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सर्दी-खांसी और कफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं ब्रोंकाइटिस का संकेत, जानें इसके इलाज का तरीका

अगर आपको भी सर्दी-जुकाम के साथ खांसी और कफ की समस्या है तो यह ब्रोकांटिस का संकेत हो सकती हैं। आगे जानते हैं इस बारे में।   
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सर्दी-खांसी और कफ जैसी समस्याएं हो सकती हैं ब्रोंकाइटिस का संकेत, जानें इसके इलाज का तरीका


सर्दियों का मौसम जा रहा है और गर्मियां आ रही है। इस मौसम में लोगों को कई तरह की सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए क्योंकि इस मौसम में संक्रमण फैलने का खतरा बेहद अधिक होता है। यदि, इस मौसम में लापरवाही बरती तो आपको सर्दी जुकाम, बुखार, खांसी और कफ की समस्या हो सकती है। इन लक्षणों को आप हल्के में न लें, क्योंकि ब्रोंकाइटिस में भी यही लक्षण दिखाई देते हैं। इसमें सांस लेने में परेशानी हो सकती है। आगे नारायण अस्पताल के डॉ. नवनीत सूद, सीनियर कंसल्टेंट,पल्मोनोलॉजी से जानते हैं कि ब्रोंकाइटिस क्या है? साथ ही, ब्रोंकाइटिस के कारण होते हैं और इसका इलाज कैसे किया जाता है। 

क्या सर्दी-जुकाम हो सकता है ब्रोंकाइटिस का संकेत? - Cold Cough And Phlegm Could Be Bronchitis in Hindi  

ब्रोंकाइटिस व्यक्ति के फेफड़ों से जुड़ी समस्या है। इसमें सांस की नली में सूजन आ जाती है, जिसकी वजह से व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी होती है। इस समस्या में व्यक्ति को सर्दी, जुकाम, खांसी आना और बलगम की समस्या हो सकती है। कुछ गंभीर मामलों में व्यक्ति को सांश फूलना, सांस लेते समय घरघराहट की आवाज आना आदि लक्षण महसूस हो सकते हैं।

  • गले में खराश
  • थकान बनी रहना
  • नाक में जमावट या नाक का बहना
  • बुखार होना
  • शरीर में दर्द बना रहना
  • उल्टी होना
  • दस्त लगना, आदि। 

bronchitis signs in hindi

ब्रोकाइटिस के कारण - Causes Of Bronchitis In Hindi 

  • वायरल इंफेक्शन: वयस्कों में वायरल इंफेक्शन की वजह से एक्यूट ब्रोंकाइटिस हो सकता है। जो वायरस आमतौर पर सर्दी या फ्लू का कारण बनते हैं, वह भी ब्रोंकाइटिस कर सकते हैं।
  • बैक्टीरिया इंफेक्शन: ब्रोंकाइटिस की समस्या वायरल इंफेक्शन के अलावा बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण भी हो सकती हैं। लेकिन, इसके मामले बेहद कम देखने को मिलते हैं। यह क्लैमाइडिया निमोनिया, माइकोप्लाज्मा निमोने और बोर्डेटेला पेरटसिस जैसे बैक्टीरिया के कारण हो सकता है। 
  • सिगरेट का धुंआ: सिगरेट या अन्य प्रदूषण का धुंआ आपकी वायु नली में सूजन का कारण बन सकती है। 

ब्रोंकाइटिस का इलाज कैसे होता है- Treatment Of Bronchitis In Hindi

  • इसमें डॉक्टर मरीज को एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं दे सकते हैं। 
  • इसके अलावा, नाक बंद होने की स्थिति में नेजल स्प्रे डाले जाते हैं या स्टीम लेने की सलाह दी जाती है। 
  • ब्रोंकाइटिस होने पर अस्थमा का जोखिम बढ़ जाता है। 
  • इस मौसम में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है, और नॉर्मल टेम्परेचर का पानी पीना चाहिए। 
  • बाहर जाते समय मास्क लगाएं। इससे इंफेक्शन से बचाव होता है। 

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इसके अलावा, सांस लेने में परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। डॉक्टर आपके लक्षणों के आधार पर आपको सही दवा देंगे। वहीं बार-बार संक्रमण न हो, इसलिए आप बाहर से आने के बाद हाथ धोकर ही खाना खाएं। साथ ही, इस मौसम में योग और लाइफस्टाइल में एक्सरसाइज को शामिल करें। 

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