Malaria Related Facts in Hindi: मुंबई की 28 वर्षीय अंजलि शर्मा ने कभी सोचा भी नहीं था कि मामूली लगने वाला बुखार उसकी जिंदगी को एक हफ्ते के लिए बदल देगा। अप्रैल 2024 में उन्हें लगातार बुखार, कंपकंपी और कमजोरी महसूस हुई। पहले उन्होंने इसे वायरल समझकर नजरअंदाज किया, लेकिन जब हालत बिगड़ती गई, तो जांच में पता चला कि यह मलेरिया था। समय पर इलाज न मिलने के कारण उन्हें प्लेटलेट्स की कमी, पीलिया और लिवर की समस्या हो गई। ऐसे ही मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस (World Malaria Day 2025) मनाया जाता है। इसका उद्देश्य लोगों को मलेरिया के लक्षण, बचाव, और समय पर इलाज के बारे में जागरूक करना है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, साल 2022 में दुनिया भर में लगभग 24 करोड़ लोग मलेरिया से प्रभावित हुए हैं। भारत में भी मलेरिया मानसून और गर्मियों में तेजी से फैलता है। इस लेख में हम जानेंगे मलेरिया से जुड़ी 7 अहम बातें जो हर किसी को पता होनी चाहिए, ताकि इससे समय रहते बचाव किया जा सके। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की।
1. सिर्फ मादा मच्छर से मलेरिया फैलता है- Only Female Mosquito Transmits Malaria
मलेरिया (Malaria) प्लास्मोडियम नामक परजीवी से होता है, जिसे एनोफिलीज (Anopheles) प्रजाति की मादा मच्छर फैलाती है। यह मच्छर, संक्रमित व्यक्ति के खून को चूसकर परजीवी को दूसरे स्वस्थ व्यक्ति में फैलाती है। केवल मादा मच्छर ही खून चूसती है, इसलिए मलेरिया फैलाने वाली सिर्फ वही होती है।
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2. मलेरिया जानलेवा हो सकता है- Malaria Can Be Deadly
अगर मलेरिया का पता समय पर न चले या इलाज में देरी हो, तो यह रोग जानलेवा हो सकता है। खासकर फाल्सीपेरम मलेरिया, जो कि मलेरिया का एक प्रकार है और तेजी से ब्लड सेल्स को डैमेज करता है, जिससे अंगों को नुकसान पहुंच सकता है और मौत भी हो सकती है।
3. मलेरिया का बुखार चक्रों में होता है- Malaria Fever Comes in Cycles
मलेरिया का बुखार हर 48 या 72 घंटे में चढ़ता है और उतरता है। मरीज को अचानक तेज बुखार, ठंड लगना और फिर पसीना आना महसूस होता है। यह एक खास लक्षण है, जिससे मलेरिया को वायरल फीवर से अलग पहचाना जा सकता है।
4. मलेरिया से हो सकती हैं दीर्घकालिक समस्याएं- Malaria Cause Long Term Health Issues
कई बार मलेरिया ठीक होने के बाद भी शरीर पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो पाता। बार-बार मलेरिया होने से शरीर में खून की कमी, थकान, लिवर या स्प्लीन में सूजन जैसी समस्याएं लंबे समय तक बनी रह सकती हैं। ऐसा खासकर बच्चों और बुजुर्गों में होता है।
5. मलेरिया से हो सकता है गंभीर डिहाइड्रेशन- Malaria May Cause Severe Dehydration
तेज़ बुखार, पसीना और उल्टी-दस्त जैसे लक्षणों के कारण शरीर से काफी मात्रा में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स बाहर निकल जाते हैं। डॉक्टरों का कहना है कि मलेरिया में डिहाइड्रेशन एक गंभीर जोखिम बन सकता है, जिससे कमजोरी बढ़ती है और रिकवरी धीमी हो जाती है।
6. लिवर और किडनी पर दबाव डाल सकता है मलेरिया- Malaria Can Affect Liver and Kidney Functions
डॉक्टरों के अनुसार, गंभीर मलेरिया शरीर के आंतरिक अंगों पर खासा असर डालता है। खासकर फाल्सीपेरम मलेरिया से लिवर में सूजन और किडनी फेलियर जैसी स्थितियां भी देखी जाती हैं। इसलिए अगर मलेरिया का बुखार लंबे समय तक रहे, तो जल्द जांच और इलाज कराना जरूरी है।
7. मलेरिया में दवा कोर्स पूरा करना जरूरी है- Full Course of Malaria Medication is Crucial
बहुत से मरीज बुखार उतरते ही दवा लेना बंद कर देते हैं, लेकिन डॉक्टरों का कहना है कि मलेरिया का परजीवी शरीर में छिपा रह सकता है, खासकर लिवर में। अगर पूरी दवा कोर्स पूरा न किया जाए, तो मलेरिया फिर से लौट सकता है। इससे बार-बार बुखार, खून की कमी और लंबी थकान की समस्या हो सकती है।
मलेरिया जानलेवा हो सकता है, लेकिन समय पर जांच, सही इलाज और पूरी सावधानी से इससे बचाव संभव है। हर व्यक्ति को इसके लक्षण और जरूरी बातों का पता होना चाहिए।
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