सनसेट एंग्जाइटी (Sunset Anxiety), एक मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति शाम के समय ज्यादा चिंता और स्ट्रेस महसूस करता है। सनसेट एंग्जाइटी खासतौर पर उन व्यक्तियों में पाई जाती है जो पहले से मानसिक तनाव, चिंता या अवसाद (डिप्रेशन) से जूझ रहे होते हैं। इस स्थिति में व्यक्ति को दिन ढलने और रात के करीब पहुंचने के बाद ज्यादा घबराहट और चिंता महसूस होने लगती है। यह समस्या अक्सर शाम के समय होती है, जब सूरज ढलने के साथ वातावरण में हल्का अंधेरा छाने लगता है और व्यक्ति की मानसिक स्थिति प्रभावित हो सकती है। इस स्थिति में व्यक्ति में ज्यादा तनाव, डर या अनजाने भविष्य के बारे में चिंता हो सकती है। कभी-कभी यह चिंता रात को और भी बढ़ सकती है। यह स्थिति शरीर और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है, जिससे व्यक्ति को अपनी दिनचर्या के सामान्य काम करने में भी परेशानी महसूस हो सकती है। इस लेख में हम जानेंगे सनसेट एंग्जाइटी के लक्षण, कारण और इलाज। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के बोधिट्री इंडिया सेंटर की काउन्सलिंग साइकोलॉजिस्ट डॉ नेहा आनंद से बात की।
सनसेट एंग्जाइटी के लक्षण- Sunset Anxiety Symptoms
सनसेट एंग्जाइटी के लक्षण, व्यक्ति के मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकते हैं-
- सनसेट एंग्जाइटी होने पर व्यक्ति शाम के समय चिंता या घबराहट महसूस कर सकता है, जो रात के समय बढ़ सकती है।
- मानसिक तनाव और चिंता से थकान और एनर्जी की कमी महसूस होती है।
- रात को सोने में मुश्किल हो सकती है, और व्यक्ति नींद में रुकावट का अनुभव कर सकता है।
- शाम के समय व्यक्ति के मन में कई तरह के नेगेटिव विचार आते हैं, जो उसे चिंतित करते हैं।
- दिल की धड़कन तेज हो सकती है या पसीना आ सकता है।
- हाथों में कंपन महसूस हो सकती है या सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
- व्यक्ति अपने आत्मविश्वास को खो सकता है।
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सनसेट एंग्जाइटी के कारण- Sunset Anxiety Causes
सनसेट एंग्जाइटी के कई कारण हो सकते हैं, जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य से जुड़े होते हैं। जैसे-
- जो लोग पहले से ही चिंता या मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे होते हैं, उन्हें शाम के समय इस स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
- मानसिक बीमारियां जैसे डिप्रेशन या कोई अन्य डिसऑर्डर इस समस्या को बढ़ा सकते हैं।
- शरीर के प्राकृतिक बायोलॉजिकल क्लॉक के कारण, शाम के समय हार्मोनल बदलावों से मानसिक स्थिति प्रभावित हो सकती है।
- काम और व्यक्तिगत जीवन की जिम्मेदारियों का दबाव शाम को बढ़ सकता है, जिससे चिंता और तनाव का स्तर बढ़ता है।
- कोई बुरा या दुखद घटना जो पहले हुई हो, उस याद का असर भी सनसेट एंग्जाइटी को बढ़ा सकता है।
सनसेट एंग्जाइटी का इलाज- Sunset Anxiety Treatment
सनसेट एंग्जाइटी से निपटने के लिए कई तरह के इलाज किए जा सकते हैं-
- सीबीटी (Cognitive Behavioral Therapy) एक असरदार उपचार है, जिसमें व्यक्ति को अपनी नेगेटिव सोच को पहचानने और उसे बदलने की तकनीक सिखाई जाती है।
- अगर सनसेट एंग्जाइटी गंभीर है, तो डॉक्टर एंटीडिप्रेसेंट या एंटी-एंग्जाइटी दवाइयां प्रिस्क्राइब कर सकते हैं। इन दवाइयों से मानसिक स्थिति में सुधार हो सकता है।
- ध्यान और योग मानसिक शांति को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं और चिंता को कम कर सकते हैं।
- डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज करने से तनाव और चिंता को कम किया जा सकता है।
- तनाव को कम करने के लिए सही समय पर आराम करें और खुद के लिए समय निकालें।
सनसेट एंग्जाइटी एक मानसिक स्थिति है, जो व्यक्ति को शाम के समय चिंता और तनाव का अनुभव कराती है। यह स्थिति सही समय पर इलाज लेकर कंट्रोल की जा सकती है।
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