Best TDS Level For Drinking Water: पानी हर व्यक्ति, पशू-पक्षी, पेड़ और पौधे सभी के लिए बहुत जरूरी होता है। किसी भी व्यक्ति के लिए बिना पानी के जीवन जीने की कल्पना करना भी काफी मुश्किल है। एक दिन पानी न पीने पर व्यक्ति को चक्कर आने लगते हैं, सिर में दर्द होने लगता है। ऐसे में पानी का महत्व हमारे जीवन और शरीर के लिए कितना महत्वपूर्ण है ये सभी को पता है। लेकिन, फैक्ट्ररी, प्रदूषण और धूल मिट्टी के कारण हमारे पीने का पानी प्रदूषित हो रहा है। प्रदूषित पानी आपके सेहत के लिए हानिकारक होता है, जो कई गंभीर बीमारियों का कारण बन सकता है। इसलिए, आज के समय में अपने पानी की शुद्धता बढ़ाने के लिए लोग RO और फिलटर का इस्तेमाल करके पानी पी रहे हैं। अक्सर पानी की शुद्धता TDS लेवल के द्वारा मापी जाती है, जिससे पता चलता है कि पानी पीने योग्य है या नहीं। ऐसे में आइए दिल्ली के अपोलो क्रेडल की न्यूट्रिशनिस्ट दिव्या मलिक से जानते हैं कि पानी का टीडीएस कितना होना चाहिए?
पीने के पानी का टीडीएस कितना होना चाहिए? - What Should Be The TDS Of Drinking Water in Hindi?
भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) पीने के पानी के लिए ज्यादा से ज्यादा TDS स्तर 500 mg/L की रखने की सलाह देता है। जबकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने पीने के पानी के लिए TDS के लिए हेल्थ बेस्ट गाइडलाइन्स तय नहीं की हैं, लेकिन सुझाव दिया है कि 900mg/L से कम TDS स्तर वाला पानी पीने के लायक होता है। 50 से 300 mg/L वाला TDS पीने के लिए सबसे बेहतर माना जाता है। 300-600 mg/L वाला TDS पीने के लिए अच्छा और सुरक्षित माना जाता है। 600-900 TDS वाला पानी पीने के लिए सही माना जाता है, लेकिन 900mg/L से ज्यादा TDS वाला पानी पीने के लिए खराब और असुरक्षित माना जाता है।
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पानी का टीडीएस कम या ज्यादा होने पर क्या होता है? - What Happens When TDS Of Water is High Or Low in Hindi?
न्यूट्रिशनिस्ट के अनुसार, पीने के पानी के TDS को एक सही स्तर पर बनाए रखने की जरूरत होती है। TDS के बढ़े स्तर के कारण पानी का स्वाद नमकीन और कभी-कभी कड़वा भी हो सकता है क्योंकि इसमें सीसा या आर्सेनिक जैसे हानिकारक केमिकल होते हैं, जो आपके सेहत पर नकारात्मत प्रभाव डाल सकते हैं। पानी का TDS बहुत ज्यादा होने पर पाइप और पाने के अन्य उपकरणों में स्केलिंग और जंग की समस्या भी बढ़ सकती है। दूसरी ओर, बहुत कम टीडीएस स्तर वाले पानी का स्वाद फीका हो सकता है और इसमें जरूरी मिनरल्स की कमी हो सकती है जो हमारे सेहत के लिए खराब होता है, और शरीर में कमजोरी और थकान का कारण बनता है। इसलिए, पीने के पानी के टीडीएस का लेवल सामान्य होना (Is higher or lower TDS better) आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत जरूरी होता है।
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निष्कर्ष
स्वस्थ रहने के लिए और शरीर में बैक्टीरिया के बढ़ने से रोकने के लिए जरूरी है कि आप सही TDS लेवल वाले पानी का सेवन करें। बहुत ज्यादा या बहुत कम टीडीएस वाला पानी आपके सेहत को नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए, जरूरी है कि आप अपने पानी का TDS समय-समय पर चेक करते रहें, ताकि किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या से बचाव संभव हो सके।
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