Who should Avoid Drinking Buttermilk with Salt : बदलते मौसम में छाछ का सेवन करने से लोगों को रिफ्रेशिंग और हाइड्रेटेड महसूस होता है। छाछ स्वाद में बेहतरीन होने के साथ ही सेहत के लिए बहुत फायदेमंद भी होती है। बता दें कि छाछ में ढेरों पोषक-तत्व पाए जाते हैं। यही कारण है कि छाछ कई समस्याओं का रामबाण इलाज बनती है। बता दें कि बाजारों में प्लेन और मसाले वाली दोनों ही तरह की छाछ मिलती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि छाछ का नमक के साथ सेवन करना सभी लोगों के लिए फायदेमंद नहीं होता है? जी हां, कई लोग ऐसे भी होते हैं, जिन्हें छाछ का सेवन नमक के साथ नहीं करना चाहिए। कई ऐसे व्यक्ति हैं, जिन्हें नमक के साथ छाछ का सेवन करने की वजह से स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं का सामना करना पड़ सकता है। आइए डाइटिशियन और न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या गांधी (Nutritionist & Dietician Divya Gandhi) से जानते हैं कि आपको किन स्थितियों में छाछ का नमक के साथ सेवन करने से बचना चाहिए।
किन स्थितियों में नमक के साथ न करें छाछ का सेवन?- In which Conditions should Buttermilk Not be Consumed with Salt
हाई ब्लड प्रेशर (हाइपरटेंशन) के मरीज न करें
हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना कर रहे लोगों को छाछ में नमक मिलाकर नहीं पीनी चाहिए। बता दें कि नमक के कारण छाछ में सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है। बता दें कि ज्यादा नमक का सेवन हाई ब्लड प्रेशर की समस्या को बढ़ा सकता है। छाछ पीने से सोडियम की मात्रा बढ़ जाती है, इससे शरीर में ज्यादा पानी बना रहता है। पानी की वजह से हार्ट और ब्लड वेसल्स पर एक्स्ट्रा दबाव पड़ता है। अगर आप हाई ब्लड प्रेशर की समस्या का सामना कर रहे हैं, तो छाछ का नमक के साथ सेवन नहीं करना चाहिए।
किडनी की समस्या से ग्रस्त लोग न पिएं
अगर कोई व्यक्ति किडनी से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहा है, तो उसे छाछ में नमक मिलाकर नहीं पीना चाहिए। बता दें कि किडनी की समस्या में सोडियम और पोटैशियम से भरपूर चीजों का सेवन हानिकारक हो सकता है। इन खनिजों को पचाना आसान नहीं होता है, जिससे इलेक्ट्रोलाइट असंतुलन जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर आपको किडनी से जुड़ी समस्या है, तो नमक मिली हुई छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए।
एसिड रिफ्लक्स या जीईआरडी से ग्रस्त लोग
छाछ को आमतौर पर पेट के लिए फायदेमंद माना जाता है, लेकिन यह एसिड रिफ्लक्स या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) से ग्रस्त लोगों के लिए अच्छा नहीं होता है। बता दें कि डेयरी प्रोडक्ट कभी-कभी रिफ्लक्स के लक्षणों को ट्रिगर कर सकते हैं और नमक मिलाने से पेट या अन्नप्रणाली में जलन हो सकती है।
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नमक के प्रति सेंसिटिव लोग न पिएं
कुछ व्यक्ति नमक के प्रभावों के प्रति ज्यादा सेंसिटिव होते हैं। अगर आप सोडियम के प्रति सेंसिटिव हैं, तो किसी भी रूप में बहुत ज्यादा नमक का सेवन करने से बचना चाहिए। इन लोगों को नमक के साथ छाछ का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे पेट फूलना, सूजन या प्यास बढ़ने जैसी समस्याएं हो सकती हैं।
कम सोडियम वाला खाना खाने वाले न पिएं
अगर आप हार्ट डिजीज या स्ट्रोक रिकवरी जैसी स्थितियों का सामना कर रहे हैं, तो छाछ में नमक मिलाकर न पिएं। बता दें कि अगर आप कम सोडियम वाला खाना खाते हैं, तो नमक वाली खाने और पीने की चीजों का सेवन करने से बचना चाहिए। छाछ में नमक की थोड़ी-सी भी मात्रा आपकी दैनिक सोडियम सीमा को पार कर सकती है। इससे आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
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नमक वाली छाछ ज्यादातर लोगों के लिए एक हेल्दी और हाइड्रेटिंग ऑप्शन हो सकती है। हालांकि, हाई ब्लड प्रेशर, किडनी की समस्याओं, एसिड रिफ्लक्स, नमक सेंसिटिविटी जैसी समस्याओं का सामना कर रहे लोगों को छाछ में नमक मिलाकर नहीं पीना चाहिए।