हार्ट रेट का अर्थ है कि आपका हृदय एक मिनट में कितनी बार धड़कता है। इसे बीट्स पर मिनट के मुताबिक नापा जाता है। कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल में सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर भूपेंद्र सिंह कहते हैं कि जब आप कोई थकाने वाली गतिविधि जैसे भाग दौड़ या कार्डियो एक्सरसाइज करते हैं तो हार्ट रेट बढ़ जाता है। भागते समय आपका हार्ट रेट कितना है यह तरीका आप कितनी तेज भाग सकते हैं, इसे जानने के काफी काम आ सकता है। इस दौरान आपका हार्ट रेट (दिल की धड़कन) कितना होना चाहिए यह बात आपकी उम्र, और आप कितनी इंटेंसिटी से काम कर सकते हैं इस क्षमता पर भी निर्भर करता है। भागते समय हार्ट रेट कितना होना चाहिए इसके लिए एक फॉर्मूला है उससे आप जान सकते हैं। उसके अनुसार रेट ज्ञात करने के लिए आपको अपनी उम्र को 220 में से घटा देना चाहिए। अधिकतर लोगों में नॉरमल हार्ट रेट 60-100 बीपीएम होता है। दिल की धड़कन को सुबह या रात को मापा जा सकता है।
भागते समय औसतन हार्ट रेट (दिल की धड़कन)
यह रेट हर व्यक्ति के लिए अलग अलग हो सकता है। यह रेट आपकी उम्र, फिटनेस लेवल, मौसम का तापमान, आप किसी दवाई का सेवन कर रहे हैं या नहीं, आप कितनी स्ट्रेस ले रहे है, इस बात पर निर्भर करता है। अधिकतर रनर जिनकी उम्र 20 से 45 के बीच है उनका औसत हार्ट रेट 100 से 160 धड़कन प्रति मिनट होना चाहिए।
आपकी दिल की धड़कन क्या होनी चाहिए?
हार्ट रेट (दिल की धड़कन) जानने के लिए आपको सबसे पहले अधिकतम हार्ट रेट ज्ञात करना होगा। इसे निकालने के लिए 220 में से अपनी उम्र को घटा दें। उदाहरण के तौर पर अगर आपकी उम्र 20 है तो 220 में से 20 घटाए जाने पर आपका अधिकतम हार्ट रेट 200 आ जायेगा। यह रेट 10 या 20 ऊपर नीचे भी हो सकता है। आपको एक्सरसाइज करते समय अपने हार्ट रेट की 50 से 75 प्रतिशत क्षमता के प्रयोग करने के लिहाज से भागना चाहिए। अगर आप इंटेंसिटी बढ़ाना चाहते हैं तो 70 से 85 के बीच हार्ट रेट भी हो सकता है।
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अधिक हार्ट रेट (दिल की धड़कन) के साइड इफेक्ट्स
हार्ट रेट का अधिक समय तक अधिक बढ़ना आपकी सेहत के लिए ठीक नहीं होता है खासकर तब जब आप नई नई एक्सरसाइज करने लगे हों। जो लोग हार्ट रेट के टारगेट को लांघ कर ट्रेनिंग करते हैं और ऐसा अधिक समय तक होता है तो एक्सरसाइज के बाद उनके शरीर को रिकवर हो पाने में अधिक समय लगता है। इस दौरान उनकी छाती में दर्द हो सकता है और उन्हें बहुत असहज भी महसूस हो सकता है। इसलिए अधिक समय तक हार्ट रेट बढ़ा देने वाली एक्सरसाइज न करें और अगर कर भी रहे हैं तो समय समय पर ब्रेक लेते रहें।
हार्ट रेट ट्रेनिंग क्या है?
हार्ट रेट ट्रेनिंग में अलग अलग जोन होते हैं जिसमें अलग अलग हार्ट रेट होता है। इसके 5 जोन हैं।
- पहले जोन में अधिकतम हार्ट रेट का 50 से 60%
- दूसरे जोन में अधिकतम हार्ट रेट का 60 से 70%
- तीसरे जोन में अधिकतम हार्ट रेट का 70 से 80%
- चौथे जोन में अधिकतम हार्ट रेट का 80 से 90%
- पांचवे जोन में अधिकतम हार्ट रेट का 90 से 100%
अधिकतर रनर शुरुआत में कई मील धीमी गति से भागना पसंद करते हैं। वह अपनी आधी ट्रेनिंग के समय को पहले और दूसरे जोन में ही पूरा कर देते हैं। जोन 3 और 4 में आकर वह थोड़ी तेज गति और इंटेंसिटी को बढ़ाना पसंद करते है।अपनी ट्रेनिंग को ट्रैक करते रहने के लिए एक हार्ट रेट मॉनिटर का भी प्रयोग कर सकते हैं।
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अगर आप यह देखना चाहते हैं कि आपका शरीर कितनी मेहनत कर रहा है तो हार्ट रेट ट्रेनिंग एक अच्छा तरीका हो सकती है। भागते समय अपनी सारी सीमाओं को न लांघना ही बेहतर रहता है। इससे आपका शरीर रिकवर भी ढंग से हो पाता है और चोट लगने का खतरा भी कम होता है।
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