Why Does Baby Wake Up 30 Minutes Into Nap in Hindi: माता-पिता बनना इस दुनिया में सबसे बेहतरीन पलों में से एक होता है। लेकिन, पेरेंट्स बनना दिल के लिए जितना सुकून भरा होता है, उतने ही मुश्किलों से भरा भी होता है। शिशुओं को सुलाना भी हर माता-पिता के लिए काफी मुश्किल होता है। जन्म के बाद के कुछ दिनों तक पेरेंट्स रात-रात भर अपने शिशुओं को सुलाने में लगे रहते हैं। वहीं कुछ पेरेंट्स के मन में यह सवाल रहता है कि मेरा बच्चा 30 मिनट से ज्यादा क्यों नहीं सो सकता है? दरअसल, कई बार शिशु सोने के 30 मिनट से 45 मिनट के अंदर ही दोबारा जाग जाते हैं और इसके बाद उन्हें सुलाना काफी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में आइए किरण मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल के कंसल्टेंट पीडियाट्रिशियन और न्यूबोर्न स्पेशलिस्ट डॉ. पवन मंडाविया से जानते हैं कि शिशु सोने के 30 मिनट में क्यों जाग जाता है?
बच्चा 30 मिनट के बाद क्यों जागता है? - Why Does My Baby Wake Up After 30 Minutes in Hindi?
पेरेंट्स के सुलाने के थोड़ी देर बाद ही शिशु अक्सर जाग जाते हैं। थोड़ी-थोड़ी देर में शिशुओं के जाग जाने से माता-पिता परेशान रहते हैं। शिशु के हर 30 मिनट पर जागने की समस्या को फॉल्स स्टार्ट बेडटाइम (what is false start bedtime) के नाम से जाना जाता है। यह समस्या अक्सर शिशु के दिन में बहुत ज्यादा या बहुत कम सोने के कारण होती है, क्योंकि यह शिशु के नींद के पैटर्न को बाधित कर सकता है। इसके अलावा, शिशु के बहुत ज्यादा थके होने पर, अगर आप उसे बैड पर सुलाते हैं तो इससे भी आपका बच्चा जल्दी उठ सकता है। इतना ही नहीं, अगर आप अपने शिशु को सोने के समय से बहुत पहले सुला रहे हैं तो भी आपका बच्चा थोड़ी देर में ही जाग सकता है। इसके अलावा, शिशु के सोने के समय कमरे में ऐसा माहौल, जिसमें बहुत ज्यादा रोशनी, शोर, या कमरे का तापमान बहुत गर्म या ठंडा होने पर भी आपके बच्चे की नींद थोड़ी-थोड़ी देर में खुल सकती है।
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शिशु थोड़ी-थोड़ी देर में जाग जाए तो क्या करें? - How To Stop Baby Waking After 30 Minutes in Hindi?
- शिशु को गहरी नींद में सुलाने के लिए उनके लिए एक हेल्दी माहौल और सोने से पहले शांत रूटीन बनाएं, जैसे उन्हें कुछ पढ़कर सुनाना, गाना गुनगुनाना या कपड़े में लपेटना आदि।
- अपने शिशु के इंटरनल क्लॉक को नियमित करने के लिए, झपकी और सोने के समय के बीच अंगर रखें और उनके सोने और जागने के शेड्यूल को फॉलो करने की कोशिश करें।
- सोने से पहले आपके शिशु के शरीर को आराम देने के लिए आप उन्हें गुनगुने पानी से नहला सकते हैं। गुनगुने पानी से नहलाने से आपके बच्चे को शांत माहौल मिलता है और उन्हें देर तक सोने में मदद मिलती है।
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- शिशु को सुलाते समय कमरे में अंधेरा, शांत माहौल और आरामदायक तापमान बनाने की कोशिश करें, जिससे उनकी नींद में किसी तरह की बाधा न आए और वे आसानी से सो सके।
- अपने बच्चे के नींद के संकेतों पर ध्यान दें, जैसे कि जम्हाई लेना, आंखें रगड़ना, या कम एक्टिव होना, ताकि आप उनके सोने का सबसे बेहतर समय चुन सके।
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निष्कर्ष
सोने के थोड़ी देर में ही अगर आपका बच्चा भी जाग जाता है, तो इसका कारण फॉल्स स्टार्ट बेडटाइम हो सकता है। इसलिए, आप अपने बच्चे को सुलाते समय और उनके सोने के दौरान होने वाली समस्याओं को दूर करके आप उन्हें, देर तक सोने के लिए तैयार कर सकते हैं।
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