Doctor Verified

सर्दियों में कान छिदवाएं तो इस तरह करें स्किन की देखभाल, नहीं होगा इंफेक्शन का खतरा

Ear Piercing: नई प‍ियर्स‍ि‍ंग में त्‍वचा का खास ख्‍याल रखने की जरूरत होती है। जानें सर्द‍ियों में इसका ख्‍याल रखने के कुछ आसान ट‍िप्‍स।   
  • SHARE
  • FOLLOW
सर्दियों में कान छिदवाएं तो इस तरह करें स्किन की देखभाल, नहीं होगा इंफेक्शन का खतरा


Ear Piercing: कुछ लोग बचपन में नाक और कान छ‍िदवाते हैं। वहीं कुछ लोग बड़ा होने के बाद प‍ियर्स‍िंग करवाते हैं। प‍ियर्स‍िंग एक सुरक्ष‍ित प्रैक्‍ट‍िस नहीं है। न ही मेड‍िकल साइन्‍स में इसके कोई फायदे बताए गए हैं। लेक‍िन लोग शौक के चलते नाक-कान और बॉडी के अन्‍य ह‍िस्‍सों में प‍ियर्स‍िंग करवाते हैं। ज‍िन लोगों ने हाल ही में प‍ियर्सिंग करवाई है, उनके ल‍िए यह समय मुश्‍क‍िल हो सकता है। क्‍योंक‍ि इस समय ठंड बढ़ रही है और ऐसे में दर्द भी ज्‍यादा होता है। अगर आपने हाल ही में प‍ियर्स‍िंग करवाई है, तो हम आपको बताने जा रहे हैं कुछ आसान ट‍िप्‍स ज‍िनकी मदद से नई प‍ियर्स‍िंग का ख्‍याल रख सकते हैं। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने ओम स्किन क्लीनिक, लखनऊ के वरिष्ठ कंसलटेंट डर्मेटोलॉज‍िस्‍ट डॉ देवेश मिश्रा (Dr. Devesh Mishra) से बात की।  

pierced ear winter care tips

1. प‍ियर्स‍िंग को साफ करें- Clean Your Pierced Ears 

प‍ियर्स‍िंग को साफ करना जरूरी है। खासकर अगर कान को हाल ही में छ‍िदवाया है। नई प‍ियर्स‍िंग में इन्‍फेक्‍शन होने का खतरा ज्‍यादा होता है। प‍ियर्स‍िंग को साफ करने के ल‍िए एंटीबैक्टीरियल ऑइंटमेंट का इस्‍तेमाल करें। इसके बाद प‍ियर्सि‍ंग वाले स्‍थान पर नार‍ियल तेल लगा सकते हैं।            

2. कान की त्‍वचा को रूखेपन से बचाएं- Avoid Dryness Around Pierced Ears    

सर्दि‍यों में त्‍वचा ड्राई हो जाती है। कानों को ड्राई त्‍वचा से बचाने के ल‍िए पर्याप्‍त मात्रा में पानी का सेवन करें। इसके अलावा कानों के ल‍िए एंटीसेप्‍ट‍िक क्रीम का इस्‍तेमाल करें। इससे त्‍वचा को नमी म‍िलेगी। आप डॉक्‍टर की सलाह पर भी क्रीम या लोशन का चुनाव कर सकते हैं।     

3. कान पर हल्‍दी का पेस्‍ट लगाएं- Apply Turmeric Paste on Pierced Ears

अगर नई प‍ियर्स‍िंग हुई है, तो त्‍वचा काफी सेंस‍िट‍िव होगी और नई प‍ियर्स‍िंग के बाद कुछ हफ्तों तक दर्द भी बना रहता है। ऐसे में आपको दर्द और सूजन को कम करने के ल‍िए कान में हल्‍दी का पेस्‍ट लगाना चाह‍िए। हल्‍दी में एंटीबैक्‍टीर‍ियल और एंटीसेप्‍ट‍िक गुण होते हैं। हल्‍दी में दर्दन‍िवारक गुण भी पाए जाते हैं। हल्‍दी में गुनगुना पानी म‍िलाकर एक गाढ़ा पेस्‍ट तैयार करें। इसे कान पर सुबह-शाम लगा सकते हैं।           

4. कान की ज्वैलरी को साफ करके पहनें- Wear Clean Earrings

हमें ऐसा लगता है क‍ि इन्‍फेक्‍शन केवल गर्म‍ियों में ज्‍यादा होता है। लेक‍िन ऐसा नहीं है। सर्दि‍यों में भी ईयर इन्फेक्‍शन का खतरा ज्‍यादा होता है। इन्‍फेक्‍शन होने पर इस बात का ख्‍याल रखें क‍ि आप कान में जो भी ज्‍वैलरी पहन रहे हैं, वह साफ होना चाह‍िए। ज्‍वैलरी को साफ करने के ल‍िए फेसवॉश और पानी का प्रयोग कर सकते हैं। ब्रश से ज्‍वैलरी को साफ करने के बाद सुखाएं और उसके बाद ही कान में उसे पहनें।  

इसे भी पढ़ें- एक्सपर्ट से जानें नाक-कान छिदवाने से पहले किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है, ताकि न रहे इंफेक्शन का खतरा

5. गर्म कपड़ों को कानों से दूर रखें- Keep Away Warm Clothes 

गर्म कपड़ों को कानों से दूर रखना चाह‍िए। सर्दियों में हम ज्‍यादा लेयर्स वाले कपड़े पहनते हैं। इसमें ईयर ज्‍वैलरी अटक सकती है ज‍िसके कारण तेज दर्द होता है। इसके अलावा ऊनी और गर्म कपड़ों का फैब्रि‍क कानों की त्‍वचा को नुकसान पहुंचा सकता है। इसल‍िए आपको कानों को गर्म कपड़ों से दूर रखना है। गर्म फैब्र‍िक के संपर्क में आने के कारण प‍ियर्स‍िंग में इन्‍फेक्‍शन हो सकता है।      

उम्‍मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें। 

Read Next

ब्रेन स्ट्रोक से पूरी तरह ठीक होने में कितना समय लगता है? डॉक्टर से जानें सावधानियां

Disclaimer