पेट दर्द कोई भी नजरअंदाज नहीं कर पाता। हालांकि, आमतौर पर पेट दर्द जब होता है तो अचानक होता है और तेज होने पर इलाज की मदद से सही हो जाता है। लेकिन, आज हम बात करेंगे कि रुक-रुक कर होने वाले पेट दर्द से कैसे बचें और क्या है इसका कारण। दरअसल, इस प्रकार के दर्द के पीछे अक्सर पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं को ही कारण बताया जाता है। लेकिन, कई बार मामला गंभीर हो सकता है। ऐसे में इस प्रकार के पेट दर्द के तमाम पक्षों को जानने के लिए हमने Dr. Pooja Pillai, Consultant - Internal Medicine, Aster CMI Hospital, Bangalore से बात की। जिन्होंने विस्तार से कारणों को समझाते हुए ये भी बताया कि इससे कैसे बचा जा सकता है?
रुक-रुक कर पेट दर्द क्यों होता है?
पेट दर्द जो बार-बार आता-जाता रहता है, उसे रुक-रुक कर होने वाला पेट दर्द कहते हैं। यह कई कारणों से हो सकता है और कभी-कभी यह किसी अंतर्निहित स्वास्थ्य समस्या का संकेत भी हो सकता है। अगर सामन्य कारणों की बात करें तो गैस, अपच, कब्ज या फूड एलर्जी से यह समस्या ज्यादा हो सकती है जिसके पीछे लाइफस्टाइल से जुड़े ये निम्न कारण हो सकते हैं। जैसे कि
मसालेदार खाना खाने से
पेट दर्द के पीछे कई कारण हो सकते हैं जिसमें सबसे पहला कारण है मसालेदार खाना खाना। जब आप बहुत ज्यादा मसालेदार चीजों का सेवन करते हैं तो आप पेट इन्हें पचाने के लिए ज्यादा एसिडिक बाइल जूस प्रड्यूस करता है। ऐसे में पेट का पित्त बढ़ जाता है जिससे रुक-रुक कर पेट दर्द होता है।
अनियमित भोजन से
अनियमित भोजन करना पाचन क्रिया को प्रभावित करता है। लंबे समय तक पेट को भूखा रखने से एसिड बाइल जूस का प्रोडक्शन ज्यादा होता है जिससे खाली पेट भी एसिडिटी होती है। इसके अलावा अगर आपने लंबे समय के बाद एक साथ ज्यादा खाना खा लिया तब भी आपको पाचन से जुड़ी समस्या हो सकती हैं। इसमें भी आपको रुक-रुक कर पेट में दर्द हो सकता है।
इसे भी पढ़ें: मल में खून आना बवासीर ही नहीं बल्कि इस संक्रामक रोग का भी हो सकता है लक्षण, जानें उपचार से लेकर सबकुछ
तनाव और चिंता से
तनाव और चिंता की वजह से भी आपको पेट दर्द हो सकता है। तनाव से दिमाग पर असर होता जिससे मस्तिष्क का कामकाज प्रभावित रहता है। मस्तिष्क का काम, आंत से ही जुड़ा होता है जिससे परस्पर जुड़े होने के कारण पेट दर्द का कारण बन सकता है। तनावग्रस्त होने पर, शरीर कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन जैसे हार्मोन छोड़ता है, जो जीआई प्रक्रियाओं को बाधित कर सकते हैं, जिससे विभिन्न पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। ये समस्याएं अपच और पेट फूलने से लेकर गैस्ट्राइटिस या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम पैदा कर सकती हैं जिससे रुक-रुक कर पेट दर्द हो सकता है।
अन्य कारणों से भी हो सकता है पेट दर्द
महिलाओं में पीरियड्स में ऐंठन या ओव्यूलेशन के दौरान होने वाला दर्द भी अस्थायी पेट दर्द का कारण बन सकता है। इसके अलावा कई बार कुछ लोगों में दवाओं से होने वाले रिएक्शन की वजह से भी रुक-रुक कर पेट दर्द हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर दर्द बार-बार आता है, तो यह गैस्ट्राइटिस, एसिड रिफ्लक्स, अल्सर, पित्ताशय की पथरी या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (IBS) जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का संकेत हो सकता है। कुछ मामलों में, यह पेट या आंतों में संक्रमण के कारण भी हो सकता है।
पेट दर्द को लेकर कब चिंता करने की जरूरत है?
पेट दर्द को लेकर वैसे कोई चिंता करने की जरूरत नहीं है लेकिन, दुर्लभ मामलों में, रुक-रुक कर होने वाला दर्द गुर्दे की पथरी या अपेंडिसाइटिस से जुड़ा हो सकता है, जिसके लिए चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है। ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए, टेस्ट करवाना चाहिए और फिर सही समय से इलाज करवाना चाहिए। इसके अलावा अगर दर्द गंभीर है, बार-बार आता है या उसके बाद उल्टी, बुखार, वजन कम होना या मल में खून आता हो, तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
इसे भी पढ़ें: बारिश के दिनों में बार बार पेट दर्द क्यों होता है? एक्सपर्ट बता रहे हैं ये 4 कारण
रुक-रुक कर होने वाले पेट दर्द से कैसे बचें?
रुक-रुक कर होने वाले पेट दर्द से बचने के लिए ताजा, हल्का और अच्छी तरह पका हुआ खाना खाएं। ऑयली, मसालेदार और जंक फूड से बचें ताकि एसिडिटी न हो। कब्ज से बचने के लिए खूब पानी पिएं और अपने आहार में फाइबर शामिल करें। खाना न छोड़ें और नियमित समय पर खाएं। योग या ध्यान जैसी विश्राम तकनीकों से तनाव को नियंत्रित करने का प्रयास करें। अपने पाचन को सक्रिय रखने के लिए नियमित व्यायाम करें।
तो इन चीजों का ख्याल रखें और रह-रहकर होने वाले पेट दर्द से बचें। इसके अलावा अगर आपको लगता है कि इस दर्द में कोई बदलाव नहीं आ रहा और यह लंबे समय तक चलता चला जा रहा है तो डॉक्टर को दिखाएं।
FAQ
पेट दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए क्या करें?
पेट दर्द से तुरंत राहत पाने के लिए आपको पुदीने को उबालकर उस पानी में काला नमक मिलाकर पीना चाहिए। इससे आपको राहत महसूस होगी। इसके अलावा आप गर्म पानी और अजवाइन का सेवन कर सकते हैं जो पेट दर्द से राहत दिलाने में मददगार है।पेट में मरोड़ के क्या लक्षण हैं?
पेट में मरोड़ के लक्षण होते हैं जैसे कि नाभि के पास गोलाकर गति में दर्द महसूस होना। रह-रहकर दर्द उठना और पेट में जलन व तीखा दर्द महसूस होना। इसके साथ ही उल्टी, मतली और दस्त की समस्या भी आपको महसूस हो सकती है।पानी जैसा मल होने का क्या कारण है?
पानी जैसा मल होने के पीछे कई कारण हो सकते हैं। पहले तो ये फूड इंफेक्शन या फिर फूड प्वाइजिंग का कारण हो सकता है। इसके अलावा कुछ अन्य आंतों की बीमारी में भी पानी जैसा मल हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर को दिखाएं।