
Protein Importance for diabetes patients: डायबिटीज एक लाइलाज बीमारी है। आजकल खराब जीवनशैली, खानपान में पोषक तत्वों की कमी के कारण कम उम्र में ही लोगों को डायबिटीज की समस्या हो रही है। डायबिटीज केवल शुगर लेवल बढ़ने की बीमारी नहीं है, बल्कि यह पूरे शरीर के मेटाबॉलिज्म को प्रभावित करती है। ऐसी स्थिति में शरीर को ऐसे पोषक तत्वों की जरूरत होती है जो ब्लड शुगर को संतुलित रखने, मांसपेशियों को मजबूत बनाए रखने में मदद करें। प्रोटीन एक ऐसा ही तत्व है, जो डायबिटीज के मरीज के लिए बहुत जरूरी होता है, लेकिन ज्यादातर लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं।
डायबिटीज में प्रोटीन क्यों जरूरी है- Why protein is important in diabetes
व्होलविज़ फूड्स के फाउंडर और सीईओ अपूर्व मृदुल के अनुसार, "डायबिटीज से पीड़ित लोगों में ब्लड फ्लो से जुड़ी समस्याएं और ब्लड शुगर बढ़ने के कारण धीरे-धीरे या जल्दी ठीक न होने वाले घावों का जोखिम ज्यादा रहता है। उम्र बढ़ने या लंबे समय तक फिजिकल एक्टिविटी न करने के कारण मांसपेशियां भी कमजोर होने लगती है। ऐसे में प्रोटीन का सेवन स्किन और टिशू को रिपेयर करने में मदद करता है, जिससे घाव जल्दी भरने और पैर के अल्सर से बचाव करने में मदद मिलती है।"

खाने में प्रोटीन को शामिल करने से यह कार्बोहाइड्रेट के पाचन को धीमा कर देता है। इससे ग्लूकोज में अचानक तेजी को रोकने में मदद मिलती है। प्रोटीन का सेवन करने से मानसिक संतुष्टि की भी प्राप्ति होती है, जिसकी वजह से मीठा और प्रोसेस्ड फूड खाने की क्रेविंग कम हो जाती है।
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डायबिटीज में प्रोटीन का सेवन न करने के नुकसान - Disadvantages of not consuming protein in diabetes
अपूर्व मृदुल का कहना है कि "प्रोटीन मांसपेशियों की मरम्मत और निर्माण में सहायक होता है, खासकर बुजुर्गों और वजन कम करने वाले मरीजों के लिए। स्वस्थ्य मांसपेशियां बेहतर इंसुलिन सेंसेटिविटी का समर्थन करती हैं, जिससे ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद मिलती है। उम्र बढ़ने के साथ डायबिटीज के मरीजों के लिए प्रोटीन का सेवन और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है।" आइए आगे जानते हैं डायबिटीज में प्रोटीन का सेवन न करने के नुकसान के बारे में।
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- कम प्रोटीन सेवन से शरीर में कमजोरी, थकान और सक्रियता की कमी हो सकती है।
- यदि भोजन में पर्याप्त प्रोटीन न हो, तो ब्लड शुगर तेजी से ऊपर-नीचे हो सकता है, जिससे डायबिटीज का मैनेजमेंट मुश्किल हो सकता है।
- डायबिटिक मरीजों में पहले से ही घाव धीरे भरते हैं और प्रोटीन की कमी इस प्रक्रिया को और भी धीमा कर सकती है।
- डायबिटीज में प्रोटीन की कमी से बाल कमजोर हो सकते हैं। इस पोषक तत्व की कमी स्किन ड्राइनेस और पिंपल्स का भी कारण बनती है।
- कम प्रोटीन से शरीर संक्रमणों के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाता है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए प्रोटीन सोर्स- Protein sources for diabetes patients
अपूर्व मृदुल के अनुसार, डायबिटीज के मरीज शरीर में प्रोटीन की कमी को पूरा करने के लिए निम्नलिखित खाद्य पदार्थों को आहार का हिस्सा बना सकते हैं।
- दालें और राजमा
- अंकुरित अनाज
- टोफू और पनीर (लो-फैट)
- अंडे (सफेद भाग)
- मछली और चिकन (बिना फैट)
- सोया प्रोडक्ट्स
- ग्रीक योगर्ट या लो-फैट दही
- प्रोटीन युक्त नट्स (जैसे बादाम, अखरोट – सीमित मात्रा में)
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निष्कर्ष
डायबिटीज में प्रोटीन सिर्फ एक पोषक तत्व नहीं, बल्कि ब्लड शुगर मैनेजमेंट का एक अहम हिस्सा है। डायबिटीज के मरीजों में प्रोटीन की कमी होने से कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं, तो प्रोटीन के प्रति सतर्क रहें और इस विषय पर अपने डॉक्टर से बात करें।
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