आज के समय में कैंसर वैश्विक स्तर पर एक गंभीर बीमारी बन चुका है। हर साल सैकड़ों लोग इस गंभीर बीमारी का शिकार हो रहे हैं। ब्लड कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, लिवर कैंसर, स्किन कैंसर और पेट का कैंसर आदि अन्य कई प्रकार के कैंसरों से लोग जुझ रहे हैं। कुछ मामलों में कैंसर का कारण जेनेटिक कारक होते हैं, लेकिन ज्यादातर मामलों में यह हमारे लाइफस्टाइल, आदतें और हमारे द्वारा इस्तेमाल होने वाले हानिकारक पदार्थों के कारण भी कैंसर होने का जोखिम बहुत ज्यादा बढ़ गया है। लेकिन, अगर हम अपने लाइफस्टाइल में कुछ बदलाव करें और कैंसर का कारण बनने वाली चीजों से दूरी बनाने की कोशिश करें तो कैंसर होने का खतरा कम हो सकता है। तो आइए साउथ दिल्ली के नीति बाग में स्थित राजीव गांधी कैंसर संस्थान और अनुसंधान केंद्र के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट और यूनिट हेड डॉ. शुभम जैन ( Dr. Shubham Jain, Senior Consultant & Unit Head-Surgical Oncology, Rajiv Gandhi Cancer Institute & Research Centre (RGCIRC), Niti Bagh, South Delhi) से जानते हैं कि दुनियाभर में कैंसर के मामले बढ़ने के पीछे क्या कारक है?
कैंसर के मामले क्यों बढ़ रहे हैं?
डॉ. शुभम जैन के अनुसार, दुनियाभर में कैंसर बढ़ने का कारण ऐसी चीजों का इस्तेमाल या संपर्क में आना है, जो हमारे शरीर में सेल्स पर सीधे असर करते हैं। जैसे-
1. तंबाकू
तंबाकू का सेवन कैंसर का सबसे बड़ा और आम कारण माना जाता है। स्मोकिंग फेफड़ों, मंह, गले और मूत्राशय के कैंसर का कारण बन सकता है। सिर्फ स्मोकिंग करने वाले ही नहीं, बल्कि उनके आस-पास रहने वाले लोग भी सेकेंड हैंड स्मोक के कारण कैंसर होने का जोखिम होता है। यह स्थिति बच्चों और बुजुर्गों के लिए और भी ज्यादा खतरनाक माना जाता है। इससे बचाव के लिए स्मोकिंग या गुटखे की आदत को छोड़ना बहुत जरूरी है और दूसरों को भी इसके लिए जागरुक करना चाहिए।
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2. शराब का ज्यादा सेवन
शराब का ज्यादा सेवन आपके लिवर, ब्रेस्ट, मुंह और गले के कैंसर के खतरे को बढ़ाता है। लगातार और ज्यादा मात्रा में शराब का सेवन शरीर के सेल्स को डैमेज कर सकता है, जिससे कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। इससे बचने के लिए या तो शराब का सेवन पूरी तरह से बंद कर देना चाहिए या फिर इसे बहुत सीमित मात्रा में लेना चाहिए।
3. मोटापा और खराब डाइट
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में जंक फूड, प्रोसेस्ड मीट और ज्यादा फैट वाले खाद्य पदार्थों का सेवन आम हो गया है। ये सभी खाद्य पदार्थ मोटापा बढ़ाते हैं, जो गर्भाशय, बड़ी आंत, स्तन और प्रोस्टेट कैंसर के जोखिम से जुड़े हो सकते हैं। इसलिए, जरूरी है कि आप अपनी डाइट में ताजे फल, सब्जियां, अनाय और हाई फाइबर वाले खाद्य पदार्थ शामिल करें। साथ ही, पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और हेल्दी वजन बनाए रखें।
4. वायु प्रदूषण
आज के समय में वायु प्रदूषण भी कैंसर के जोखिम को बढ़ाने का एक बड़ा कारक है। प्रदूषण में मौजूद छोटे कण, फेफड़ों के कैंसर के खतरे को बढ़ा सकते हैं। जिन जगहों पर हवा की गुणवत्त खराब होती है, वहां लंबे समय तक रहने से कैंसर का जोखिम बढ़ता है। इससे बचाव के लिए खुले में मास्क पहनना और घरों या ऑफिस में एयर प्यूरीफायर का उपयोग करना फायदेमंद हो सकता है।
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5. ज्यादा रेडिएशन और यूवी किरणें
बहुत ज्याद रेडिएशन, खासकर सूरज की यूवी किरणें, स्किन कैंसर के जोखिम को बढ़ाता है। यह खतरा उन लोगों में ज्यादा होता है, जो लंबे समय तक धूप में काम करते हैं या बाहर रहते हैं। इससे बचने के लिए हमें सनस्क्रीन, सही कपड़े, टोपी और चश्मे का उपयोग करना चाहिए। गर्मी केे मौसम में खासकर दोपहर के समय घर से बाहर निकलने से बचना चाहिए।
निष्कर्ष
दुनियाभर में कैंसर के बढ़ते मामलों के पीछे का बड़ा कारण हमारी बदलती लाइफस्टाइल, प्रदूषण, गलत आदतें और अनहेल्दी डाइट है। हालांकि, इनमें से कुछ चीजों पर हमारा कंट्रोल नहीं हो सकता है, लेकिन, अपनी आदतों में हेल्दी बदलाव करके और सुरक्षित तरीकों को अपनाकर आप कैंसर के जोखिम को कम कर सकते हैं।
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FAQ
कैंसर की गांठ कहाँ-कहाँ होती है?
कैंसर की गांठ शरीर के किसी भी हिस्से में बन सकती है। कैंसर की गांठ होने की कुछ आम जगहें हैं, जिसमें ब्रेस्ट, गर्दन, पेट, गट, और अंडकोष। इसके अलावा, कुछ खास प्रकार के कैंसर लिम्फ नोड्स में गांठ बना सकते हैं।क्या ट्यूमर और कैंसर एक ही हैं?
जी नहीं, ट्यूमर और कैंसर दोनों अलग-अलग होते हैं। ट्यूमर टिशू का असामान्य विकास या वृद्धि है, जबकि कैंसर असामान्य सेल्स के अनियंत्रित विकास और फैलाव के कारण होने वाली बीमारियों की वजह है।शरीर में कैंसर का पहला लक्षण क्या है?
शरीर में कैंसर का पहला लक्षण कैंसर के प्रकार पर निर्भर करता है, जिनमें कुछ सामान्य लक्षण वजन घटना, लगातार थकान महसूस होना, बहुत ज्यादा दर्द होना या स्किन पर बदलाव महसूस होना।