Doctor Verified

थायराइड प्रजनन क्षमता को कैसे प्रभावित करता है? डॉक्टर से जानें

Thyroid Affect Fertility- थायराइड के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिस कारण ये प्रजनन क्षमता को किस तरह प्रभावित कर सकता है।
  • SHARE
  • FOLLOW
थायराइड प्रजनन क्षमता को कैसे प्रभावित करता है? डॉक्टर से जानें


Thyroid Affect Fertility- थायराइड एक ऐसी बीमारी है, जो पुरुषों के मुकाबले महिलाओं को ज्यादा होती है। हार्मोन असंतुलन, तनाव, खराब लाइफस्टाइल और अनहेल्दी फूड्स महिलाओं में थायराइड की बीमारी होने के लिए जिम्मेदार कारक है। थायराइड के कारण महिलाओं में वजन बढ़ने या घटने की समस्या, स्किन से जुड़ी परेशानी, कमजोरी और थकान महसूस होने जैसी समस्याएं तेजी से बढ़ने लगती है। लेकिन क्या आपको पता है थायराइड आपके प्रजनन क्षमता (Thyroid Affect Fertility) को भी प्रभावित कर सकता है। जी हैं, राज होम्योपैथिक क्लिनिक (पुणे) की हार्मोन एवं फर्टिलिटी स्पेशलिस्ट डॉ. जैनब ताजिर ( Dr. Zainab Tajir, Hormone and Fertility Specialist, Raj Homeopathic Clinic, Pune) का कहना है कि, “गर्दन में स्थित थायरायड ग्लेंड चयापचय और प्रजनन स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हार्मोन का उत्पादन करती है।” ऐसे में आइए जानते हैं थायराइड फंक्शन प्रजनन क्षमता को कैसे प्रभावित करता है?

थायराइड से प्रजनन क्षमता कैसे प्रभावित होती है? - How Does Thyroid Hormone Affect Fertility in Hindi? 

हार्मोनल असंतुलन - Hormonal imbalance

थायराइड डिसऑर्डर प्रजनन हार्मोन के संतुलन को बाधित कर सकते हैं, जिससे अनियमित पीरियड्स साइकिल और ओव्यूलेशन में समस्या हो सकती हैं।

अनियमित पीरियड्स - Irregular Periods

हाइपोथायरायडिज्म और हाइपरथायरायडिज्म महिलाओं में अनियमित पीरियड्स का कारण बन सकते हैं, जिससे फर्टाइल दिनों के बारे में जान पाना और गर्भधारण को प्रभावी बना पाना मुश्किल हो सकता है। 

एनोव्यूलेशन - Anovulation

थायराइड हार्मोन में उतार-चढ़ाव होने के कारण एनोव्यूलेशन हो सकता है, जिसके दौरान महिलाओं में अंडे नियमित रूप से जारी नहीं होते हैं और कंसीव करने में समस्या आती है। 

इसे भी पढ़ें- थायराइड कंट्रोल करने के लिए फॉलो करें ये डाइट प्लान, मिलेगा फायदा 

स्पर्म हेल्थ पर प्रभाव - Impact On Sperm Health

पुरुषों में, थायराइड की समस्या स्पर्म बनने और इसकी गुणवत्ता को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे पुरुषों में प्रजनन क्षमता कम हो सकती है।

गर्भपात का खतरा - Increased Risk Of Miscarriage

समय के साथ अगर थायराइड डिसऑर्डर का इलाज नहीं किया जाता है तो गर्भपात का खतरा बढ़ जाता है या कई महिलाओं में प्रेग्नेंसी से जुड़ी समस्याएं बढ़ने लगती है। 

थायराइड के कारण महिलाओं और पुरुष दोनों में प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने थायराइड हार्मोन को संतुलित रखने की कोशिश करें और हेल्दी लाइफस्टाइल के साथ शारीरिक गतिविधियों को भी अपने रूटीन में शामिल करें। थायराइड की समस्या होने पर अपनी डाइट में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। 

Image Credit- Freepik 

Read Next

High Cholesterol: सुबह उठते ही शरीर में दिखाई दे ये लक्षण, तो समझ जाएं बढ़ा हुआ है आपका कोलेस्ट्रॉल

Disclaimer