What Is Acute Stress Disorder In Hindi: 28 वर्षीय आन्या की जिंदगी में एक ऐसी घटना घटी, जिसने उसे अंदर तक झकझोर दिया था। वह चाहकर भी उस घटना से उबर नहीं पा रही थी। उसे समस्या तब आने लगी, जब उसके बिहेवियर में बदलाव होने लगे थे। वह अक्सर आधी रात को नींद से उठ जाया करती थी। धीरे-धीरे उसकी बेचैनी बढ़ने लगी। इसका असर उसकी ओवर ऑल हेल्थ पर नजर पड़ने लगा था। यहां तक कि उसकी रोजमर्रा की जिंदगी भी प्रभावित होने लगी थी। उसने अपनी तरफ से पूरी कोशिश की कि वह खुद को संभाल सके। हालांकि, वह ऐसा करने में सफल न हो सकी थी। प्रोफेशनली उसकी परफॉर्मेंस गिरने लगी थी। जब उसे लगा कि वह अपनी कंडीशन को संभाल नहीं पा रही, तो वह डॉक्टर से मिली। वहां उसकी मेडिकल हिस्ट्री और जिंदगी में घटी घटनाओं के बारे में डिटेल में पूछा गया। तब जाकर उसे पता चला कि वह एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर ( Acute Stress Disorder) का शिकार है।
यह केस स्टडी हमारे साथ क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट और माइंडट्राइब की फाउंडर डॉ. प्रेरणा कोहली ने शेयर की है। आन्या के बढ़ते स्ट्रेस और जिंदगी में घटी कुछ घटनाओं के आधार पर उन्होंने बताया की वह एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर से ग्रस्त है। ओनलीमायहेल्थ ‘मेंटल हेल्थ मैटर्स’ नाम से एक विशेष सीरीज चला रहा है। इसमें आपको मानसिक विकारों और रोगों के बारे में विस्तार से बताया जाएगा। इस सीरीज में हम मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी बीमारी के लक्षण, कारण और इलाज के बारे में जानकारी देते हैं। आज इस सीरीज में हम आपको आन्या की केस स्टडी की मदद से ‘एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर’ के बारे में बताएंगे।
क्या है एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर- What Is Acute Stress Disorder In Hindi
एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर एक ऐसी साइकोलॉजिकल कंडीशन है, जिसमें व्यक्ति के साथ के कोई दर्दनाक घटना घटी होती है। यह घटना मरीज के मन में गहरी छाप छोड़ता है। इतना कि व्यक्ति न चाहते हुए भी तनाव से भर जाता है। आमतौर पर इस तरह की घटनाओं का असर तीन से 4 सप्ताह के अंदर दिखने लगता है। इसकी अनदेखी किया जाना सही नहीं है।
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एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर के लक्षण- Symptoms Of Acute Stress Disorder In Hindi
जैसा कि डॉ. प्रेरणा कोहली ने बताया कि आन्या अक्सर आधी रात को नींद से उठ जाया करती थी, हमेशा बेचैन रहती थी और जब-तब उसका मूड खराब हो जाता था। यही नहीं, आन्या अपने रोजमर्रा के कामकाज तक करने में असमर्थ हो गई थी। इसके अन्य लक्षणों की बात करें-
- एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर होने पर व्यक्ति को बुरे सपने आते हैं।
- बार-बार बुरी घटना याद आती है।
- बहुत ज्यादा मूड स्विंग होने लगते हैं।
- छोटे-छोटे काम करने में भी मुश्किल होती है।
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एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर का कारण- Causes Of Acute Stress Disorder In Hindi
एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर जिंदगी में घटी किसी बुरी दुर्घटना के कारण हो सकता है। हालांकि, अगर कभी किसी व्यक्ति ने अपनी आंखों से प्राकृतिक आपदा देखी हो, तो उसे भी एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर होने का रिस्क रहता है। इस तरह की कंडीशन में व्यक्ति न चाहते हुए भी ओवर थिकिंग करता है और हर समय स्ट्रेस में रहता है।
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एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर का इलाज- Treatment Of Acute Stress Disorder In Hindi
आन्या के मामले में उसका इलाज डॉ. कोहली ने किया। शुरुआती ट्रीटमेंट के दौरान उसके कई एसेसमेंट किए गए और अच्छा माहौल प्रदान किया गया। इस तरह, वह अपनी कंडीशन को बेहतर तरीके से समझने और एक्सपर्ट को समझाने में कामयाब हो सकी। इसके अलावा, डॉ. प्रेरणा कोहली ने आन्या की कॉग्नीटिव थेरेपी की। साथ ही उसके लक्षणों को कम करने पर जोर दिया। यही नहीं, आन्या का खोया हुआ आत्मविश्वास लौटाने पर भी काम किया गया। इसी तरह, एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर के इलाज के तौर पर निम्न चीजों को भी अपनाया जा सकता है-
- मरीज की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछा जाता है।
- स्ट्रेस को मैनेज करने की दिशा में काम किया जाता है।
- जरूरत हो, तो साइकिएट्रिस्ट की मदद से मेडिसिन दी जाती है।
- मरीज के सोच-विचार के पैटर्न को समझने की कोशिश की जाती है।
- व्यक्ति के साथ घटी घटना के असर को कम करने पर जोर दिया जाता है।
- मरीज को नॉन-जजमेंटल माहौल प्रदान किया जाता है, ताकि वह अपने मन की बात शेयर कर सके।
एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर से पीड़ित व्यक्ति की मदद कैसे करें- How To Help Someone with Acute Stress Disorder In Hindi
अगर आापके घर या आसपास कोई ऐसा व्यक्ति है, जिसे एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर है, तो जरूरी है कि आप उसकी मदद के लिए हमेशा तैयार रहें। डॉ. प्रेरणा कोहली सलाह देती हैं-
- सबसे पहले खुद को एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर के बारे में एजुकेट करें।
- मरीज को प्रोफेशनल हेल्प लेने के लिए मोटिवेट करें।
- हमेशा उसकी मदद के लिए तैयार रहें।
- घर में उन्हें नॉन-जजमेंटल माहौल दें।
- अगर वह अपने मन की बात शेयर कर रहे हैं, तो बिना रोक-टोक के उन्हें सुनें।
- मूड फ्रेश रखने के लिए मरीज के साथ घूमे-फिरें।
आन्या की तरह अगर आपके घर में भी कोई एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर का शिकार है, तो देर न करें। उसे लेकर तुरंत एक्सपर्ट के पास जाएं। इस लेख में हम ‘एक्यूट स्ट्रेस डिसऑर्डर’ से जुड़ी जानकारी दे रहे हैं। इससे ज्यादा जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट https://www.onlymyhealth.com में 'Acute Stress Disorder' से जुड़े दूसरे लेख पढ़ें या हमारे सोशल प्लेटफार्म से जुड़ें।
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