Which Disease Connected with Persistent Mucus: मौसम बदलने के कारण बलगम की समस्या होना आम बात है। इसके अलावा, कुछ ठंडा खाने से भी कुछ लोगों को बलगम की समस्या हो जाती है। इस समस्या को ठीक होने से सप्ताह भर से 15 दिन भी लग सकते हैं। शुरुआत में खांसी के साथ बलगम की समस्या होती है। लेकिन कई बार खांसी ठीक होने के बावजूद भी काफी समय तक बलगम रहता है। कुछ लोगों के साथ यह समस्या हमेशा बनी रहती है। सर्दी हो या गर्मी उन्हें बलगम की समस्या हमेशा रहती है। लेकिन क्या यह किसी समस्या से जुड़ा होता है? हमेशा बलगम रहना किन समस्याओं से जुड़ा हो सकता है। इस बारे में ज्यादा जानने के लिए हमने इंद्रप्रस्थ अपोलो हॉस्पिटल के रेस्पिरेटरी एंड क्रिटिकल केयर डिपार्टमेंट के सीनियर कंसल्टेंट डॉ निखिल मोदी से बात की।
हमेशा बलगम की समस्या रहना किस बीमारी से जुड़ा होता है?
एक्सपर्ट के मुताबिक अगर किसी व्यक्ति को अक्सर बलगम रहता है, तो यह शरीर में चल रही इन समस्याओं की वजह हो सकता है-
क्रोनिक ब्रोंकाइटिस- Chronic Bronchitis
क्रोनिक ब्रोंकाइटिस के कारण भी बलगम की समस्या बनी रहती है। यह एक हेल्थ कंडीशन है जो पॉल्यूशन के संपर्क में ज्यादा रहने या स्मोकिंग करने के कारण हो सकती है। इसके कारण ब्रोन्कियल ट्यूब्स में सूजन आ जाती है जिससे बलगम और खांसी हमेशा बनी रहती है।
अस्थमा- Asthma
अस्थमा के कुछ मरीजों को भी बलगम की समस्या रहती है। इस समस्या के कारण मौसम बदलने या एलर्जेंस के संपर्क में आने से बलगम हो सकता है। यह समस्या रात के दौरान ज्यादा परेशान कर सकती है।
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एलर्जी- Allergy
कुछ खास प्रकार की एलर्जी जैसे धूल-मिट्टी या पालतू जानवरों की रूसी भी बलगम वाली खांसी का कारण बन सकती है। ऐसे में एलर्जेंक के संपर्क में आने से बॉडी ज्यादा बलगम पैदा करने लगती है, जो खांसी होने की वजह बन सकता है।
गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी): GERD
गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग के कारण भी कुछ लोगों को कफ रहता है। जीईआरडी में पेट में मौजूद एसिड इसोफेगस में वापस आने लगता है। इसके कारण गले और फेफड़ों में जलन होती है, जिससे लगातार खांसी हो सकती है।
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नाक से जुड़ी समस्याएं
साइनसाइटिस या नाक से जुड़ी अन्य समस्याओं में भी बलगम की समस्या होना आम बात है। ऐसे में म्यूकस नाक के रास्ते गले में आ सकता है। जिस कारण गले में जलन और बलगम की समस्या हो सकती है।
क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी)
क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज फेफड़ों से जुड़ी समस्या है। यह समस्या आमतौर पर स्मोकिंग के कारण होती है। ऐसे में इसोफेगस डैमेज होने के कारण परेशानी होने लगती है।