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स्पोर्ट्स खेलते हैं तो जरूर करें ये 3 योगासन, चोट लगने का जोखिम होगा कम

एथलीट्स के लिए योग का अभ्यास करना लाभदायक होता है। यहां जानिए, खिलाड़ियों को कौन से योगासन का अभ्यास करना चाहिए?
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स्पोर्ट्स खेलते हैं तो जरूर करें ये 3 योगासन, चोट लगने का जोखिम होगा कम

एथलीट्स के लिए योग का अभ्यास करना लाभदायक होता है, यह उनकी शारीरिक और मानसिक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है। नियमित रूप से योग का अभ्यास न केवल शरीर के लचीलेपन और शक्ति को बढ़ाता है, बल्कि मानसिक शांति और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता में भी सुधार करता है। नियमित योगाभ्यास से एथलीट्स अपनी प्रदर्शन क्षमता (Increase in performance capability) को बढ़ा सकते हैं और चोटों का खतरा भी कम हो सकता है। योग के माध्यम से एथलीट्स तनाव और थकान को कम कर सकते हैं, जिससे वे खेल के दौरान ज्यादा एनर्जेटिक और फोकस महसूस करेंगे। इस लेख में नोएडा के योसोम योग स्टूडियो के योग शिक्षक रजनेश शर्मा एथलीट्स के लिए योगासन और उनके लाभ बता रहे हैं।

एथलीट्स इन योगासन का अभ्यास करें - Yoga for Athletes for Enhancing Performance

1. अधो मुख श्वानासन - Downward-Facing Dog

अधो मुख श्वानासन, जिसे डाउनवर्ड-फेसिंग डॉग पोज भी कहा जाता है, एथलीट्स के लिए लाभकारी योगासन है। अधो मुख श्वानासन का अभ्यास करने से काफ मसल्स और रीढ़ की हड्डी में खिंचाव पैदा होता है, जिससे शरीर के लचीलेपन में सुधार होता है। इसके साथ-साथ यह आसन शरीर में रक्त प्रवाह को बढ़ाता है, जिससे ऊर्जा स्तर (How to increase energy lavel) बढ़ता है। नियमित रूप से एथलीट्स अगर इस योगासन का अभ्यास करते हैं तो यह मांसपेशियों की जकड़न को कम करता है, जिससे स्पोर्ट्स के दौरान चोट लगने का खतरा कम रहता है। एथलीट्स को अधो मुख श्वानासन का अभ्यास 15-20 बार करना चाहिए, अगर आप पहली बार इसका अभ्यास कर रहे हैं तो 2-3 बार से शुरुआत करें।

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2. भुजंगासन - Cobra Pose

Cobra pose

भुजंगासन को कोबरा पोज भी कहा जाता है, यह रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाने में मदद करता है। एथलीट्स के लिए जरूरी है कि उनके शरीर में लचीलापन यानी फ्लेक्सिबिलिटी हो, इससे चोट लगने की संभावना कम होती है। भुजंगासन का अभ्यास पीठ की मांसपेशियों को मजबूत करता है, जिससे पीठ दर्द में राहत मिलती है। इसके साथ ही यह आसन छाती और फेफड़ों को खोलता है, जिससे सांस लेने की क्षमता में सुधार होता है। भुजंगासन तनाव और चिंता को कम करता है, जिससे मानसिक शांति मिलती है। भुजंगासन नियमित रूप से करने से एथलीट्स की शरीर की मुद्रा में सुधार होता है। यह आसन उन्हें सही ढंग से खड़े रहने और चलने में मदद करता है। भुजंगासन पेट के अंगों पर दबाव डालता है, जिससे पाचन तंत्र बेहतर काम करता है।

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3. विपरीत करणी - Legs Up the Wall Pose

विपरीत करणी आसन को आसानी से किया जा सकता है जो एथलीट्स के लिए लाभकारी है। यह आसन पैरों की थकान और सूजन को कम करता है, रक्त संचार को बढ़ाता है, जिससे मांसपेशियों को अधिक ऑक्सीजन मिलती है। इसके साथ ही इस आसन के अभ्यास से मांसपेशियों की रिकवरी तेज होती है और चोट लगने का खतरा कम होता है। विपरीत करणी हृदय और श्वसन प्रणाली (Cardiovascular and respiratory system) को भी लाभ पहुंचाता है। यह आसन फेफड़ों की क्षमता को बढ़ाता है और हार्ट को मजबूत करता है।

योग का अभ्यास न केवल शारीरिक प्रदर्शन को बढ़ाता है बल्कि मानसिक शांति और संतुलन में भी सुधार करता है। नियमित योगाभ्यास से एथलीट्स अपने शरीर की फ्लेक्सिबिलिटी को बढ़ा सकते हैं, जिससे उन्हें चोटों से बचाव में मदद मिलती है।

All Images Credit- Freepik

 

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