Kali Mirch Kis Bimari Mein Kam Aata Hai: काली मिर्च को सभी मसालों का राजा कहा जाता है। ऐसा इसलिए, क्योंकि इसमें कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह पाचन क्षमता में सुधार करता है और इम्यूनिटी को बूस्ट करने में भी मददगार साबित होता है। यही नहीं, काली मिर्च का सेवन करने से वजन कम करने या संतुलित रखने में भी मदद मिलती है। बहरहाल, क्या आप जानते हैं कि काली मिर्च का सेवन कई तरह की बीमारियों से बचाव के लिए भी किया जा सकता है? जी, हां! यह सच है। इस लेख में हम जानेंगे कि किस-किस तरह की बीमारियों में काली मिर्च का सेवन किया जा सकता है। इस संबंध में हमने दिल्ली नगर निगम के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (आयुर्वेद) डॉ. आरपी पराशर से बात की। आप भी जानें।
काली मिर्च कौन-सी बीमारी में काम आती है?- Which Diseases Can Be Treated With Black Pepper In Hindi
कब्ज में खाएं काली मिर्च
कब्ज की समस्या किसी को भी हो सकती है। इन दिनों हर व्यक्ति की जीवनशैली बहुत ज्यादा खराब हो गई है। अनहेल्दी चीजों का सेवन बढ़ गया है और सोने-जागने का टाइम भी फिक्स नहीं रह गया है। अक्सर लोग देर रात तक जगकर ऑफिस, स्कूल या कॉलेज का काम खत्म करते हैं और दिन में सोने को महत्व देते हैं। इसका बुरा असर उनकी पाचन क्षमता पर पड़ता है। नतीजतन, कब्ज या पाचन संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। यह कब्ज की समस्या से राहत दिलाने में सहायक साबित हो सकता है।
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स्किन प्रॉब्लम में इस्तेमाल करें काली मिर्च
आयुर्वेद की मानें, तो काली मिर्च में ऐसे कई तत्व होते हैं, जो स्किन में आई रेडनेस और इचिंग को कम कर सकता है। असल में, काली मिर्च तीक्ष्ण होती है। यह कफ और वात को संतुलित रखने में अहम भूमिका निभा सकती है। अगर आपको किसी भी तरह की स्किन प्रॉब्लम है, तो ऐसे में काली मिर्च का पेस्ट बनाकर प्रभावित हिस्से पर अप्लाई कर सकते हैं। हां, आपको काली मिर्च में क्या मिक्स करना है, इस संबंध में एक्सपर्ट की सलाह लेनी चाहिए।
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अर्थराइटिस में मददगार काली मिर्च
जैसा कि पहले ही बताया है कि काली मिर्च में कफ और वात को संतुलित रखने वाले तत्व पाए जाते हैं। आयुर्वेद के अनुसार, हर व्यक्ति की अपनी प्रकृति होती है। इसे संतुलित रखने के लिए वात, कफ और पित का अहम योगदान होता है। अगर किसी वजह से इन तीनों तत्वों में असंतुलन हो जाता है, तो व्यक्ति को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। वहीं, अगर किसी के कफ और वात का दोष हो या असंतुलन हो, तो रूमेटाइड अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है। काली मिर्च का सेवन करने से जोड़ों में दर्द, गाउट और अर्थराइटिस जैसी समस्याओं से राहत मिली सकती है।
संक्रमण में फायदेमंद काली मिर्च
मानसून का सीजन है। इन दिनों किसी को भी इंफेक्शन हो सकता है इंफेक्शन सिर्फ बाहरी ही नहीं, इंटरनली भी हो सकती है। यही कारण है कि विशेषज्ञ इन दिनों सबको अपनी हेल्थ का विशेष ध्यान रखने की सलाह देते हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि काली मिर्च का सेवन करने से न सिर्फ स्किन से जुड़े इंफेक्शन से दूर होते हैं, बल्कि अंदरूनी संक्रमणों से भी छुटकारा मिल सकता है। एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि अगर त्वचा में संक्रमण है, तो इसके लिए काली मिर्च का पेस्ट अप्लाई करें, वहीं इंटरनल इंफेक्शन है, तो इसका सेवन करें। खांसी, जुकाम और छाती के संक्रमण के साथ-साथ पेट के संक्रमण में भी काली मिर्च लाभदायक रहती है। लेकिन अधिक मात्रा में इसके सेवन से पित्त कुपित हो सकता है, जिससे एसिडिटी आदि की समस्या उत्पन्न हो सकती है। इसलिए काली मिर्च का सेवन करते हुए मात्रा का ध्यान अवश्य रखें।
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