Mulethi Kis Bimari Mein Kam Aati Hai: हमारे यहां दादी-नानी के समय से मुलेठी का इस्तेमाल किया जा रहा है। आयुर्वेद की मानें, तो हमारे यहां सदियों से मुलेठी का उपयोग कर इम्यूनिटी को बूस्ट किया जा रहा है। मुलेठी में कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं, जैसे फ्लेवेनॉएड्स, टेनिन, एमिनो एसिड, एसेंशियल ऑयल आदि। इसमें कई तरह के माइक्रोन्यूट्रिएंट्स भी होते हैं, जैसे फास्फोरस, सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, जिंक, मैंगनीज आदि। इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं कि मुलेठी किस तरह हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी हो सकती है। मुलेठी से कई तरह के पेस्ट बनाए जाते हैं, जिन्हें स्किन पर अप्लाई करना फायेमंद होता है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि मुलेठी की मदद से कई तरह की बीमारियों से भी रिकवरी में मदद मिलती है। जीं, हां! यह सच है। इस लेख में हम जानेंगे कि मुलेठी कौन-कौन सी बीमारी में काम आती है। इस संबंध में हमने दिल्ली नगर निगम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आयुर्वेद) डॉ. आरपी पराशर से बात की।
मुलेठी कौन-कौन सी बीमारी में काम आती है- Which Diseases Can Be Treated With Mulethi In Hindi
मुलेठी से दूर होती है सर्दी-खांसी
इस मौसम में हर दूसरा व्यक्ति सर्दी-खांसी से परेशान रहता है। विशेषकर, जिन लोगों की इम्यूनिटी कमजोर होती है। ऐसे में मुलेठी का सेवन करना काफी फायेदमंद हो सकता है। मुलेठी में ऐसे एंजाइम्स पाए जाते हैं, तो हमारी इम्यूनिटी को बूस्ट करते हैं। इम्यूनिटी में सुधार होने से सर्दी-खांसी या जुकाम जैसी बीमारियों से बचाव संभव हो सकता है। सर्दी-जुकाम या खांसी से छुटकारा पाने के लिए आप मुलेठी की चाय पी सकते हैं या इसका जूस भी लाभकारी हो सकता है।
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मुलेठी से पाचन क्षमता में सुधार होता है
पाचन क्षमता किसी भी वजह से बिगड़ सकती है। जैसे खराब खानपान या लाइफस्टाइल की बुरी आदतें। खासकर, जो लोग लेट नाइट जगकर काम करते हैं या देर रात मंचिंग करते हैं। इस तरह के लोगों की पाचन क्षमता कमजोर होती है, जिससे उन्हें कब्ज, गैस्ट्रिक और पेप्टिक अल्सर जैसी समस्याएं परेशान कर सकती हैं। वहीं, अगर आप मुलेठी का सेवन करते हैं, तो इससे उक्त समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। दरअसल, मुलेठी में एंटी-वायरल, एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं। ये सभी तत्व डाइजेस्टिव ट्रैक्ट की हेल्थ को मेंटेन करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
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मुलेठी से स्किन से जुड़ी परेशानियां कम होती हैं
मुलेठी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और एंटी-बैक्टीरियल तत्व होते हैं, जो फ्री रेडिकल से होने वाली क्षति को कम करने में अहम भूमिका निभा सकते हैं। आपको बता दें कि फ्री रेडिकल के कारण स्किन पर बढ़ती उम्र के लक्षण तेजी से उभर सकते हैं। वहीं, अगर आप अपनी स्किन पर मुलेठी से बना पेस्ट अप्लाई करते हैं, तो यह आपकी स्किन को प्रोटेक्टिव लेयर देता है। इससे स्किन को यूवी रेज भी बचाव किया जा सकता है। इसके अलावा, नियमित रूप से मुलेठी से बने स्किन केयर प्रोडक्ट यूज करने से पिग्नेंमेंटेशन, एक्ने और पिंपल जैसी समस्याएं भी दूर होती हैं।
मुलेठी से कोलेस्ट्रॉल के स्तर में सुधार होता है
मुलेठी का सेवन करना आपके ओवर ऑल हेल्थ के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद हो सकता है। यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करने में योगदान निभा सकता है। दरसअल, जब आप मुलेठी का सेवन करते हैं, तो इससे ब्लड वेसल्स में प्लाक जमने का जोखिम कम हो जाता है, जिससे ब्लड फ्लो सामान्य बना रहता है। इसके अलाव, मुलेठी की मदद से ब्लड में मौजूद फैट रेगुलेट होता रहता है। इस तरह देखा जाए, तो यह कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम कर सकता है। कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने के लिए आप रोजाना एक कप मुलेठी की बनी चाय का सेवन कर सकते हैं।
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