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मेंटल हेल्थ पर असर डालती है बिजी लाइफस्टाइल के साथ सोशल मीडिया की लत, जानें कैसे करें सोशल मीडिया डिटॉक्स

अगर आपको भी सोशल मीडिया की लत है, तो बिजी लाइफस्टाइल के साथ सोशल मीडिया डिटॉक्स जरूर करें। एक्सपर्ट से जानें मेंटल हेल्थ के लिए यह क्यों जरूरी है।
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मेंटल हेल्थ पर असर डालती है बिजी लाइफस्टाइल के साथ सोशल मीडिया की लत, जानें कैसे करें सोशल मीडिया डिटॉक्स


Why Social Media Detox Is Important: आज के समय में सोशल मीडिया का क्रेज हर उम्र के व्यक्ति में देखा जा सकता है। छोटे बच्चों को रील्स बनाने का शौक होता है, तो वहीं वृद्ध लोग भी रील्स देखकर समय बिताना पसंद कर रहे हैं। लेकिन युवाओं के लिए यह और भी ज्यादा नुकसानदायक हो सकता है। खासकर वर्किंग प्रोफेशनल लोग जिनका लाइफस्टाइल बहुत ज्यादा व्यस्त है। लोग खाना खाते समय, बनाते समय, काम करते समय या ट्रैवलिंग में भी रील्स देखना पसंद करते हैं। ये सोशल मीडिया का क्रेज लंबे समय में मेंटल हेल्थ को नुकसान कर सकता है। इसलिए समय-समय पर सोशल मीडिया डिटॉक्स करने की सलाह दी जाती है। लेकिन क्या आप जानते हैं बिजी लाइफस्टाइल के साथ सोशल मीडिया डिटॉक्स कैसे फायदेमंद है? साथ ही, इससे मेंटल हेल्थ पर क्या असर पड़ता है? इन सवालों के जवाब जानने के लिए हमने सर गंगाराम हॉस्पिटल की सीनियर साइकोलॉजिस्ट डॉ आरती आनंद से बात की।

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सोशल मीडिया डिटॉक्स करना क्यों जरूरी है? Why Is Social Media Detox Important

मानसिक थकान कम होगी- Reduce Mental Fatigue

सोशल मीडिया डिटॉक्स करने से मानसिक थकान कम होती है। लगातार स्क्रीन देखने से ब्रेन के लिए इन्फॉर्मेशन स्टोर करना मुश्किल हो सकता है। लगातार कंटेंट देखने से दिमाग थक जाता है और किसी दूसरे टास्क पर फोकस नहीं कर पाता है। लेकिन डिजिटल डिटॉक्स करने से ब्रेन को ब्रेक मिलता है और माइंड में क्लियरिटी आती है।

नींद ठीक से आती है- Improve Sleep Quality

कई लोगों को सोने से पहले रील्स देखने की आदत होती है। ऐसे में कई घंटे लगातार रील्स देखने में निकल जाते हैं। इससे स्लीप साइकिल डिस्टर्ब हो सकती है। वहीं, ब्लू लाइट के कारण भी स्लीप साइकिल डिस्टर्ब हो सकती है। डिजिटल डिटॉक्स करने से स्लीप साइकिल इंप्रूव होगी। स्क्रीन से दूरी बनाए रखने से बॉडी क्लॉक इंप्रूव होगी और स्लीप क्वालिटी भी बेहतर होगी।

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समय पर टास्क होते हैं- Manage Time

जिन लोगों को सोशल मीडिया की लत होती है उनका डेली शेड्यूल डिस्टर्ब रहता है। क्योंकि अपना ज्यादातर समय वो सिर्फ सोशल मीडिया को देते हैं। सोशल मीडिया डिटॉक्स करने से माइंड को इन सोशल प्लेटफॉर्म से ब्रेक मिल जाता है। ऐसे में डेली शेड्यूल और टास्क फॉलो करने भी आसान हो जाते है। इससे दूसरे कामों पर ध्यान देने का समय भी मिल जाता है।

काम में प्रोडक्टिविटी बढ़ती है- Boost Productivity

सोशल मीडिया की आदत के कारण प्रोडक्टिविटी कम हो सकती है। अगर कुछ दिन सोशल मीडिया से दूरी रखी जाए, तो इससे काम पर प्रोडक्टिविटी बढ़ती है। क्योंकि माइंड को काम पर फोकस करने का पूरा समय मिलता है। इससे पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ दोनों को मैनेज कर पाना आसान हो जाता है।

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सोशल कनेक्शन इंप्रूव होते हैं- Improve Social Connection

सोशल मीडिया का क्रेज आपको असल जिंदगी और करीबियों से दूर रखता है। लेकिन अगर कुछ समय इनसे दूरी बनाई जाए, तो सोशल लाइफ बढ़ाने में मदद मिल सकती है। इससे आपको अपने सोशल कनेक्शन इंप्रूव करने में मदद मिलेगी। साथ ही, आप फैमिली और दोस्तों सबसे कनेक्ट हो पाएंगे।

मेंटल हेल्थ इंप्रूव होती है- Improve Mental Health

सोशल मीडिया चलाने की आदत मेंटल हेल्थ पर बुरा असर डाल सकती है। इसके कारण माइंड में निगेटिविटी आ सकती है। कॉन्फिडेंस कम हो सकता है, स्ट्रेस और एंग्जायटी बढ़ सकती है। सोशल मीडिया से ब्रेक लेने से आप इन सभी प्रॉब्लम्स से बच सकते हैं। इससे मेंटल और इमोशनल हेल्थ बूस्ट होने में मदद मिलती है।

निष्कर्ष

सोशल मीडिया डिटॉक्स करना मेंटल हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है। इससे आपको खुद के लिए समय मिल पाएगा और आप सोशली भी ज्यादा समय दे पाएंगे। सोशल मीडिया डिटॉक्स करने से मेंटल हेल्थ इंप्रूव होगी। इससे सोशल कनेक्शन इंप्रूव होंगे, काम में प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी, नींद ठीक से आएगी और मानसिक थकावट भी नहीं होगी। लेख में आपको सामान्य जानकारी दी गई है। इस विषय पर ज्यादा जानने के लिए एक्सपर्ट से संपर्क करें।

FAQ

  • सोशल मीडिया से ब्रेक लेना क्यों जरूरी है? 

    सोशल मीडिया से ब्रेक लेने से मेंटल हेल्थ को बहुत फायदे होते हैं। साथ ही, आपके सोशल कनेक्शन इंप्रूव होंगे, काम में प्रोडक्टिविटी बढ़ेगी, नींद ठीक से आएगी और मानसिक थकावट भी नहीं होगी। इससे ब्रेन फंक्शन इंप्रूव होगा और दूसरे काम पर फोकस करना आसान हो जाएगा। 
  • क्या सोशल मीडिया डिटॉक्स जरूरी है?

    सोशल मीडिया डिटॉक्स करना मेंटल हेल्थ और इमोशनल हेल्थ दोनों के लिए जरूरी है। इससे मानसिक थकावट कम होती है और काम में फोकस बढ़ता है। सोशल मीडिया डिटॉक्स से स्लीप क्वालिटी भी इंप्रूव होती है और मेंटल हेल्थ इंप्रूव होती है। 
  • सोशल मीडिया छोड़ने के क्या फायदे हैं?

    सोशल मीडिया पूरी तरह छोड़ने के बजाय इससे दूरी बनाए रखना फायदेमंद होगा। इससे मेंटल हेल्थ इंप्रूव होगी और दूसरे कामों पर ध्यान देने का समय मिल पाएगा। 

 

 

 

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