What Is The Plus And Minus in Eyesight in Hindi: बड़े से लेकर बुजुर्ग, यहां तक कि बच्चों को भी आज के समय में कम उम्र से ही चश्मा चढ़ने लगा है। कमजोर आंखों के कारण अपने आस-पास की चीजों को बिना चश्मे और कॉन्टेक्ट लेंस के देख पाना काफी मुश्किल हो गया है। किसी की बहुत कम तो किसी की बहुत ज्यादा आंखें कमजोर होती है। हर व्यक्ति की कमजोर आंखों का नंबर कमजोर होता है। किसी को दूर की चीजें साफ नजर नहीं आती है, तो कोई अपने पास की चीजों को सही तरह से नहीं देख पाता है। हर व्यक्ति में आंखों का नंबर दूसरे व्यक्ति से बिल्कुल अलग होता है। ऐसे में लोग अक्सर आंखों के प्लस और माइनस पावर को लेकर कंफ्यूज हो जाते हैं। अगर आप भी आंखों के नंबर को लेकर कंफ्यूज रहते हैं तो आइए दिल्ली के एक्सेल आई क्लिनिक की आई स्पेशलिस्ट और सर्जन डॉ. अनीशा सेठ गुप्ता से जानते हैं आंख में प्लस पावर और माइनस पावर क्या है (what is plus and minus in eye power)?
आंख का माइनस नंबर क्या है? - What Is Minus Power In Eye in Hindi?
आखों की रोशनी कमजोर होने पर प्लस या माइनस हो जाती है। ऐसे में आंखों का नंबर माइनस होने की समस्या को मायोपिया कहा जाता है। मायोपिया में, आईबॉल सामन्य सेसे ज्यादा लंबे हो जाते हैं, जिससे बाहर की रोशनी रेटिना के फोकस करती है। मायोपिया के कारण, व्यक्ति की आंखों से पास की चीजें साफ नजर आती हैं, लेकन दूर की चीजें धुंधली नजर आती हैं। मायोपिया के कारण दूर की चीजों पर फोकस करना काफी मुश्किल हो जाता है। यह समस्या आमतौर पर बचपन या किशोरावस्था में शुरू होता है, और धीरे-धीरे जैसे आप बड़े होते हैं यह समस्या भी बढ़ने लगती है। मायोपिया की समस्या को ठीक करने के लिए, आपको माइनस पावर का चश्मा पहनना पड़ता है, जिससे दूर की चीजों पर फोकस करना आसान हो जाता है।
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आंख का माइनस होने के क्या लक्षण हैं? - What Are The Symptoms Of Minus Power in Eye in Hindi?
- दूर की चीजों को सही तरह से देख पाने में मुश्किल होना
- देर तक किसी चीज पर फोकस करने से आंखों में दर्द होना
- दूर की चीजों को देखने के लिए बार-बार अपनी आंखों को सिकोड़ना
- आंखों में खुजली, पानी आना या डबल विजन की समस्या होना
- तेज रोशनी के कारण आंखों में झिलमिलाहट होना
- आंखों में खिंचाव महसूस होना
- टीवी पर लिखी चीजें पढ़ने में समस्या होना

आंखों में प्लस नंबर क्या होता है? - What Is Plus Power in The Eye in Hindi?
आंखों के कमजोर होने पर कुछ लोगों के आंखों का नंबर प्लस और कुछ लोगों का माइनस हो जाता है। आंखों की रोशनी में नंबर प्लस होने पर हाइपरोपिया की समस्या होती है। हाइपरोपिया की समस्या में आपको पास की चीजे धुंधली दिखाई देती है, जिसका मतलब है कि आपकी आंखें रोशनी को सही तरह से तोड़ नहीं पाती हैं और आपको पास की चीजें धुंधली नजर आती है। हाइपरोपिया में, आपके आंखें की आईबॉल सामान्य से छोटी होती हैं, जिससे रोशनी रेटिना के पीछे फोकस करती है। इसके कारण आपको दूर की चीजें सही तरह से दिखाई देती हैं, लेकिन पास की चीजें धुंधली नजर आती हैं। हाइपरोपिया को ठीक करने के लिए, आपको प्लस नंबर का चश्मा लगता है, जिससे आपको पास की चीजें भी सही नजर आने लगती हैं।
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हाइपरोपिया के क्या संकेत हैं? - What Are The Symptoms Of Plus Power in Eye in Hindi?
- पास की चीजें धुंधली दिखाई देती हैं
- आंखों में थकान या दर्द रहता है
- बार-बार सिर में दर्द होना
- आंखों में रेडनेस होना
- आंखों से आंसू आना
- आंखों में चुभन महसूस होना
- बार-बार पलकें झपकाना
- पास की चीजों पर फोकस करने में मुश्किल होना
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आंखों के प्लस और माइनस पावर में सुधार कैसे करें? - How To Improve Plus And Minus Eye Power in Hindi?
अपनी आंखों की क्षमता को बेहतर रखने और कमजोर आंखों से छुटकारा पाने के लिए आप चश्मा या कॉन्टैक्ट लेंस का उपयोग कर सकेत हैं। चश्मे या कॉन्टैक्ट लेंस के लिए प्रिस्क्रिप्शन को डायोप्टर की मदद से मापा जाता है, जिसमें माइनस का निशान मायोपिया को दिखाता है और प्लस का निशान हाइपरोपिया की समस्या को दिखाता है। इसके अलावा, आप एक हेल्दी लाइफस्टाइल पर भी फोकस करने की जरूरत है, जिसमें विटामिन ए, सी और ई जैसे आंखों के लिए स्वस्थ पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार अपनी डाइट में शामिल करें, नियमित एक्सरसाइज, पर्याप्त नींद, स्क्रीन टाइप सीमित करें और अपनी आंखों का ध्यान रखें।
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