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कुछ लोगों को आदत होती है, जो दिन के समय लंच करने के बाद छोटी सी झपकी लेते हैं। विशेषज्ञों की मानें, तो दिन की नींद लेना अच्छा होता है। इससे व्यक्ति रिफ्रेशिंग और एनर्जी फील करता है। इससे एलर्टनेस बढ़ती है, याददाश्त बेहतर होती है और मूड में भी सुधार होता है। यहां तक कि व्यक्ति की परफॉर्मेंस में भी सुधार देखने को मिलता है। बहरहाल, आपने देखा होगा हर कोई दिन में नींद नहीं लेता है। ऐसा वर्क कल्चर की वजह से है। हालांकि, मोटापे से जूझ रहे लोगों को दिन के समय अधिक नींद आती है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्या मोटापे का अधिक नींद से कोई संबंध है? आइए, जानते हैं डॉ. परितोष बाघेल, सीनियर कंसल्टेंट-इंटरनल मेडिसिन, एस.एल. रहेजा हॉस्पिटल-ए फोर्टिस एसोसिएट (मुंबई) से इस बारे में कि वे क्या बताते हैं।
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मोटे लोगों को दिन में अधिक नींद क्यों आती है?- Why Obese People Experience More Daytime Sleepiness
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डॉ. परितोष बाघेल मोटे लोगों को दिन में अधिक नींद आने के पीछे कई कारणों को जिम्मेदार बताते हैं, जैसे-
- मोटापा ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया का एक महत्वपूर्ण जोखिम कारक है, जो स्लीप साइकिल में गड़बड़ी की एक मुख्य वजह है।
- मोटापे में गर्दन, ग्रसनी (फैरिंक्स) और पेट में फैट जमा हो जाती है, जिससे ऊपरी श्वास मार्ग नैरो यानी संकरी हो जाता है। विशेषकर पीठ के बल लेटने से सांस लेने में दिक्कतें पैदा होने लगती हैं। इससे एपनिया और हाइपोप्निया के एपिसोड होते हैं, जो रात में ऑक्सीजन की कमी और नींद के टूटने का कारण बनते हैं। NCBI की एक रिपोर्ट से पता चलता है मोटापे में स्लीप एपनिया की दिक्कत होती है।
- मोटापा एक तरह से बॉडी में सूजन की अवस्था होती है। ऐसे में पर्याप्त नींद लेने के बाद भी शरीर में थकान बनी रहती है। यह भी दिन में नींद की एक वजह है।
- मोटापा इंसुलिन रेजिस्टेंस, लेप्टिन रेजिस्टेंस और स्लीप साइकिल को नियंत्रित करने वाले कई हार्मोनल असंतुलन कर देता है। ऐसे में व्यक्ति थकान से भरा रहता है, जो दिन में उन्हें सोने के लिए बाधित करता है।
- जो लोग अधिक वजन के कारण दिन में नींद लेते हैं, उनमें स्लीप साइकिल और सर्कैडियन रिदम भी प्रभावित होती है। इससे भी दिन में नींद आती है।
- मोटापे से ग्रस्त लोग कई बीमारियों से भी जूझ रहे होते हैं। ऐसे में उन्हें डॉक्टर की परामर्श पर दवा लेनी होती है। कई दवाएं भी दिन में नींद का कारण बनती हैं।
- मोटापा अवसाद (डिप्रेशन) से भी लिंक है, जो दिन में थकान और उनींदापन बढ़ा सकता है।
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दिन में नींद से छुटकारा पाने के लिए क्या करें?
अगर आपका वजन ज्यादा है, तो यहां बताए गए सभी टिप्स को फॉलो करके आप नींद में आने वाली नींद को मैनेज कर सकते हैं-
- स्लीप हाइजीन को मेंटेन करनें। इसका मतलब है कि रात के समय कम से कम 7 से 9 घंटे की नींद लें। अगर रात को नींद न आए, तो सोने की आदत में सुधार करें, जैसे सोने से पहले कमरे की बत्तियां बुझा दें, स्क्रीन से दूर रहें।
- सोने से पहले कैफीन, चाय या शराब का सेवन न करें। इससे भी रात की नींद बाधित होती है, जो दिन के समय नींद की वजह बन सकती है।
- दिन भर में फिजिकली एक्टिव रहें। इससे आप दिन भर में थकान से भर जाएंगे, जिससे रात को गहरी नींद लेने में मदद मिलेगी।
- जरूरी हो, तो दिन के समय 10 से 20 मिनट की पॉवर नैप ले सकते हैं। पॉवर नैप बॉडी के लिए अच्छी मानी जाती है।
निष्कर्ष
अगर आप मोटापे से जूझ रहे हैं, तो संभवतः आपकी खराब जीवनशैली आपके स्लीप पैटर्न को बिगाड़ सकती है। अगर आप चाहते हैं कि आपके साथ ऐसा न हो, तो बेहतर है कि आप अपनी जीवनशैली में जरूरी बदलाव करें। अगर इससे भी सुधार न हो, तो समय रहते डॉक्टर से अपना ट्रीटमेंट करवाएं। कुछ मामलों में थेरेपी भी मददगार साबित हो सकती है।
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FAQ
ज्यादा नींद आना कौन सी बीमारी का लक्षण है?
ज्यादा नींद आना स्लीप एपनिया, हाइपोथायरायडिज्म, एनीमिया, और नार्कोलेप्सी जैसी स्थितियों का संकेत हो सकता है।मुझे हर समय नींद क्यों आती है?
अगर आपको हर समय नींद आती है, तो सबसे पहले अपनी जीवनशैली पर गौर करें। इसके बाद, अपनी हेल्थ इश्यू पर ध्यान दें। कई बार खराब नींद की क्वालिटी, स्लीप एपनिया जैसी नींद संबंधी समस्या हो सकती है।अगर नींद ज्यादा आए तो क्या करें?
ज्यादा नींद आती है तो अपनी जीवनशैली में सुधार करें, स्क्रीन टाइम कम करें, हेल्दी डाइट फॉलो करें और रेगुलर एक्सरसाइज करें।
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Dec 29, 2025 15:09 IST
Modified By : Meera TagoreDec 29, 2025 15:09 IST
Published By : Meera Tagore
