महाराष्ट्र के कोलापुर से एक अजीबो गरीब घटना सामने आई है। दरअसल, कोलापुर में रेबीज का इलाज करा रही एक महिला की मौत हो गई है। महाराष्ट्र में एक 21 साल की महिला को रेबीज का इलाज कराने के दौरान मौत हो गई है। मौत से 3 महीने पहले ही महिला ने एंटी रेबीज के इंजेक्शन की सभी डोज ली थी, जिसके बाद भी उसकी मौत हो गई है। चलिए जानते हैं पूरे मामले के बारे में।
क्या था पूरा मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोल्हापुर के विशालगाडकार इलाके में रहने वाली 21 वर्षीय महिला सृष्टी शिंदे फोन पर बात करती हुई रास्ते से गुजर रही थी। इस दौरान उसे एक आवारा कुत्ते ने पैर पर काट लिया। इसके बाद उसे पास के इलाके के CPR अस्पताल में ले गए। इस दौरान महिला को एंटी रेबीज के सभी इंजेक्शन लगाए गए। रेबीज का कोर्स पूरा होने के 3 महीने बाद उसकी मौत हो गई, जिसे लेकर आसपास के इलाके में हड़कंप मचा हुआ है।
एंटी रेबीज के सीरम का दिया गया इंजेक्शन
अवारा कुत्तों के काटने के मामले देशभर में सामने आते रहते हैं। रेबीज से बचाव के लिए वैक्सीनेशन करना एक बेहतरीन और कारगर विकल्प साबित होता है। लेकिन हैरानी वाली बात यह है कि रेबीज के सभी इंजेक्शन लेने के बाद भी महिला की मौत हो गई। देशभर में रोजाना 10-15 आवारा कुत्तों को वैक्सीनेट किया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो साल 2019 से अब तक लगभग 7500 से ज्यादा कुत्तों का वैक्सीनेशन किया जा चुका है।
कुत्ता काटने के कितनी देर बाद इंजेक्शन लगवाएं?
- कुत्ते के काटने के बाद एंटी रेबीज इंजेक्शन लगवाना बहुत जरूरी है। ऐसे में लापरवाही बरतने से कई बार जान भी जा सकती है।
- कुत्ता काटने के बाद कुल 5 इंजेक्शन लगवाने पड़ते हैं।
- यह इंजेक्शन 24 घंटे के भीतर लगवाना बेहद जरूरी होता है।
- ऐसे में लापरवाही बरतने अन्य बीमारियों का भी कारण बन सकता है।