किसी विषय पर ज्यादा सोचने, काम की टेंशन, किसी विशेष परिस्थिति से घबराना, तेज धूप में बाहर निकलना या किसी तरह की बीमारी में आपको सिरदर्द हो सकता है। इसके अलावा, भी सिरदर्द को एक आम समस्या माना जाता है। वैसे तो सिरदर्द होने के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन कुछ लोगों को किसी तरह की खास पोजिशन में जैसे ज्यादा देर तक खड़े रहने से या अन्य पोजिशन की वजह से सिरदर्द की समस्या हो सकती है। इस खास तरह के सिरदर्द को पोजिशनल सिरदर्द के नाम से जाना जाता है। यह एक विशेष प्रकार का सिरदर्द होता है जो खड़े होने, बैठने या लेटने जैसी मुद्राओं में बदलाव के साथ शुरू होता है या तेज हो जाता है। इस लेख में यशोदा अस्पताल के सीनियर कंसल्टेंट इंटरनल मेडिसिन डॉ. एसपी सिंह से जानते हैं कि पोजिशनल सिरदर्द क्या होता है, इसके कारण क्या हैं, इसके लक्षण कैसे पहचाने जा सकते हैं, और इससे बचाव कैसे किया जा सकता है?
पोजिशनल सिरदर्द क्या है? - What is Positional Headache in Hindi
पोजिशनल सिरदर्द एक परेशान करने वाली स्थिति है जिसमें सिरदर्द शरीर की स्थिति बदलने पर शुरू होता है या उसमें अंतर आता है।
- लेटने पर दर्द कम हो जाना
- खड़े होने या बैठने पर दर्द बढ़ जाना
- झुकने या सिर ऊपर-नीचे करने पर दर्द महसूस होना, आदि।
- यह सिरदर्द अक्सर कुछ विशेष मेडिकल कारणों से जुड़ा होता है और इसके पीछे शरीर में होने वाले तरल (fluid) के दबाव में परिवर्तन एक मुख्य भूमिका निभाता है।
पोजिशनल सिरदर्द के मुख्य कारण - Causes Of Positional Headache in Hindi
स्पाइनल फ्लूइड (CSF) लीकेज
ब्रेन और रीढ़ की हड्डी के चारों ओर एक तरल पदार्थ होता है जिसे सेरिब्रोस्पाइनल फ्लूइड (CSF) कहते हैं। यदि यह तरल रीढ़ की हड्डी से रिसने लगे, तो खड़े होते समय ब्रेन को उचित सपोर्ट नहीं मिल पाता और सिरदर्द होता है। इसे Spontaneous Intracranial Hypotension (SIH) भी कहा जाता है।
लंबर पंचर
कुछ मेडिकल प्रोसेस जैसे स्पाइनल टैप या एपीड्यूरल एनेस्थीसिया के बाद CSF का रिसाव हो सकता है, जिससे भी कुछ मरीजों को पोजिशनल सिरदर्द हो सकता है।
ब्रेन ट्यूमर या अन्य न्यूरोलॉजिकल समस्याएं
मस्तिष्क में किसी स्थान पर बढ़ा हुआ दबाव (Intracranial Pressure) भी पोजिशनल सिरदर्द का कारण बन सकता है। इस स्थिति में सिर की मुद्रा बदलने पर दर्द में अंतर आता है।
चियेरी मेलफोरमेशन (Chiari Malformation)
यह एक जन्मजात समस्या है जिसमें मस्तिष्क का कुछ हिस्सा रीढ़ की हड्डी की ओर खिसक जाता है। इससे भी पोजिशनल सिरदर्द हो सकता है, विशेषकर झुकने या सिर ऊपर उठाने पर।
ऑर्थोस्टेटिक हाईपोटेंशन (Orthostatic Hypotension)
जब कोई व्यक्ति अचानक खड़ा होता है और उसके सिर में दर्द या चक्कर आता है, तो यह ब्लड प्रेशर के अचानक गिरने के कारण होता है, जो कभी-कभी पोजिशनल सिरदर्द की तरह प्रतीत हो सकता है।
पोजिशनल सिरदर्द के लक्षण - Symptoms Of Positional Headache In Hindi
- सिरदर्द जो लेटने पर कम और खड़े होने पर बढ़ता है
- गर्दन में अकड़न या दर्द
- चक्कर आना या संतुलन खोना
- आंखों से धुंधला दिखाई देना
- कभी-कभी मतली या उल्टी
- थकावट और मानसिक भ्रम, आदि।
मरीज को में एक या एक से अधिक लक्षण देखे जा सकते हैं। जरूरी नहीं कि हर व्यक्ति में सभी लक्षण हो।
पोजिशनल सिरदर्द की पहचान कैसे होती है? - How To Diagnose Positional Headache in Hindi
पोजिशनल सिरदर्द की पुष्टि के लिए डॉक्टर आपको कुछ टेस्ट करने की सलाह दे सकते हैं। आगे जानते हैं इसकी पहचान के लिए आप किस तरह के टेस्ट किये जाते हैं?
- मेडिकल हिस्ट्री और फिजिकल एग्जामिनेशन
- MRI या CT स्कैन - मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी की तस्वीरें ली जाती हैं ताकि CSF लीकेज या ट्यूमर का पता चल सके।
- MRI Myelography - एक विशेष प्रकार की MRI जो CSF के रिसाव की पुष्टि करने में मदद करती है।
पोजिशनल सिरदर्द का इलाज उसके कारण पर निर्भर करता है। कई बार हल्की दवाओं से ही काम चल जाता है। जबकि, कई बार कुछ महीनों के लिए थेरेपीज दी जा सकती है।
सिरदर्द से बचने के घरेलू उपाय - Prevention Tips Of Headache In Hindi
- लंबे समय तक एक ही मुद्रा में न रहें
- तनाव को कम करें और पर्याप्त नींद लें
- योग और प्राणायाम करें (विशेषकर शवासन और अनुलोम-विलोम)
- कैफीन का सीमित और नियंत्रित उपयोग करें।
इसे भी पढ़ें: लगातार हो रहा सिरदर्द तो अपनाएं ये 6 असरदार टिप्स, जल्द मिलेगा आराम
पोजिशनल सिरदर्द कोई सामान्य सिरदर्द नहीं है। यह शरीर की स्थिति के अनुसार बदलने वाला एक विशेष प्रकार का सिरदर्द है, जो कभी-कभी किसी मेडिकल समस्या की ओर संकेत कर सकता है। यदि समय रहते इसका कारण पहचाना जाए, तो यह पूरी तरह से नियंत्रण में लाया जा सकता है। ऐसे में आप सिरदर्द को नजरअंदाज न करें और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
FAQ
सिर दर्द होने के मुख्य कारण क्या हैं?
यह तनाव, अवसाद, चिंता, सिर में चोट लगने, या सिर और गर्दन को असामान्य स्थिति में रखने से संबंधित हो सकता है। यह आपके सिर के दोनों तरफ होता है।ब्रेन ट्यूमर में सिर दर्द कैसे होता है?
जब ट्यूमर इतना बड़ा हो जाता है कि नसों या रक्त वाहिकाओं पर दबाव डालता है, तभी सिरदर्द होता है। यह दर्द तेज और लंबे समय तक बना रह सकता है।सिर दर्द किसकी कमी से होता है?
सिर दर्द कई कारणों से हो सकता है, जिनमें कुछ आहार और विटामिन की कमी भी शामिल है। उदाहरण के लिए, मैग्नीशियम और विटामिन डी की कमी से सिर दर्द हो सकता है।
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version
Oct 04, 2025 15:45 IST
Published By : Vikas Arya