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सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर क्या होता है? 14 वर्षीय आर्यन की केस स्टडी से समझें इसके कारण

सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर होने पर व्यक्ति दूसरों से बातचीत करने में घबराता है और कम्युनिकेशन से जुड़े संकेत समझने में मुश्किलें आती हैं।
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सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर क्या होता है? 14 वर्षीय आर्यन की केस स्टडी से समझें इसके कारण


What Is Social Communication Disorder: 14 वर्षीय आर्यन अपने आसपास के लोगों से दूर-दूर रहता था, किसी से बात नहीं करता था। ऐसा नहीं था कि वह बातचीत नहीं करना चाहता था। लेकिन, उसे दूसरों से बातचीत करते हुए डर लगता था। जैसे-जैसे वक्त बीतता गया, लोगों से दूर-दूर रहने की आदत भी बढ़ती गई। एक समय बाद यह सब आर्यन के पेरेंट्स के लिए चिंता का विषय बन गई। यहां तक कि उसकी पढ़ाई-लिखाई भी प्रभावित होने लगी थी। इसलिए, बिना देरी किए वे आर्यन को एक्सपर्ट के पास ले गए। ट्रीटमेंट के दौरान उन्हें पता चला कि आर्यन, सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर का शिकार है।

आर्यन की यह केस स्टडी हमारे साथ क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट और माइंडट्राइब की फाउंडर डॉ. प्रेरणा कोहली ने शेयर की है। वह आर्यन का ट्रीटमेंट कर रही थीं। ट्रीटमेंट करते हुए उन्हें पता चला कि आर्यन सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर से ग्रस्त है।

ओनलीमायहेल्थ ऐसे मेंटल हेल्थ डिसऑर्डर को बेहतर तरीके से समझने के लिए ‘मेंटल हेल्थ मैटर्स’ नाम से एक विशेष सीरीज चला रहा है। इस सीरीज में आपको अलग-अलग किस्म के मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े विकारों के बारे में बता रहे हैं। इस सीरीज में आप बीमारी से जुड़े लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानेंगे। इस आर्टिकल में हम ‘सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर ’ के बारे में बता रहे हैं।

क्या है सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर- What Is Social Communication Disorder In Hindi

सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर एक तरह डेवेलपमेंटल डिसऑर्डर है। इस समस्या के होने पर व्यक्ति को लगातार दूसरों के साथ कम्युनिकेट करने में दिक्कतें आती हैं। ठीक उसी तरह, जैसा कि हमने आर्यन की केस में देखा। ऐसे लोग अक्सर अलग-थलग रहते हैं और भीड़ भरे इलाकों में जाने से बचते हैं।

 
 
 
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सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर के लक्षण- Symptoms Of Social Communication Disorder In Hindi

Symptoms Of Social Communication Disorder In Hindi

आर्यन की केस की बात करें, तो उसे बातचीत करने में कठिनाई आती थी, वह अपनी बातों को किसी के साथ शेयर नहीं कर पाता था और इसी डर के मारे वह दूसरों से दूर-दूर रहता था। इसी तरह, सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर होने पर व्यक्ति को कम्युनिकेशन के दौराना संकेतों को समझने और उसे यूज करने में कठिनाई आती है। ऐसे लोगों के लिए दोस्त बनाना भी मुश्किल होता है और ये लोग अपने हमउम्र के लोगों के साथ भी खुलकर बातचीत नहीं कर पाते हैं।

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सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर का कारण- Causes Of Social Communication Disorder In Hindi

Causes Of Social Communication Disorder In Hindi

सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर होने का कोई सटीक कारण का अब तक पता नहीं चला है। ऐसा ही आर्यन के केस में भी है। उसे अपने दोस्तों के साथ बातचीत करने में क्यों दिक्कत होने लगी और वह क्यों किसी संकेतों को समझ नहीं सकता था, इसकी कोई सटीक कारण का पता नहीं चला था। इसी तरह, एक्सपर्ट्स का कहना है कि सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर को समझा जाना मुश्किल है। लेकिन, आनुवंशिक, न्यूरोलॉजिकल और आसपास के माहौल से जुड़े फैक्टर्स सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर का कारण हो सकते हैं।

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सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर का इलाज- Treatment Of Social Communication Disorder In Hindi

आर्यन के मामले में देखा गया है कि डॉक्टर कोहली ने उसकी ट्रीटमेंट के दौरान परिवार का सपोर्ट लिया। उन्हें समझाया कि वे किस तरह से आर्यन के साथ पेश आएं और उसे किस तरह लोगों से घुलने-मिलने के लिए मोटिवेट करें। इसके अलावा, स्कूल कोलाबोरेशन की भी मदद ली गई। यही नहीं, उसके सेल्फ कॉन्फिडेंस को भी बूस्ट करने की कोशिश की गई और स्पीच लैंग्वेज थेरेपी की मदद से भाषा और उसके संकेतों को समझना सिखाया गया। इसी तरह, दूसरे ट्रीटमेंट की बात करें, तो विशेषज्ञ सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर के मरीजों की बातचीत के कौशल को विकसित करने पर जोर देते हैं और उसे स्पीच-लैंग्वेज को सिखाने पर जोर देते हैं। साथ ही, ज्यादा से ज्यादा लोगों से घुलने-मिलने की सलाह देते हैं।

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सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर के मरीज की मदद कैसे करें- How To Help Someone With Social Communication Disorder In Hindi

How To Help Someone With Social Communication Disorder In Hindi

आर्यन को अगर उसके पेरेंट्स समय रहते डॉक्टर के पास न ले जाते, तो उसकी स्थिति में सुधार न हो पाता। इसी तरह, घर-परिवार का सपोर्ट बहुत जरूरी होता है। यहां तक कि थेरेपी सेशंस में भी किसी अपनों का साथ होना बहुत जरूरी है। अगर आपके घर में भी कोई ऐसा शख्स है, जिसे सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर है, तो आप उनके संपर्क में रहें। उन्हें ज्यादा से ज्यादा लोगों के संपर्क बननो में मदद करें, उन्हें स्पीच एक्सपर्ट और बिहेवियरल एक्सपर्ट के पास ले जाएं। इसके अलावा, अपना भावनात्मक सपोर्ट उन्हें जरूर दें।

आर्यन की तरह अगर किसी को सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर हो जाए, तो उसे तुरंत डॉक्टर के पास ले जाना चाहिए। इस लेख में हमने ‘सोशल कम्युनिकेशन डिसऑर्डर’ से जुड़ी सभी जानकारी देने की कोशिश की है। अगर फिर भी आपके मन में कोई सवाल रह गए हैं, तो हमारी वेबसाइट www.onlymyhealth.com में 'Social Communication Disorder’ से जुड़े दूसरे लेख पढ़ें या हमारे सोशल प्लेटफार्म से जुड़ें।

image credit: freepik

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