्म करने के लिए कपोतासन का अभ्यास जरूर करना चाहिए।
3. मूत्र संबंधी विकारों को दूर करने के लिए कपोतासन का नियमित अभ्यास बहुत फायदेमंद माना जाता है। इस आसन का अभ्यास करने से किडनी को फायदा मिलता है और पेशाब से जुड़ी बीमारियां और समस्याएं दूर होती हैं। इसके अलावा शरीर में तंत्रिका तंत्र को एक्टिव करने के लिए भी कपोतासन का अभ्यास बहुत फायदेमंद होता है।
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4. ब्लड प्रेशर की समस्या में कपोतासन का अभ्यास बहुत उपयोगी माना जाता है। ऐसे लोग जो ब्लड प्रेशर की समस्या से पीड़ित हैं उन्हें इस आसन का अभ्यास जरूर करना चाहिए। शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को ठीक करने के लिए कपोतासन का अभ्यास फायदेमंद होता है। जो लोग ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे हैं उन्हें इस आसन का अभ्यास करने से पहले एक्सपर्ट की राय जरूर लेनी चाहिए।
5. कपोतासन का अभ्यास करने से पैरों की मांसपेशियों को फायदा मिलता है और पैरों में दर्द की समस्या में भी राहत मिलती है। जिन लोगों को पैरों की मांसपेशियों से जुड़ी समस्या होती है उनके लिए कपोतासन का अभ्यास बहुत उपयोगी माना जाता है।
6. शरीर की पाचन क्रिया सुधारने के लिए कपोतासन का नियमित अभ्यास दवा की तरह काम करता है। इसके अभ्यास से शरीर में पाचन एंजाइम का निर्माण बढ़ता है और अपच की समस्या से जूझ रहे लोगों को फायदा मिलता है। पाचन तंत्र से जुड़ी कई समस्या में कपोतासन का अभ्यास बहुत उपयोगी होता है।
कपोतासन का अभ्यास करने का तरीका (How To Do Kapotasana Or Pigeon Pose?)
कपोतासन का अभ्यास शरीर में पाचन तंत्र से जुड़ी समस्या, सायटिका और ब्लड प्रेशर आदि को दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद होता है। भूख को सामान्य करने के लिए भी इस आसन का अभ्यास बहुत फायदेमंद है। कपोतासन का अभ्यास करने के लिए आप इन स्टेप्स को फॉलो
- घुटने के बाद जमीन पर बैठ जाएं और दोनों पैरों को बाहर की तरफ निकालकर बैठ जाएं।
- अपनी बॉडी को पीछे की तरफ झुकाएं।
- दोनों हाथों को पैरों के पीछे जमीन की ओर ले जाने की कोशिश करें।
- बॉडी को तब तक झुकाएं जब आपके हाथ,पैरों को टच न कर लें।
- बैक को स्ट्रेच करें और इस पोजिशन में 60 सेकेंड तक रहें।
- रिलैक्स करें और इस पोजिशन को 5 बार रिपीट करें।

हमें उम्मीद है कि कपोतासन का अभ्यास करने से लेकर दी गयी ये जानकारी आपको पसंद आई होगी। कपोतासन का नियमित अभ्यास शरीर के कई समस्याओं में फायदेमंद होता है। इसका नियमित अभ्यास करने से आपको ईटिंग डिसऑर्डर की समस्या में भी फायदा मिलता है। बिना एक्सपर्ट की सलाह के इस आसन का अभ्यास शुरुआत में नहीं करना चाहिए।
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