Do Nipple Colour Change With Age In Hindi: बढ़ती उम्र के साथ महिलाओं ने नोटिस किया होगा कि उनके निपल का रंग पहले की तुलना में अधिक डार्क हो जाता है। कई बार महिलाओं को यह लगता होगा कि कहीं यह किसी बीमारी की निशानी तो नहीं है। हालांकि, निपल के रंग बदलने के पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे प्रेग्नेंसी। इसी तरह, कभी-कभी पीरियड्स के कारण भी महिलाओं में निपल के रंग बदल जाते हैं। वैसे यह कहना गलत नहीं होगा कि इस तरह के बदलाव अस्थाई होते हैं और कुछ समय बाद अपने आप निपल का रंग सामान्य हो जाता है। मगर बढ़ती उम्र के साथ निपल के रंग में क्यों बदलाव देखने को मिलता है और क्या यह किसी तरह की समस्या की ओर संकेत करता है? आइए, जानते हैं Mumma's Blessing IVF और वृंदावन स्थित Birthing Paradise की Medical Director and IVF Specialist डॉ. शोभा गुप्ता से।
बढ़ती उम्र के साथ निपल के रंग में क्यों होने लगता है बदलाव?- Why Does Nipple Colour Change With Age In Hindi
बढ़ती उम्र के साथ निपल के रंग में बदलाव होना पूरी तरह सामान्य है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे-
हार्मोनल फ्लक्चुएशन
बढ़ती उम्र के साथ-साथ महिलाओं के शरीर में हार्मोन के स्तर में भी तेजी से बदलाव आता है। इसके पीछे प्रेग्नेंसी या पीरियड्स कारक हो सकते हैं। ध्यान रखें कि एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोन में बदलाव की वजह से ही निपल के रंग में बदलाव होते हैं। प्रेग्नेंसी और पीरियड्स के दौरान इन हार्मोन में काफी उतार-चढ़ाव नोटिस किया जा सकता है। यह भी ध्यान रखें कि जब मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन का स्तर कम हो जाता है, तब भी उसका असर निपल के कलर पर नजर आता है।
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बढ़ती उम्र
जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, वैसे-वैसे हमारी स्किन पर लटकी जाती है। यह बदलाव नेचुरल है। ऐसा ऑक्सिडेटिव स्ट्रेस के कारण होता है। यह एक प्राकृतिक प्रकिया है। उम्र बढ़ने के साथ-साथ हमारी स्किन पर इसका सबसे ज्यादा असर दिखने लगता है। ऐसा ही निपल के साथ भी होता है। जैसे-जैस महिलाओं की उम्र बढ़ जाती है, ब्रेस्ट की स्किन भी लटक जाती है। ऐसे में निपल के रंग पर भी इसका प्रभाव देखने को मिलता है।
दवाओं को प्रभाव
अगर कोई महिला लंबे समय से कोई दवा ले रही है, तब भी इसका निपल के रंग पर असर दिखता है। हालांकि, ऐसा हो यह जरूरी नहीं है। लेकिन, ब्रेस्ट से संबंधित कई दवाएं ऐसी हैं, जिनका बुरा प्रभाव महिलाओं के निपल पर पड़ता है। इससे निपल डार्क हो जाते हैं। ऐसा स्थाई या अस्थाई रूप से हो सकता है। इस तरह की कंडीशन होने पर महिलाओं को चाहिए कि वे सीधे डॉक्टर से संपर्क कर अपनी समस्या के बारे में बताएं।
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कब जाएं डॉक्टर के पास
यूं तो निपल का रंग बदलना कोई गंभीर बीमारी नहीं है। यह बढ़ती उम्र और हार्मोनल बदलाव के कारण होता है। यह पूरी तरह नेचुरल है, इसलिए इस संबंध में डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं होती है। लेकिन, आपको इन बातों का भी रखना चाहिए कि अगर निपल के बदलते रंग के साथ-साथ उसमें सूजन, रेडनसे, डिस्चार्ज हो, तो इस संबंध में लापरवाही नहीं करनी चाहिए। यह ब्रेस्ट कैंसर होने का संकेत हो सकता है।
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FAQ
निपल्स का रंग बदलने का क्या कारण है?
निपल्स बदलने के कई कारण हो सकते हैं। इसमें हार्मोनल बदलाव मुख्य होते हैं। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी, बढ़ती उम्र भी इसका कारण हैं। वहीं, कैंसर जैसी गंभीर बीमारी में भी निपल्स के रंग बदल सकते हैं।निपल्स से कालापन कैसे दूर करें?
निपल्स का कालापन कम करने के लिए नारियल तेल लगाएं। आप चाहें, तो लाइटनिंग क्रीम का भी यूज कर सकते हैं।क्या काले निपल्स वापस सामान्य हो जाते हैं?
आमतौर पर निपल्स का पूरा कलर चेंज किया ना संभव नहीं होता है। हां, इसमें कुछ क्रीम या तेल का इस्तेमाल करके इसके रंग में लाइट चेंजेस किए जा सकते हैं। ध्यान रखें कि प्रेग्नेंसी और पीरियड्स के दौरान हो रहे निपल में चेंजेस धीरे-धीरे पुरानी अवस्था में लौट आते हैं।