
Why Blood is Red in Colour: किसी भी प्राणी के लिए जीवित रहने से लेकर हेल्दी और फिट रहने तक खून की सही मात्रा बेहद जरूरी है। दुनियाभर में मौजूद सभी लोगों के खून का रंग लाल ही होता है। खून के लाल होने के बावजूद लोगों की नसें नीली और जामुनी रंग की दिखाई देती हैं। लेकिन चोट लगने या इंजरी होने पर हर व्यक्ति के शरीर से निकलने वाला ब्लड या खून लाल रंग का ही होता है। खून में दो तरह की रक्त कणिकाएं पाई जाती हैं, एक सफेद रक्त कणिकाएं और दूसरी लाल रक्त कणिकाएं। लेकिन हमें दिखने वाले खून के रंग की बात करें तो वह लाल रंग का ही होता है। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि आखिर खून का रंग लाल होने के पीछे क्या कारण है और किस वजह से शरीर में मौजूद ब्लड या खून का रंग लाल ही होता है। आइये इस लेख में विस्तार से जानते हैं खून का रंग लाल क्यों होता है इसे कारण के बारे में।
खून का रंग लाल क्यों होता है?- Why Blood is Red in Colour in Hindi
साइंस के मुताबिक बिना ऑक्सीजन वाला खून लाल नहीं बल्कि नीले रंग का होता है। हम सभी जानते हैं कि खून में मौजूद रेड ब्लड सेल्स और वाइट ब्लड सेल्स खून की मात्रा को पूरा करते हैं। लाल रक्त कोशिकाओं या रेड ब्लड सेल्स में प्रोटीन ऑक्सीजन होता है, जिसे हम हीमोग्लोबिन के नाम से जानते हैं। शरीर में खून की कमी होने को हीमोग्लोबिन की कमी के नाम से भी जाना जाता है। बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजिशियन डॉ समीर कहते हैं कि, "खून का रंग लाल होने के पीछे ब्लड में मौजूद लाल रक्त कोशिकाओं का अहम रोल होता है। दरअसल ब्लड में मौजूद हीमोग्लोबिन के कारण इसका रंग लाल होता है।"

इसे भी पढ़ें: शरीर में खून की कमी होने पर स्किन, नाखून और बालों में दिखाई देते हैं ये लक्षण
हीमोग्लोबिन में आयरन के चार अणु मौजूद होते हैं। जब इनपर लाइट पड़ती है, तो इनका रंग लाल हो जाता है। यही कारण है कि जब भी हम खून देखते हैं, तो यह लाल रंग का दिखाई देता है। खून में ऑक्सीजन की कमी होने पर इसके रंग में बदलाव भी देखने को मिल सकता है। हीमोग्लोबिन एक तरह का प्रोटीन है, जो आयरन अणु के सतह मिलकर एक कॉम्प्लेक्स बनता है और शरीर में ऑक्सीजन के अणु का प्रवाह मैनेज करता है।
शरीर में खून की कमी
एनीमिया को शरीर में खून की कमी या हीमोग्लोबिन की कमी भी कहते हैं। यह समस्या कई कारणों से किसी भी उम्र के व्यक्ति में हो सकती है। कारणों के आधार पर एनीमिया की बीमारी को अलग-अलग तरह से देखा जाता है। कुछ लोगों में एनीमिया की समस्या आनुवांशिक कारणों से भी हो सकता है। इस स्थिति में जांच और इलाज दोनों ही अलग तरीके से होता है।
इसे भी पढ़ें: एनीमिया की जांच के लिए कौन सा टेस्ट होता है? जानें इसके बारे में
एनीमिया की जांच आमतौर पर सीबीसी से हो जाती है, लेकिन कुछ लोगों में यह समस्या एडवांस स्टेज पर होती है। ऐसे में इनका पता लगाने के ये टेस्ट किये जा सकते हैं। एनीमिया होने पर शरीर में थकान, भूख कम लगना, कमजोरी के साथ चक्कर आना और उल्टी व पतली की समस्या हो सकती है।
(Image Courtesy: Freepik.com)
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version