World Obesity Day 2025: 4 मार्च को मनाया जाता है विश्व मोटापा दिवस, जानें इस साल का थीम, महत्व और इतिहास

मोटापे के बढ़ते जोखिम को रोकने के लिए हर साल 4 मार्च को विश्व मोटापा दिवस मनाया जाता है। हर साल इस दिन की अलग-अलग थीम निर्धारित की जाती है। आइए जानते हैं विश्व मोटापा दिवस की थीम, महत्व और इतिहास के बारे में- 
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World Obesity Day 2025: 4 मार्च को मनाया जाता है विश्व मोटापा दिवस, जानें इस साल का थीम, महत्व और इतिहास


World Obesity Day 2025: आज के समय में बच्चों से लेकर बुजुर्ग सभी उम्र के लोग मोटापे की समस्या से परेशान हैं। मोटापा, एक गंभीर समस्या बनती जा रही है, जिसे समय पर रोकना काफी जरूरी है। मोटापे के कारण कई गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ गया है, जिसमें हाई ब्लड प्रेशर, दिल की बीमारियां और स्वास्थ्य से जुड़ी अन्य समस्याएं शामिल हैं। ऐसे में मोटापे के बढ़ते जोखिम को रोकने के लिए हर साल 4 मार्च को विश्व मोटापा दिवस मनाया जाता है। हर साल इस दिन की अलग-अलग थीम निर्धारित की जाती है। ऐसे में आइए जानते हैं साल 2025 विश्व मोटापा दिवस की क्या थीम है, साथ ही इसके महत्व और इतिहास के बारे में भी जानते हैं।

विश्व मोटापा दिवस का इतिहास - History Of World Obesity Day in Hindi

विश्व मोटापा दिवस हर साल 4 मार्च को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य मोटापे के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है और इसके कारण होने वाले स्वास्थ्य समस्याओं के प्रति लोगों को जागरुक करना है। विश्व मोटापा दिवस की शुरुआत साल 2015 में वर्ल्ड ओबेसिटी फेडरेशन (World Obesity Federation) द्वारा की गई थी, ताकि मोटापे के कारण होने वाली गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया जा सके। बता दें कि मोटापा विश्व स्तर पर एक गंभीर समस्या बन गई है और यह अलग-अलग स्वास्थ्य समस्याओं को कारण बन रही है, जिसके कारण व्यक्ति न सिर्फ गंभीर बीमारियों का शिकार हो रहा है बल्कि मौत का भी एक कारण बन रहा है।

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विश्व मोटापा दिवस 2025 थीम - World Obesity Day 2025 Theme in Hindi

WHO के अनुसार इस साल यानी 2025 विश्व मोटापा दिवस की थीम स्वस्थ भविष्य का निर्माण: रोकथाम और देखभाल के माध्यम से मोटापे से निपटना, सरकारों, स्वास्थ्य प्रणालियों और समुदायों के लिए मोटापे की रोकथाम और देखभाल को प्राथमिकता देना है। मोटापा एक बीमारी है, जो अन्य कई स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारियों को बढ़ावा दे सकती है। मोटापे के कारण डायबिटीज, हार्ट से जुड़ी बीमारियों और अन्य कई गंभीर बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता, जिसकी रोकथाम के लिए इस थीम को तय किया गया है। बता दें कि मोटापा सिर्फ एक नहीं है, बल्कि यह सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय कारकों से भी जुड़ी हुई है।

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विश्व मोटापा दिवस का महत्व - Importance Of World Obesity Day in Hindi

    1. हेल्दी डाइट को बढ़ावा देना: संतुलित, पौष्टिक आहार को बढ़ावा देना, जो सभी लोगों के लिए किफायती और आसान हो।
    2. शारीरिक गतिविधि को बढ़ावा देना: इस दिन लोगों को मोटापा कम करने के लिए शारीरिक गतिविधियों को बढ़ावा देने पर जोर दिया जाता है, जिसमें पैदल चलने और पब्लिक स्थानों जैसे पार्क में एक्सरसाइज करना शामिल है।
    3. अनहेल्दी फूड्स को लेकर जागरुकता: इन दिन बड़े से लेकर बच्चे सभी के लिए अनहेल्दी फूड्स के प्रति लोगों को जागरुक करना और इससे मोटापे के बढ़ते जोखिमों के बारे में बताना शामिल है।
    4. मोटापे की रोकथाम पर जोर देना: इस दिन लोगों को मोटापे के कारण होने वाली बीमारियों की रोकथाम और लोगों को फिट रहने के लिए जागरुक करने पर जोर दिया जाता है।

निष्कर्ष

विश्व मोटापा दिवस, मोटापे को लेकर हमारे नजरिए को बदलने पर जोर देता है। इस दिन लोगों को मोटापे के कारण और प्रभावों के बारे में गहराई से जानने में मदद मिलती है, जिससे लोग अपनी डाइट और लाइफस्टाइल में हेल्दी बदलाव करते हैं ताकि एक हेल्दी लाइफस्टाइल जी सकें।
Image Credit: Freepik

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