When And How To Introduce Dry Fruits To Babies in Hindi: ड्राई फ्रूट्स सेहत के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं, क्योंकि इसमें कई जरूरी पोषक तत्व होते हैं। ड्राई फ्रूट्स में कई तरह के माइक्रोन्यूट्रिएंट्स और एंटीऑक्सीडेंट्स के साथ विटामिन्स, मिनिरल्स और आयरन से भरपूर होते हैं। बड़ों के साथ-साथ बच्चों के लिए भी ड्राई फ्रूट्स हेल्दी माना जाता है। ड्राई फ्रूट्स का सेवन इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करता है, जिससे कई बीमारियों से बचाव संभव है। लेकिन अपने छोटे बच्चे की डाइट में ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits For babies) शामिल करने से पहले पेरेंट्स के मन में कई तरह के सवाल जैसे क्या हम 8 महीने के बच्चे को ड्राई फ्रूट दे सकते हैं, शिशुओं को ड्राई फ्रूट्स कैसे खिलाएं और शिशुओं के लिए ड्राई फ्रूट्स के क्या फायदे हैं? आते हैं। ऐसे में आइए दिल्ली के शाहदरा में स्थित एस.डी.एन. अस्पताल के पीडीअट्रिशन डॉ. ललित हरि प्रसाद सिंह से जानते हैं शिशुओं को ड्राई फ्रूट्स कब और कैसे खिलाना चाहिए?
शिशु को ड्राई फ्रूट्स खिलाना कब शुरू करें? - When To Start Dry Fruit For Baby in Hindi?
पेरेंट्स को 6 महीने के बाद शिशुओं को सोलिड फूड्स खिलाने की सलाह दी जाती है। लेकिन, जब बात शिशुओं को ड्राई फ्रूट्स खिलाने की आती है तो ज्यादातर डॉक्टर शिशु को 9 महीने बाद ही ड्राई फ्रूट्स खिलाने की सलाह देते हैं। भले ही आप शिशुओं की डाइट में 8 से 9 महीने में ड्राई फ्रूट्स शामिल कर दें, लेकिन, इसकी मात्रा और खिलाने के तरीकों पर ध्यान देना काफी जरूरी है और अपने बच्चे की डाइट में ड्राई फ्रूट्स शामिल करने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट जरूर करना चाहिए।
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शिशुओं को ड्राई फ्रूट्स कैसे खिलाएं? - How To Give Dry Fruit to Babies in Hindi?
शिशुओं की डाइट में ड्राई फ्रूट्स शामिल करने के लिए आप थोड़ी मात्रा से शुरुआत करें और फिर जरूरत के अनुसार मात्रा को बढ़ाएं, क्योंकि शिशु ड्राई फ्रूट्स खाने के आदी नहीं होते हैं, जिससे उनके शरीर को इसे पचाने में समय लग सकता है।
- शिशुओं के लिए हमेशा मुलायम ड्राई फ्रूट्स चुनने की कोशिश करें, जैसे खजूर, खुबानी आदि। शिशुओं को बादाम, अखरोट और काजू जैसे कठोर ड्राई फ्रूट्स देने से बचें, या फिर पाउडर के रूप में उन्हें खिलाएं।
- ड्राई फ्रूट्स को प्यूरी या मैश करके खिलाने की कोशिश करें, क्योंकि शिशुओं के लिए इसे खाना और पचाना आसान हो जाता है।
- शिशुओं की डाइट में ड्राई फ्रूट्स हमेशा दूसरे खाद्य पदार्थों के साथ मिलाकर शामिल करें। ऐसे में शिशु के फूड्स को ज्यादा पौष्टिक और हेल्दी बनाने के लिए अनाज, फल या सब्जियों के साथ खिला सकते हैं।
- शिशुओं को ड्राई फ्रूट्स खिलाने के बाद उनके शरीर में एलर्जी और अन्य लक्षणों की निगरानी करें, ताकि शिशु को फूड एलर्जी या पाचन से जुड़ी समस्याओं से बचाया जा सके।
- शिशुओं की डाइट में ड्राई फ्रूट्स की शुरुआत करते समय एक बार मे एक ही ड्राई फ्रूट या नट्स देना चाहिए और 2-3 दिन तक कम मात्रा में ही खिलाएं। अगर बच्चे को कोई एलर्जी या कोई दिक्कत नही हो रही है आप मात्रा बढ़ा सकते हैं।
- शिशुओं के शरीर में एनर्जी बढ़ाने के लिए सिर्फ ड्राई फ्रूट्स न खिलाएं बल्कि अन्य खाद्य पदार्थ भी शामिल करें, क्योंकि इनमें नेचुरल शुगर की मात्रा ज्यादा होती है।
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शिशुओं के लिए ड्राई फ्रूट्स के फायदे - Benefits Of Dry Fruits For Babies In Hindi
- ड्राई फ्रूट्स फाइबर से भरपूर होते हैं, जो शिशुओं के पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने और कब्ज की समस्या को रोकने में मदद कर सकते हैं।
- ड्राई फ्रूट्स एंटीऑक्सीडेंट का अच्छा सोर्स हैं, जो आपके शिशु के शरीर को मुक्त कणों से होने वाले नुकसान से बचाने में मदद कर सकते हैं।
- ड्राई फ्रूट्स पौटेशियम, मैग्नीशियम और आयरन जैसे विटामिन और मिनरल्स से भरपूर होते हैं, जो आपके शिशु के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए जरूरी है।
निष्कर्ष
ड्राई फ्रूट्स शिशुओं के सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। इसलिए, अगर आप अपने बच्चे की डाइट में ड्राई फ्रूट्स शामिल करना चाहते हैं तो 8 महीने पूरी होने के बाद उनकी डाइट में कम मात्रा में ड्राई फ्रूट्स शामिल कर सकते हैं। लेकिन, ध्यान रहे, अपने शिशु को ड्राई फ्रूट्स खिलाने से पहले डॉक्टर से कंसल्ट कर लें।
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