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ब्रेस्ट शेप और साइज को खराब कर सकती हैं ये 5 बीमारियां, डॉक्टर से जानें

Conditions That Can Affect Breast Shape In Hindi: ज्यादातर महिलाएं अपने ब्रेस्ट साइज को लेकर ज्यादा सजग रहती हैं। इससे उनके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होती है। इस लेख में जानते हैं कि कौन सी स्थितियां महिलाओं के ब्रेस्ट साइज को खराब कर सकती हैं। 
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ब्रेस्ट शेप और साइज को खराब कर सकती हैं ये 5 बीमारियां, डॉक्टर से जानें


Conditions That Can Affect Breast Shape In Hindi: महिलाएं अपने ब्रेस्ट साइज को लेकर ज्यादा सजग रहती हैं। ज्यादातर महिलाएं और लड़कियां सुडौल और आकर्षक ब्रेस्ट पाना चाहती हैं। इसके लिए महिलाएं कई तरह के उपायों को अपनाती हैं। कई बार हार्मोनल बदलाव और अन्य स्थितियों की वजह से महिलाओं के ब्रेस्ट साइज में बदलाव आने लगते हैं। ब्रेस्ट साइज  खराब होने पर महिलाओं के आउटफिट भी अच्छे नहीं लगते हैं। जिन महिलाओं के स्तनों का आकार खराब होता है, उनके आत्मविश्वास में कमी देखने को मिलती है। इस स्थिति से बचने के लिए महिलाएं स्तनों यानी ब्रेस्ट के आकार को बढ़ाने या सुडौल करने के लिए कई तरह क उपायों को अपनाती हैं। ब्रेस्ट में होने वाले बदलावों से जुड़ी समस्याओं को देखते हुए आज कई तरह के ट्रीटमेंट उपलब्ध हैं। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर गाइनाक्लॉजिस्ट डॉक्टर विभा बंसल से जानते हैं कि ब्रेस्ट के आकार को खराब करने वाली कौन सी स्थितियां (Which Conditions That Can Affect Breast Shape In Hindi) हो सकती हैं। 

ब्रेस्ट साइज और शेप को खराब करने वाली स्थितियां - Conditions That Can Affect Breast Shape In Hindi

मैस्टाइटिस (Mastitis)

मैस्टाइटिस इंंफेक्शन के कारण ब्रेस्ट में सूजन का कारण बनता है। दूध की नली बंद होने या त्वचा में कट लगने से मैस्टाइटिस इंफेकशन हो सकता है। डिलीवरी के बाद ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली महिलाओं को इस समस्या का सामना करना पड़ता है। इस समस्या में महिलाओं के ब्रेस्ट में सूजन (inflammation in breast) आ जाती है और इनमें दर्द होता है। 

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एडेनोसिस (Adenosis)

कुछ महिलाओं को स्तनों में सूजन और गांठ दिखाई देती है। यह गांठ कैंसर का कारण नहीं बनती हैं। इस स्थिति को एडेनोसिस कहा जाता है। इसमें महिला की ब्रेस्ट में दूध बनाने वाली ग्रंथियां बढ़ जाती हैं। यह स्थिति स्तने के आकार को प्रभावित कर सकती हैं। हालांकि डॉक्टर्स का कहना है कि इस स्थिति में महिलाओं को इलाज की आवश्यकता नहीं होती है। यह स्थिति समय के साथ अपने आप ही ठीक हो जाती हैं। 

कम उम्र कमी की हाइपरट्रॉफी (Juvenile hypertrophy)

यह समस्या मुख्य रूप से कम उम्र की महिलाओं में देखने को मिलती है। कम उम्र की महिलाओं में किशोरों को शामिल किया गया है। इस स्थिति में युवती के ब्रेस्ट का साइज अत्यधिक बढ़ा (increase breast size) हो जाता है। फिलहाल, तो इस स्थिति के सटिक कारणों को पता नहीं लगाया गया है। लेकिन, हार्मोनल अनियमितताएं और अनुवांशिक कारण हाइपरट्रॉफी को ट्रिगर कर सकती हैं। 

हार्मोनल बदलाव (Hormonal Changes)

मासिक धर्म चक्र या एचआरटी (Hormone replacement therapy - HRT) के कारण होने वाले हार्मोनल बदलाव स्तन के आकार को खराब कर सकते हैं। एस्ट्रोजन नामक हार्मोन पीरियड्स से बढ़ जाते हैं, जिससे दूध बनाने वाली नलिकाओं में सूजन आ जाती है। 

उम्र बढ़ना (Aging)

उम्र बढ़ने के साथ त्वचा की इलास्टिसिटी (Elasticity) कम हो जाती है। इससे महिलाओं के ब्रेस्ट ढीले हो जाते हैं। इसकी वजह से स्तन में झुकाव (Breast Sagging) आने लगता है, जो महिलाओं की बॉडी शेप को खराब कर सकती है। साथ ही, महिलाओं के ब्रेस्ट का आकार में बदलाव होता है।

इसे भी पढ़ें : इन 6 कारणों से नहीं बढ़ता है स्तनों का आकार (ब्रेस्ट साइज)

Breast Size Changes in Hindi: स्तनों का आकार और बनावट महिलाओं के जीवन में विभिन्न कारकों से प्रभावित होता है। हालांकि इनमें से कुछ बदलाव स्वाभाविक होते हैं, लेकिन कई बार ये किसी गंभीर समस्या का संकेत भी हो सकते हैं। स्तनों की सेहत का ध्यान रखना और किसी भी असामान्य लक्षण पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना आवश्यक होता है।

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