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कांजी किसे नहीं पीनी चाहिए? एक्सपर्ट से जानें

सर्दियों के मौसम में अक्सर लोग गाजर, चुकंदर और आंवला से कांजी बनाते हैं, जो सेहत के लिए लाभकारी होती है। यहां जानिए, किन लोगों को कांजी का सेवन करने से परहेज करना चाहिए?
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कांजी किसे नहीं पीनी चाहिए? एक्सपर्ट से जानें


Who Should Not Drink Kanji: कांजी एक पारंपरिक भारतीय ड्रिंक है, जिसे सर्दियों में मुख्य रूप से गाजर और सरसों से बनाया जाता है। कांजी स्वाद में खट्टी और तीखी होती है और इसे प्रोबायोटिक्स का बेहतरीन सोर्स माना जाता है। यह पाचन तंत्र को मजबूत करने, पेट की समस्याओं को दूर करने और इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करती है। कांजी शरीर में अम्लता (एसिडिटी) को बढ़ा सकती है। इसलिए, जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या रहती है उन्हें इसके सेवन से परहेज करना चाहिए। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए, कांजी किसे नहीं पीनी चाहिए?

किन लोगों को कांजी नहीं पीनी चाहिए? - Who Should Not Drink Kanji

आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा बताते हैं कि कांजी को सही मात्रा में और सही समय पर पीना बेहद जरूरी है। कुछ लोगों को इससे फायदा होता है, लेकिन कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों में इसका सेवन परेशानी बढ़ा सकता है। इस लेख में हम विस्तार से जानेंगे कि किन लोगों को कांजी पीने से बचना चाहिए और इसके संभावित नुकसान क्या हो सकते हैं।

आयुर्वेद के अनुसार, कांजी उष्ण तासीर (गर्म प्रवृत्ति) वाली होती है और यह पाचन तंत्र को मजबूत करने में सहायक होती है। यह प्रोबायोटिक्स से भरपूर होती है, जिससे आंतों की सेहत अच्छी बनी रहती है। साथ ही, यह शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करती है। लेकिन हर व्यक्ति के शरीर की प्रकृति अलग होती है, इसलिए कुछ लोगों को यह नुकसान भी (Who Should Avoid Kanji) पहुंचा सकती है।

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1. एसिडिटी और गैस से परेशान लोग

जिन लोगों को एसिडिटी, पेट में जलन या गैस बनने की समस्या रहती है, उन्हें कांजी का सेवन करने से बचना चाहिए। चूंकि कांजी स्वाभाविक रूप से खट्टी होती है और इसमें किण्वन फर्मेंटेशन की प्रक्रिया होती है, यह पेट में ज्यादा अम्ल (acid) बना सकती है, जिससे एसिडिटी की समस्या और बढ़ सकती है।

2. लूज मोशन या पेट की समस्या होने पर

कांजी पाचन क्रिया को उत्तेजित करती है और इसमें मौजूद प्रोबायोटिक्स आंतों में सक्रिय रूप से काम करते हैं। इसलिए, अगर किसी को लूज मोशन, पेट दर्द या उल्टी की समस्या हो रही हो, तो उन्हें कांजी का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे दस्त की समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है।

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Who Should Avoid Kanji

3. ज्यादा गर्मी होने पर

कांजी शरीर में पित्त दोष को बढ़ा सकती है। जिन लोगों को ज्यादा गर्मी महसूस होती है, नाक से खून आना (नाक से ब्लीडिंग), त्वचा पर जलन या लाल चकत्ते होने जैसी समस्याएं होती हैं, उन्हें कांजी का सेवन सावधानी से करना चाहिए।

4. गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली महिलाएं

गर्भावस्था के दौरान महिला का पाचन तंत्र संवेदनशील हो जाता है। कांजी में मौजूद फर्मेंटेड तत्व गर्भवती महिलाओं के लिए भारी हो सकते हैं और एसिडिटी बढ़ा सकते हैं। साथ ही, स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी इसे सीमित मात्रा में ही लेना चाहिए, ताकि शिशु के पाचन पर कोई बुरा प्रभाव न पड़े।

निष्कर्ष

कांजी एक हेल्दी और पारंपरिक भारतीय ड्रिंक है, जो सही तरीके से पीने पर कई फायदे दे सकती है। हालांकि, अगर आपको एसिडिटी, लूज मोशन या ज्यादा गर्मी महसूस होने की परेशानी है, तो कांजी के सेवन से बचना (who should not drink kanji) चाहिए। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी डॉक्टर की सलाह लेकर ही इसका सेवन करना चाहिए। अगर आप इसे सही मात्रा में और सही समय पर लेते हैं, तो यह न केवल पाचन को सुधारती है, बल्कि शरीर को अंदर से हेल्दी भी बनाती है। इसलिए, आयुर्वेद के अनुसार अपने शरीर की प्रकृति को समझें और कांजी का सेवन उसी के अनुसार करें।

All Images Credit- Freepik

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