Diseases Caused By Water Intake: बॉडी को हाइड्रेट रखने के लिए वॉटर इंटेक बैलेंस रखना बहुत जरूरी है। हेल्थ एक्सपर्ट्स के मुताबिक हमारे शरीर में 50 से 75 प्रतिशत तक केवल पानी मौजूद होता है। अगर शरीर में पानी की कमी ही जाती है, तो इससे कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। इसका असर डाइजेशन से लेकर स्किन हेल्थ तक साफ देखा जा सकता है। लेकिन वहीं, ज्यादा पानी पीना भी सेहत को नुकसान करता है। कुछ लोगों को बेवजह पानी पीने की आदत होती है। लेकिन कई बार यह सेहत को फायदे के बजाय नुकसान भी करता है। आइये लेख में जानें पानी ज्यादा या कम पीने से शरीर को क्या नुकसान होता है।
जानें पानी कम पीना कैसे नुकसानदायक है?
डिहाइड्रेशन
पानी कम पीने के कारण बॉडी डिहाइड्रेट हो सकती है। इस कारण सिरदर्द, चक्कर आना, थकावट और कमजोरी जैसी समस्याएं रहने लगती हैं। डिहाइड्रेशन के कारण ब्लड प्रेशर और शरीर के तापमान में बदलाव आ सकता है।
कब्ज की समस्या
पानी पीने से खाने में मौजूद फाइबर ठीक से काम करता है। इससे बॉवल मूवमेंट इंप्रूव होता है। लेकिन अगर शरीर में पानी की कमी होती है, तो इससे खाना पचने में मुश्किल होती है। इसके कारण मलत्याग करने में परेशानी हो सकती है।
मसल्स और जोड़ों में दर्द रहना
पानी की कमी होने से बॉडी डिहाइड्रेट होती है। इस कारण बॉडी में इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस बिगड़ जाता है, जो मसल्स फंक्शन के लिए जरूरी है। इस कारण मसल्स में दर्द और अकड़न महसूस होती है। इस कारण मसल्स के साथ जोड़ों में दर्द बढ़ सकता है।
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किडनी स्टोन की समस्या
शरीर में पानी की कमी किडनी स्टोन का खतरा बढ़ा सकती है। बॉडी डिहाइड्रेट होने से यूरिन में वेस्ट और मिनरल कंटेंट बढ़ जाता है। इस कारण यूरिन में क्रिस्टल बनने लगते हैं, जो किडनी फंक्शन को नुकसान करते हैं। इस कारण किडनी में स्टोन बनना शुरू हो जाते हैं।
यूरिन इंफेक्शन
पानी कम पीना यूरिन इंफेक्शन की वजह बन सकता है। बॉडी डिहाइड्रेट होने से यूरिन में वेस्ट और मिनरल कंटेंट बढ़ जाता है। इस कारण ब्लैडर इरिटेशन हो सकती है, जो यूरिन इंफेक्शन का कारण बन सकता है। इस कारण यूटीआई का खतरा हो सकता है।
जानें पानी ज्यादा पीना कैसे नुकसानदायक है?
इलेक्ट्रोलाइट इंबैलेंस
ज्यादा पानी पीने से ओवरहाइड्रेशन हो सकती है। इस कारण ब्लड डिल्यूट हो सकता है, जो बॉडी में सोडियम बैलेंस बिगाड़ सकता है। ज्यादा पानी बॉडी सेल्स में जाकर सूजन बढ़ाता है। ब्रेन सेल्स में पानी जाने से ब्रेन फंक्शन पर बुरा असर पड़ सकता है।
किडनी फंक्शन को नुकसान होना
ज्यादा पानी पीने से किडनी पर प्रेशर पड़ सकता है। इस कारण किडनी फंक्शन खराब हो सकता है। अगर किडनी में पहले से परेशानी है, तो हाइपोनेट्रेमिया का खतरा हो सकता है। ऐसे में पानी ज्यादा पीने के कारण ब्लड में सोडियम बढ़ सकता है।
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ब्लोटिंग हो सकती है
ज्यादा पानी पीने से पेट में प्रेशर बढ़ता है। इस कारण ब्लोटिंग होना शुरू हो जाती है। क्योंकि हमारा शरीर एक साथ पानी पचा नहीं पाता। ज्यादा पानी पीने से बॉडी सेल्स पर बुरा असर पड़ता है, जो ब्लोटिंग कर सकता है।
थकावट और कंफ्यूजन बढ़ना
वॉटर इंटेक बहुत ज्यादा होने से शरीर में थकावट बढ़ सकती है। इस कारण बॉडी में सोडियम लेवल बढ़ सकता है, जो हाइपोनेट्रेमिया का खतरा बढ़ाता है। इस समस्या में थकावट, सुस्ती और सिर दर्द और कंफ्यूजन बढ़ सकती है।
अगर आपको कोई स्वास्थ्य समस्या नहीं है, तो 8 से 12 गिलास पानी आपके लिए काफी होगा। लेकिन अगर आप किसी समस्या के लिए दवा लेते हैं, तो एक्सपर्ट की सलाह पर ही वॉटर इंटेक तय करें।
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