
Does Roll on deodorant cause cancer : गर्मियों के मौसम में अक्सर लोग ताजा खुशबू को बनाए रखने के लिए डियोड्रेंट का इस्तेमाल करते हैं। स्प्रे डियोड्रेंट के मुकाबले इन दिनों रोल-ऑन-डियोड्रेंट का इस्तेमाल काफी बढ़ गया है। रोल-ऑन-डियोड्रेंट को सीधे त्वचा पर लगाया जाता है, जिससे त्वचा पर आने वाले पसीने को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। रोल-ऑन-डियोड्रेंट (Side Effects of Roll on Deodorant) खुशबू को भी ज्यादा देर तक बनाए रखता है।
लेकिन पिछले कुछ वक्त से सोशल मीडिया पर कई रिल्स शेयर की जा रही हैं, जिनमें दावा किया जा रहा है कि रोल-ऑन-डियोड्रेंट लगाने से कैंसर हो सकता है। विशेषकर रोल-ऑन-डियोड्रेंट लगाने से ब्रेस्ट कैंसर (Roll on Deodorant Cause Breast Cancer) हो सकता है। इस लेख में हम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं, दावे की सच्चाई जानने की कोशिश करेंगे। इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए हमने हरियाणा के सोनीपत स्थित एंड्रोमेडा कैंसर अस्पताल की डायरेक्टर और स्तन कैंसर सर्जरी प्रमुख, डॉ. वैशाली जमरे (Dr. Vaishali Zamre, Director and Head of Breast Cancer Surgery, Andromeda Cancer Hospital) से बात की।
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क्या रोल-ऑन-डियोड्रेंट से कैंसर होता है?- Do roll-on deodorants cause cancer
डॉ. वैशाली जमरे का कहना है कि सोशल मीडिया पर अक्सर इस तरह के वीडियो आते हैं, जो इस बात का दावा करके हैं कि रोल-ऑन-डियोड्रेंट का इस्तेमाल करने की वजह से कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। दरअसल, रोल-ऑन-डियोड्रेंट अक्सर एंटीपर्सपिरेंट के रूप में कार्य करता है और इसमें एल्युमिनियम यौगिक (Aluminum Compounds) जैसे एल्यूमिनियम जिरकोनियम या एल्यूमिनियम क्लोरोहाइड्रेट मौजूद होते हैं। एंटीपर्सपिरेंट में मौजूद एल्युमिनियम यौगिक शरीर में अवशोषित होकर शरीर में टीशू जमा हो जाते हैं, जिसे कैंसर से जोड़कर देखा जाता है। लेकिन असल में ऐसा बिल्कुल भी नहीं है।
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नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट (NCI) ऑफ अमेरिका द्वारा की गई रिसर्च का हवाला देते हुए डॉक्टर बताते हैं कि वर्तमान में ऐसा कोई भी शोध या वैज्ञानिक प्रमाण मौजूद नहीं है, जो ये दर्शाता है कि रोल-ऑन-डियोड्रेंट का इस्तेमाल करने से कैंसर या ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ता है। यदि डियोड्रेंट और कैंसर के बीच कोई संबंध होता, तो अब तक अध्ययनों में इसका पता चल गया होता।
हेल्थ एक्सपर्ट का कहना है जिन लोगों की स्किन सेंसेटिव होती है, वो अगर रोल-ऑन-डियोड्रेंट का इस्तेमाल करते हैं, तो उन्हें इसकी वजह से खुजली, जलन और स्किन रैशेज की परेशानी हो सकती है।
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रोल-ऑन-डियोड्रेंट खरीदते वक्त सावधानियां
डॉ. वैशाली जामरे की मानें, तो रोल-ऑन-डियोड्रेंट का इस्तेमाल करने से बेशक कैंसर नहीं होता है, लेकिन इसको बाजार से खरीदते वक्त कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है। हमेशा ऐसा रोल-ऑन-डियोड्रेंट खरीदें, जिनमें नेचुरल और ऑर्गेनिक चीजों का उपयोग किया गया हो। रोल-ऑन-डियोड्रेंट में एल्युमिनियम जैसी चीजें हो, तो उसे खरीदने से बचें।
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निष्कर्ष
अब तक के वैज्ञानिक अध्ययनों और चिकित्सा विशेषज्ञों की राय के अनुसार, रोल-ऑन-डियोड्रेंट के उपयोग और कैंसर, विशेषकर ब्रेस्ट कैंसर, के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है। लेकिन इसका इस्तेमाल करने से त्वचा पर एलर्जी, जलन और खुजली की परेशानी हो सकती है।
FAQ
कैंसर की शुरुआत कैसे होती है?
किसी भी व्यक्ति में कैंसर की शुरुआत कोशिकाओं में जेनेटिक बदलाव (Genetic Mutations) के कारण होती है। ये बदलाव कोशिकाओं को यह नियंत्रित करने की क्षमता खोने पर मजबूर करते हैं कि उन्हें कब बढ़ना, विभाजित होना और कब मरना है। इसका असर ये होता है कि कैंसर के सेल्स तेजी से बढ़ते हैं और शरीर के विभिन्न अंगों को प्रभावित करते हैं।कैंसर की गांठ कहां होती है?
डॉ. वैशाली के अनुसार, कैंसर की गांठ शरीर के उस हिस्से में होती है जहां कैंसर की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ रही होती हैं। कैंसर की गांठ शरीर के किसी भी हिस्से में बन सकती हैं। यह पूरी तरह से इस बात पर निर्भर करता है कि कैंसर के सेल्स शरीर के किस हिस्से को प्राभिवत कर रहा है।कैंसर क्या है और कैसे होता है?
कैंसर तब होता है जब शरीर की सामान्य कोशिकाओं में अचानक बदलाव (mutation) आ जाता है। ये बदलाव मुख्य रूप से डीएनए में होते हैं। ये कोशिकाएं अनियंत्रित तरीके से बढ़ती हैं, जिसकी वजह से अंगों को नुकसान पहुंचता है। कई बार कोशिकाएं शरीर के उन हिस्सों में भी फैल जाती हैं, जहां तक उसकी पहचान करना और इलाज करना मुश्किल हो जाता है। यही कारण है कि डॉक्टर साल में एक बार कैंसर टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं।
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