प्रेग्नेंसी के दौर में हर महिला को अलग-अलग तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं। इस दौरान महिलाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से होने वाले बदलावों का सामना करना पड़ता है। हालांकि, प्रेग्नेंसी में होने वाले कई तरह के बदलाव में महिलाओं को किसी अन्य लक्षण की तरह महसूस हो सकते हैं। डॉक्टर्स बताते हैं कि गुडेल्स साइन (Goodell's Sign) गर्भावस्था के शुरुआती दौर में होते हैं। इसमें महिला की सर्विकस नरम हो जाती है। हालांकि, गुडेल के लक्षण से डॉक्टर्स को शारीरिक परीक्षण के दौरान गर्भावस्था का पता लगाने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा, प्रेग्नेंसी की पहचान के लिए डॉक्टर चैडविक और हेगर के लक्षण भी महत्वपूर्ण मानते हैं। इस लेख में साईं पॉलिक्लीनिक की सीनियर कंस्लटेंट गाइनाक्लॉजिस्ट डॉ विभा बंसल से जानते हैं कि प्रेग्नेंसी में गुडेल संकेत का क्या मतलब होता है।
गुडेल्स साइन क्या है? - What is Goodell's Sign?
गुडेल्स साइन एक प्रारंभिक गर्भावस्था का लक्षण है, जो गर्भधारण के कुछ ही हफ्तों बाद दिखाई देता है। यह संकेत गर्भाशय ग्रीवा (cervix) में होने वाले एक विशेष परिवर्तन के रूप में देखा जाता है। सामान्य तौर पर, गर्भाशय ग्रीवा यानी सर्विक्स कठोर और मजबूत होती है, लेकिन जब महिला गर्भवती हो जाती है, तो गर्भाशय ग्रीवा नरम और सॉफ्ट स्पंजी हो जाती है, इसी परिवर्तन को ही गुडेल्स साइन कहा जाता है। यह परिवर्तन गर्भधारण के लगभग 4 से 6 सप्ताह बाद अनुभव किया जा सकता है। यह एक मेडिकल संकेत है, जिसे डॉक्टर पेल्विक की जांच के दौरान पहचानते हैं।
गुडेल्स साइन कैसे काम करता है? - How Goodell's Sign Works in Hindi
गर्भधारण के बाद, शरीर में प्रोजेस्टेरोन और एस्ट्रोजेन जैसे हार्मोन का स्तर बढ़ने लगता है। इसके कारण महिलाओं के शरीर में आगे बताए बदलाव होते हैं।
- गर्भाशय ग्रीवा (सर्विक्स) में रक्त प्रवाह (Blood flow) बढ़ जाता है।
- टिशूज में इलास्टिसिटी और सॉफ्टनेस आती है।
- सर्विक्स की सतह पहले से अधिक सॉफ्टनेस महसूस होती है।
- इस सॉफ्टनेस को गुडेल्स साइन के रूप में पहचाना जाता है।
गुडेल्स साइन के लक्षण - Symptoms of Goodell's Sign In Hindi
हालांकि, गुडेल्स साइन को डॉक्टर ही पेल्विक जांच से पहचान सकते हैं, लेकिन इस दौरान कुछ अप्रत्यक्ष लक्षण भी हो सकते हैं जो महिला अनुभव कर सकती है।
- गर्भाशय ग्रीवा में बदलाव के कारण कुछ महिलाएं हल्का दबाव या खिंचाव महसूस कर सकती हैं।
- सर्विक्स में नमी बढ़ने से वेजाइनल डिसचार्ज (vaginal discharge) थोड़ा गाढ़ा या चिपचिपा हो सकता है।
हालांकि, गुडेल्स साइन का अनुभव हर महिला को नहीं होता और यह केवल डॉक्टर द्वारा पुष्टि की जा सकती है।
गुडेल्स साइन की पुष्टि कैसे होती है? - How To Diagnosis Goodell's Sign In Hindi
गुडेल्स साइन को केवल गाइनोकॉलजिस्ट द्वारा किए गए पेल्विक एग्जामिनेशन से ही पहचाना जा सकता है। इस दौरान डॉक्टर सर्विक्स की स्थिति, बनावट और लचीलापन देखकर अनुमान लगाते हैं कि महिला गर्भवती है या नहीं। हालांकि, यह एक संभावित संकेत (probable sign) होता है। गर्भावस्था की पूर्ण पुष्टि के लिए ब्लड या यूरिन टेस्ट और अल्ट्रासाउंड की आवश्यकता होती है।
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गुडेल्स साइन एक महत्वपूर्ण लेकिन मेडिकल संकेत है, जो प्रारंभिक गर्भावस्था की पहचान में सहायक होता है। हालांकि यह सीधे महिला द्वारा महसूस नहीं किया जा सकता, लेकिन एक प्रशिक्षित डॉक्टर इस संकेत को पेल्विक एग्जामिन के दौरान पहचान सकते हैं। यह संकेत शरीर में होने वाले जटिल हार्मोनल और शारीरिक परिवर्तनों को दर्शाते हैं, और यह गर्भावस्था की पुष्टि की दिशा में पहला कदम हो सकता है।
FAQ
प्रेग्नेंट होने का पहला लक्षण क्या है?
प्रेग्नेंट होने का पहला लक्षण मासिक धर्म का मिस होना (Missed Period) है, जो कि ज्यादातर महिलाओं को गर्भधारण के बाद 4-6 हफ्तों में दिखाई देता है।प्रेगनेंसी में कहां-कहां दर्द होता है?
प्रेग्नेंसी के दौरान कई तरह के दर्द हो सकते हैं, जिनमें पेट के निचले हिस्से में दर्द, पीठ दर्द, पैरों में दर्द और सिरदर्द शामिल हैं। इन सभी दर्द के अलग-अलग कारण होते हैं।प्रेगनेंसी में पेट दर्द के कारण होते हैं?
प्रेगनेंसी में पेट दर्द के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें गर्भाशय का बढ़ना, ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन, कब्ज, प्री-एक्लेमप्सिया और गैस व पाचन तंत्र में गड़बड़ी को शामिल किया जा सकता है।