बीते कुछ सालों से लोगों की लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों में कई तरह के बदलाव आए हैं। यह बदलाव शरीर में मोटापा, ब्लड प्रेशर और डायबिटीज का कारण माने जाते हैं। इन सभी स्वास्थ्य समस्याओं का प्रभाव महिला और पुरुषों की प्रजनन क्षमता पर भी पड़ता है। यही कारण है कि समय के साथ लोगों में फर्टिलिटी की समस्या के मामले भी बढ़े हैं। महिला हो या पुरुष दोनों के लिए ही यह समस्या मानसिक दबाव पैदा कर सकती है। हालांकि, फर्टिलिटी से जुड़ी ज्यादातर समस्याओं का इलाज किया जा सकता है। लेकिन, समय पर इन लक्षणों को पहचानना और इनका जल्द से जल्द इलाज शुरु करना बेहद आवश्यक होता है। इस लेख में मेंस क्लीनिक के सीनियर यूरोलॉजिस्ट डॉ. अजीत से जानते हैं कि महिला और पुरुषों में इनफर्टिलिटी के लक्षणों को कम करने के लिए क्या उपाय अपनाने चाहिए।
इनफर्टिलिटी होने के क्या कारण होते हैं? - Causes Of Infertility in Hindi
पुरुषों में इनफर्टिलिटी के क्या कारण होते हैं?
- पुरुषों के शुक्राणुओं की संख्या कम होना।
- शुक्राणुओं की मोलिटी (Motility) यानी गतिशिलता कम होना है। इसमें शुक्राणु अंडे तक नहीं पहुंच पाते हैं।
- पुरुषों में वृषण संबंधी समस्याएं होना।
- इसके अलावा, अत्यधिक धूम्रपान और शराब का सेवन करना, आदि।
महिला में इनफर्टिलिटी के क्या कारण होते हैं?
- महिलाओं में पीसीओएस, हार्मोनल बदलाव और थायराइड समस्याओं ओव्यूलेशन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है।
- पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज और एंडोमेट्रियोसिस जैसी समस्याओं के कारण महिलाओं की फैलोपियन ट्यूब प्रभावित हो सकती है।
- इसके अलावा फाइब्रोइड और पॉलिप्स आदि गर्भ में इंप्लांटेशन प्रक्रिया को प्रभावित कर सकती है।
- इसके साथ ही अधिक उम्र में भी महिलाओं की प्रजनन क्षमता प्रभावित हो सकती है।
इनफर्टिलिटी होने पर क्या बदलाव करने चाहिए? - Steps to Take When You Suspect Infertility In Hindi
फर्टिलिटी क्षमता प्रभावित होने पर महिला और पुरुषों को आगे बताए बदलावों को लाइफस्टाइल में शामिल करना चाहिए।
- लाइफस्टाइल में बदलाव करें - फर्टिलिटी से जुड़ी समस्या के लक्षण महसूस होने पर महिला और पुरुष को सबसे पहले अपनी अनियमित लाइफस्टाइल में सुधार करना चाहिए।
- डाइट में करें बदलाव - महिला और पुरुष को फर्टिलिटी से जुड़ी समस्या को दूर करने के लिए डाइट में विटामिन्स, ऑक्सिडेंट्स, मिनरल्स जैसे फोलिक एसिड, ओमेगा 3 फैटी एसिड और जिंक युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें - शारीरिक गतिविधियों में कमी के चलते शरीर में मोटापा बढ़ने की समस्या हो सकती है। इसके लिए आप नियमित रूप से योग और हल्की एक्सरसाइज को रोजाना के रूटिन में शामिल कर सकते हैं। इससे महिला और पुरुष दोनों की फर्टिलिटी में सुधार होता है।
- तनाव को दूर करें - लंबे समय तक तनाव महिला व पुरुष के हार्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकता है। साथ ही, यह प्रजनन क्षमता पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इस स्थिति में आप तनाव को कम करने के लिए पर्याप्त नींद लें और सांसों से जुड़े योग करें।
- फर्टिलिटी विंडों पर ध्यान दें - महिलाओं को अपनी फर्टिलिटी विंडों को ट्रैक करना चाहिए। इससे आप आव्यूलेशन के समय पर ही गर्भधारण के लिए ट्राई कर सकते हैं।
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इसके अलावा, इनफर्टिलिटी के लक्षम महसूस होने पर आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। फर्टिलिटी से जुड़ी समस्याओं का समय पर पहचान कर इलाज किया जा सकता है। इसके अलावा, महिलाओं और पुरुषों को लाइफस्टाइल पर पूरा ध्यान देना चाहिए। साथ ही, लंबे समय तक एक जगह पर बैठने की जगह पर ऑफिस में छोटे-छोटे ब्रेक लेने चाहिए। सुबह के समय योग करने से सेहत और फर्टिलिटी में सुधार होता है।
FAQ
बांझपन का मुख्य कारण क्या है?
बांझपन के कारणों में ओव्यूलेशन संबंधी विकार, एंडोमेट्रियोसिस, कम शुक्राणुओं की संख्या या कम टेस्टोस्टेरोन शामिल हो सकते हैं।बांझपन के क्या लक्षण हैं?
बांझपन का मुख्य लक्षण गर्भवती न होना है। इसके अलावा कोई और स्पष्ट लक्षण नहीं हो सकते हैं। बांझपन से पीड़ित कुछ महिलाओं में अनियमित मासिक धर्म या मासिक धर्म नहीं हो सकता है। और कुछ पुरुषों में हार्मोनल समस्याओं के कुछ लक्षण हो सकते हैं, जैसे बालों की ग्रोथ या यौन क्रिया में बदलाव को शामिल हो सकती है।पुरुषों में फर्टिलिटी बढ़ाने के उपाय क्या होते हैं?
पुरुषों में फर्टिलिटी (प्रजनन क्षमता) बढ़ाने के लिए कुछ उपाय इस प्रकार हैं: स्वस्थ आहार लें, जिसमें फल, सब्जियां, साबुत अनाज और लीन प्रोटीन शामिल हों। इसके अतिरिक्त, नियमित रूप से व्यायाम करें, तनाव कम करें, और शराब और धूम्रपान से बचें।