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बच्चों को फेब्राइल सीजर्स (तेज झटके) की समस्या क्यों होती है? जानें इस स्थिति में क्या करना चाहिए

What to do if your child is having a Febrile Seizure: छोटे बच्चों में तेज बुखार के साथ झटके आने की समस्या देखी जाती है। इसे मेडिकल भाषा में फेब्राइल सीजर्स कहा जाता है।   
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बच्चों को फेब्राइल सीजर्स (तेज झटके) की समस्या क्यों होती है? जानें इस स्थिति में क्या करना चाहिए


What to do if your child is having a febrile seizure: छोटे बच्चों को बुखार की समस्या बहुत जल्दी होती है। मौसम में बदलाव, वैक्सीनेशन और कपड़ों के गीलेपन के कारण भी छोटे बच्चों को बुखार आता है। लेकिन कई बार बच्चों को बुखार के साथ-साथ तेज झटके लेना, आंखों का एक तरफ हो जाना और अचानक से खुद पर कंट्रोल खोने की समस्या भी देखी जाती है। तेज बुखार के साथ बच्चे का इस तरह से तेज झटके लेने की समस्या को मेडिकल की भाषा में फेब्राइल सीजर्स (Febrile Seizure) कहा जाता है। 

बच्चों को फेब्राइल सीजर्स (तेज झटके) की समस्या होने पर पेरेंट्स घबरा जाते हैं और पैनिक होकर कई बार गलत चीज कर बैठते हैं। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको बताने जा रहे हैं बच्चों को फेब्राइल सीजर्स (तेज झटके) (Febrile Seizure) की समस्या क्यों होती है? और फेब्राइल सीजर्स में पेरेंट्स को क्या करना चाहिए। इस विषय पर लखनऊ के गोमतीनगर स्थित आनंद केयर क्लीनिक के बाल एवं शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ. तरुण आनंद ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है।

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बच्चों को फेब्राइल सीजर्स (तेज झटके) की समस्या क्यों होती है? 

डॉ. तरुण आनंद के अनुसार, बच्चों को फेब्राइल सीजर्स की समस्या बुखार के पहले दिन होने की सबसे अधिक संभावना होती है, जब आपके बच्चे का तापमान बढ़ जाता है। आमतौर पर बताया जाने वाला तापमान 101 डिग्री फ़ारेनहाइट (38.3 डिग्री सेल्सियस) से अधिक होता है।

बच्चों को फेब्राइल सीजर्स (तेज झटके) होने पर क्या करें?- What to do if Your Child is Having a Febrile Seizure in Hindi

1. शांत रहें: यह कहना जितना आसान है, करना उतना आसान नहीं है, लेकिन शांत रहने से आपको अपने बच्चे की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।

2. उन्हें सुरक्षित रूप से लिटाएं: अपने बच्चे को फर्श या बिस्तर जैसी सपाट सतह पर, नुकीली चीजों से दूर लिटाएं। दम घुटने से बचाने के लिए उन्हें उनकी तरफ लिटाएं, ताकि उनके मुंह से स्लाइवा बाहर निकल सके।

3. कपड़े ढीले करें: सुनिश्चित करें कि वे बहुत ज्यादा ढके हुए न हों या टाइट कपड़े न पहनें हुए हों। अगर आपके बच्चे ने टाइट कपड़े पहनें हुए हैं, तो उसे तुरंत उतार दें।

4. दौरे का समय निर्धारित करें: बुखार के दौरान आने वाला दौरान (फेब्राइल सीजर्स) यदि यह 5 मिनट से ज्यादा रहता है, तो तुरंत इमरजेंसी मेडिकल हेल्प लाइन नंबर पर फोन करके मदद लें।

5. उन्हें रोकें या उनके मुंह में कुछ न डालें: फेब्राइल सीजर्स (तेज झटके) के दौरान बच्चे के मुंह में किसी भी तरह का लिक्विड या पानी डालने से बचें।  उनकी हरकतों को रोकने की कोशिश भी न करें।

6. बुखार को ठंडा करें: फेब्राइल सीजर्स (तेज झटके) का दौरा खत्म होने के बाद, ठंडे पानी से बच्चे का माथा सेंक या एसिटामिनोफेन जैसी बुखार कम करने वाली दवा (यदि आपके डॉक्टर द्वारा सुझाई गई हो) का उपयोग करके ही दवा का इस्तेमाल करें।

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डॉ. तरुण आनंद का कहना है कि बच्चे को बुखार के साथ होने वाला फेब्राइल सीजर्स (तेज झटके) आमतौर पर हानिरहित होते हैं और बच्चे जल्दी ठीक हो जाते हैं। लेकिन अगर यह समस्या लंबे समय तक बनी रहती है, तो इस विषय पर अपने डॉक्टर से बात करें।

Image Credit: Freepik.com

 

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