Why Obesity Increases Even After Eating Less : हर व्यक्ति का शरीर अलग होता है। जब शरीर अलग है, तो खानपान की जरूरतें भी अलग होती हैं। कई बार आपने देखा होगा एक ही परिवार के कुछ लोग मोटे होते हैं, तो कुछ एकदम फिर रहते हैं। वो छोड़िए मैं और मेरी दोस्त लगभग एक ही उम्र के हैं। मैं ऑफिस में सिर्फ लंच खाती हूं, लेकिन वो पूरा दिन कभी चिप्स, तो कभी कुरकुरे, कभी पिज्जा, तो कभी फ्रेंच फ्राइज खाती ही रहती है। इतना कम खाने के बाद भी मेरा वजन बढ़ रहा है और उसका बिल्कुल भी नहीं। मेरी तरह की कई लोगों के साथ ऐसा ही होता होगा कि थोड़ा सा खाना खाने के बावजूद उनका वजन बढ़ जाता होगा। अगर आप भी यह सोचकर परेशान रहते हैं तो आज इसकी वजह जानते हैं।
कम खाने के बाद भी तेजी से वजन क्यों बढ़ता है?-Why obesity increases even after eating less expert explains in hindi
न्यूट्रिशनिस्ट सिमरन कतूरिया ने अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया है। इस वीडियो में एक्सपर्ट ने बताया है कि आखिरकार क्यों कम खाने के बाद भी लोगों का वजन बढ़ता है और ज्यादा खाने के बाद भी वजन मेंटेन रहता है।
1. स्लो मेटाबॉलिज्म
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि स्लो मेटाबॉलिज्म होने की वजह से भी वजन तेजी से बढ़ता है। दरअसल, जब आपका मेटाबॉलिज्म धीरे कम करता है, तो आपका शरीर पूरे दिन कम कैलोरी बर्न करता है। जिसकी वजह से वजन तेजी से बढ़ता है। जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म स्लो होता है वह अगर कम कैलोरी का सेवन भी करते हैं और कई तरह के फैट लॉस ड्रिंक्स भी पीते हैं, तब भी उनका वजन नहीं कम होता है। जब आपका मेटाबॉलिज्म धीमा होता है, तो आपके शरीर में वसा के रूप में अतिरिक्त कैलोरी जमा होने की अधिक संभावना हो सकती है, जिससे समय के साथ वजन बढ़ सकता है।
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2. शारीरिक गतिविधि में कमी
जिन लोगों का मेटाबॉलिज्म स्लो होता है, उनमें एनर्जी की कमी होती है। ऐसे लोगों को थकान और कमजोरी भी जल्दी महसूस होने लगती है। जिसकी वजह से भी कम खाने के बावजूद वजन तेजी से बढ़ता है। जल्दी थकान महसूस होने की वजह से ऐसे लोग शारीरिक गतिविधियां जैसे की दौड़ना, चलना और एक्सरसाइज भी नहीं कर पाते हैं। जिसकी वजह से उनका वजन तेजी से बढ़ता है।
3. हार्मोनल असंतुलन
हार्मोन मेटाबॉलिज्म, भूख और तृप्ति सहित विभिन्न शारीरिक कार्यों को विनियमित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इंसुलिन और थायराइड हार्मोन जैसे हार्मोन मेटाबॉलिज्म को नियंत्रित करते हैं, और इन हार्मोनों में असंतुलन मेटाबॉलिज्म को धीमा कर सकता है, जिससे वजन बढ़ सकता है।
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4. सेक्स हार्मोन में असंतुलन
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है कि सेक्स हार्मोन में असंतुलन होने की वजह से भी वजन तेजी से बढ़ता है। इस तरह के मामले में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलते हैं। एक्सपर्ट की मानें तो महिलाओं में, एस्ट्रोजन के स्तर में असंतुलन से वजन बढ़ सकता है, खासकर पेट के क्षेत्र में, जबकि पुरुषों में कम टेस्टोस्टेरोन का स्तर मांसपेशियों में कमी और शरीर में फैट बढ़ने का कारण बन सकता है।
न्यूट्रिशनिस्ट सिमरन कतूरिया का कहना है कि शरीर का वजन संतुलित रहे, इसके लिए मेटाबॉलिज्म को ठीक रहना सबसे ज्यादा जरूरी है।
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