World Obesity Day 2025: दुनियाभर में एक बड़ी आबादी मोटापे का शिकार है। WHO की एक रिपोर्ट की मानें तो इस साल के अंत तक दुनिया के 18% पुरुष और 21% महिलाएं मोटापे का शिकार हो सकती हैं। अगर स्थितियों में बदलाव नहीं हुआ तो ये अनुमान और बढ़ सकता है। मोटापा बढ़ने की एक बड़ी वजह है खराब लाइफस्टाइल और डाइट। लेकिन, इससे अलग, बड़ी संख्या में वो लोग भी हैं जो इस बात से परेशान रहते हैं कि उनका लाइफस्टाइल और डाइट सही है फिर भी वे दूसरों की तुलना में क्यों मोटे हैं? क्यों बाकी लोगों की तुलना में वे आसानी से वेट गेन करते हैं और उनका मोटापा तेजी से बढ़ता है। ऐसे लोगों की समस्या समझने के लिए हमने बात की Dr. Himika Chawla-Senior Consultant ,Endocrinology-PSRI Hospital, New Delhi से।
आनुवंशिकी मोटापे से कैसे जुड़ा है-How is genetics linked to obesity?
Dr. Himika Chawla बताती हैं कि आपके माता-पिता के जीन्स मोटापा बढ़ाने और बॉडी मेटाबोलिज्म में एक मुख्य भूमिका निभाते हैं। लोगों को जानकारी नहीं होती लेकिन, आपके जीन्स बचपन से इस काम में एक अहम रोल निभा रहे हैं। जैसे कुछ जीन मोटापे के विकास में योगदान देते हैं, खासकर कि लेप्टिन जीन या लैप जीन (LEP gene)। दरअसल, लेप जीन शरीर में लेप्टिन हार्मोन्स के प्रोडक्शन में मदद करते हैं जो बॉडी वेट को बैलेंस करने में एक अहम भूमिका निभाते हैं। अगर शरीर में लेप्टिन हार्मोन ज्यादा बनते हैं तो फैट ज्यादा स्टोर होता है और इससे वेट तेजी से बढ़ता है। इस तरह से आप मोटे हो जाते हैं।
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Hyperphagia भी बड़ी वजह
हाइपरफेजिया (Hyperphagia)एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति को बार-बार भूख लगती है और फिर वो ओवरईटिंग करने लगता है। ये स्थिति असल में जीन्स की वजह है। MC4R, नामक ये जीन हाइपरफेजिया का कारण है जिसमें व्यक्ति हर कुछ घंटों पर भूखा महसूस करता है और इस तरह खाते-खाते वजन बढ़ने लगता है। इस तरह से परिवार में मोटापे का इतिहास बना रहता है जो कि बाकी लोगों की तुलना में आपमें मोटापे का खतरा ज्यादा बढ़ाता है।
मोटापा बढ़ाने वाले हार्मोन कौन से हैं-What is hormonal obesity theory in hindi
Dr. Chawla बताती हैं कि मोटापा बढ़ाने वाले हार्मोन की बात करें तो ये शरीर के हिसाब से अलग-अलग हो सकते हैं। पर तीन ऐसे हार्मोन हैं जो कि इस काम में सबसे बड़ी भूमिका निभाते हैं। इनकी वजह से आपके शरीर का एनर्जी लेवल प्रभावित रहता है, मेटाबोलिज्म रेट प्रभावित रहता है और आप आसानी से मोटापे का शिकार हो सकते हैं। तो ये 3 हार्मोन हैं-
-लेप्टिन हार्मोन (leptin Hormone): लेप्टिन एक हॉर्मोन है जो ऊर्जा की मांग यानी एनर्जी इनटेक (Energy Intake) और भंडारण (Storage of Energy) को नियंत्रित करता है। लेप्टिन की कमी मे तेजी से मोटापा बढ़ने लगता है।
-इंसुलिन हार्मोन (Insulin Hormone): इंसुलिन एक हॉर्मोन है जो ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है। ये शुगर मेटाबोलिज्म को प्रभावित करता है और इंसुलिन प्रतिरोध का कारण बनता है जिससे मोटापे की समस्या हो सकती है।
-कोर्टिसोल हार्मोन (cortisol hormone): कोर्टिसोल एक हॉर्मोन है जो स्ट्रेस में रिलीज होता है। जब शरीर हाई लेवल पर कोर्टिसोल प्रड्यूस करने लगता है तो ये आपके खान-पान की आदतों में बदलाव लाता है, आप स्ट्रेस ईटिंग कर सकते हैं जो कि मोटापे की वजह बनता है।
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तो अगर आपको अपने वेट को बैलेंस रखना है और फिर मोटापे से बचना है तो पहले इन कारणों से बारे में जानें। इसके बाद अपनी नींद को लेकर थोड़ा गंभीर हो जाएं और एक अच्छी नींद लेना शुरू करें। इसके अलावा एक स्वस्थ जीवनशैली, संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और स्ट्रेस मैनेजमेंट का खास ख्याल रखें। इसके अलावा बेहद संतुलित और अच्छी डाइट लें जो कि वेट बैलेंस करने के साथ आपके हार्मोनल हेल्थ और पूरे शरीर के लिए भी हेल्दी हो।